Wrestling Federation of India elections: काफी मशक्कत के बाद आखिर भारतीय कुश्ती संघ (WFI) का चुनाव हो ही गया. WFI के इस चुनाव में अध्यक्ष और बाकी पदाधिकारी चुने गए. अध्यक्ष पद के दो दावेदार थे, संजय सिंह और पहलवान रही अनीता श्योराण। इस चुनाव में संजय सिंह की उम्मीदवारी पर आपत्ति जताई जा रही थी क्योंकि वह बृजभूषण शरण सिंह के करीबी हैं.
Indian Wrestling Federation President Election: जलवा है जलवा रहेगा, भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव में जब संजय कुमार सिंह (New WFI President Sanjay Kumar Singh)को जीत मिली तो बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) का खेमा कुछ ऐसे ही पोस्टर लहराता नजर आया. लम्बे समय से भारतीय कुस्ती संघ के चुनाव की बात चल रही थी. चुनाव हुआ नए अध्यक्ष का नाम भी अब सामने आ गया है. संजय सिंह अब कुश्ती संघ के नए अध्यक्ष होंगे। मगर WFI के अध्यक्ष का पद अब भी बृजभूषण शरण सिंह के ही खेमे में है.
21 दिसंबर को हुए भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव में बृजभूषण के करीबी संजय कुमार सिंह को जीत मिली है. संजय सिंह का मुकाबला कॉमन वेल्थ गेम में गोल्ड मेडल जीत चुकी अनीता श्योराण से था. अनीता श्योराण महिला पहलवानों के यौनशोषण मामले में बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ गवाह भी है. उन्हें बृजभूषण के खिलाफ धरना देने वाले पहलवानों समर्थन था.
WFI के टोटल 15 पदों पर चुनाव हुए. अध्यक्ष पद के अलावा वरिष्ठ उपाध्यक्ष, उपाध्यक्ष के 4 पदों, महासचिव, कोषाध्यक्ष, संयुक्त सचिव के 2 पदों और 5 कार्यकारी सदस्यों का चुनाव हुआ. चुनाव की प्रक्रिया जुलाई में शुरू होनी थी, लेकिन कोर्ट केस के कारण ये चुनाव टल गया. हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने इस चुनाव पर पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट की ओर से लगाई गई रोक को रद्द किया और इसके बाद चुनाव की तारीख का ऐलान हो पाया. अब 21 दिसंबर को चुनाव हुआ और इसके नतीजे बृजभूषण खेमे के पक्ष में आए. अध्यक्ष पद के चुनाव में संजय सिंह ने अनीता श्योराण को 33 वोटों से मात दी. संजय सिंह को 40 वोट मिले, जबकि अनीता श्योराण को मात्र 7 वोट मिले.
कौन हैं संजय कुमार सिंह?
Koun hain Sanjay Kumar Singh: WFI के नए अध्यक्ष संजय कुमार सिंह, ‘बबलू’ नाम से भी जाने जाते हैं. वो उतर प्रदेश के कुश्ती संघ और राष्ट्रीय कुश्ती संघ दोनों में पदाधिकारी रहे हैं. साल 2019 में भारतीय कुश्ती संघ के कार्यकारी कमिटी सयुक्त सचिव चुने गए थे. मतलब WFI की पिछली कार्यकारी परिषद का हिस्सा थे.
संजय सिंह मूल रूप से उतर प्रदेश के चंदौली के रहने वाले हैं. संजय सिंह के पिता और दादा दंगल कराया करते थे. इस वजह से संजय सिंह भी कुश्ती में हमेशा काम करते रहे.
मिडिया रिपोर्ट्स के अनुसार संजय सिंह 2008 में वाराणसी कुश्ती संघ के जिला अध्यक्ष बने थे. जब 2009 में उतर प्रदेश कुश्ती संघ बना तो बृजभूषण शरण सिंह प्रदेश अध्यक्ष बने और संजय सिंह उपाध्यक्ष बने. ऐसा कहा जाता है कि पूर्वांचल की महिला पहलवानों को आगे लेन में संजय सिंह की अहम भूमिका रही है. संजय सिंह और बृजभूषण शरण सिंह करीबी है ऐसा संजय सिंह खुद बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में बताते हैं. संजय अनुसार उनके और बृजभूषण शरण के साथ पारिवारिक ताल्लुकात हैं. वे दोनों पिछले तीन दशक से एक दूसरे के साथ काम कर रहे हैं.