Maharashtra Election Results : महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अब तक आए रुझानों में भाजपा-शिवसेना (शिंदे) गठबंधन (महायुति) बहुमत के आंकड़े से काफी आगे निकल गया है। वहीं दूसरी ओर, इंडी गठबंधन फिर से बुरी तरह चुनाव हारता हुआ नजर आ रहा है। हालांकि अभी अंतिम नतीजे आने बाकी हैं, लेकिन अब तक के रुझानों से साफ है कि भाजपा-शिवसेना (शिंदे) गठबंधन राज्य में दूसरी बार सरकार बनाने जा रहा है। ऐसे में क्या यह माना जाए कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी का नारा “बनेगा तो कटेगा” और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नारा “एक हैं तो सुरक्षित हैं” महाराष्ट्र में भी हिट हो गया है।
महाराष्ट्र में योगी के नारे का जबरदस्त असर
आपको बता दें महायुति को शुरुआती रुझानों में बड़ी बढ़त मिली है, वर्तमान समय के रुझान तो यही इशारा कर रहे हैं। देश के सबसे बड़े सूबे यूपी के सीएम और फायरब्रांड हिन्दू नेता के योगी आदित्यनाथ ने महाराष्ट्र की हर जनसभा में अपने नारे “बनेगा तो कटेगा” को लोगों के बीच प्रमुखता से पहुंचाया था। वहीं, पीएम मोदी के नारे “एक हैं तो सुरक्षित हैं” को भी लोगों तक पहुंचाने में बीजेपी सफल रही। ऐसे में माना जा रहा है कि सीएम योगी और पीएम मोदी का यह नारा हरियाणा की तरह महाराष्ट्र चुनाव में भी सुपरहिट हो गया है।
हरियाणा चुनाव के लिए दिया गया था नारा | Maharashtra Election Results
हाल ही में संपन्न हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव में सीएम योगी ने नारा दिया था “अगर बंटेगे तो कट जाएंगे” और पीएम मोदी ने नारा दिया था “अगर बंटेगे तो सुरक्षित रहेंगे”। इस राज्य में बीजेपी ने सबको चौंकाते हुए पहली बार हैट्रिक लगाई, इसलिए बीजेपी ने सीएम और पीएम के इस नारे को महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव में भी प्रमुखता से आजमाने का फैसला किया। आपको बता दें कि महाराष्ट्र के लोग अलग हैं और उनकी सोच अलग है। अगर कोई शाहू, शिवाजी, फुले और अंबेडकर की विचारधारा से अलग हटता है तो महाराष्ट्र उसे नहीं छोड़ेगा।
महायुति में भी इस नारे का विरोध हुआ था। Maharashtra Election Results
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नारे ‘अगर बंटेगे तो कट जाएंगे’ का विरोध किया था। अजीत ने इस नारे को महाराष्ट्र की वैचारिक विरासत से अलग बताया था। अजीत पवार ने कहा था कि (योगी का) नारा ‘बटेंगे तो कटेंगे’ उचित नहीं है। उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश में लोगों की सोच अलग-अलग है, लेकिन इस तरह के बयान यहां काम नहीं आते। मेरी राय में महाराष्ट्र में ऐसे शब्दों का इस्तेमाल मायने नहीं रखता। महाराष्ट्र छत्रपति शाहू महाराज, महात्मा ज्योतिराव फुले और शिवाजी महाराज का राज्य है।
आरजेडी ने इस नारे को बताया देश के लिए घातक।
लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी के नेताओं ने भी इस नारे का खुलकर विरोध किया और इसे देश के लिए घातक और खतरनाक बताया। उन्होंने कहा कि हमें देश को जोड़ने की बात करनी चाहिए न कि तोड़ने की और हमारा संविधान भी देश को बांटने की इजाजत नहीं देता, भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है जहां हिंदू-मुस्लिम, सिख-ईसाई सभी भाई-भाई हैं।
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