World Press Freedom Day | 2025 ‘वर्ल्ड प्रेस मीडिया फ्रीडम इंडेक्स’ लिस्ट में भारत 151वें स्थान पर

World Press Freedom Day In 2025 Hindi: हर वर्ष 3 मई को विश्वभर में वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम दिवस मनाया जाता है। इसी समय पेरिस स्थित इंटरनेशनल रिपोटर्स विदाउट बॉर्डर्स (RWB) NGO ‘वर्ल्ड प्रेस मीडिया फ्रीडम इंडेक्स’ जारी करती है। 2025 ‘वर्ल्ड प्रेस मीडिया इंडेक्स’ की लिस्ट जारी कर दी है। मीडिया फ्रीडम के मामले में भारत की रैंकिंग में सुधार हुआ है और वह 151वें स्थान पर है। जबकि पिछले वर्ष 2024 में जारी लिस्ट में भारत 159वें स्थान पर था। सूची में इरिट्रिया सबसे निचले पायदान पर और नार्वे इस लिस्ट में पहले स्थान पर है।

विश्व भर की मीडिया के सामने कई समस्याएँ

रिपोटर्स विदाउट बॉर्डर्स ने अपनी रिपोर्ट्स में कहा है, दुनिया भर की मीडिया फंड्स की बहुत भारी कमी से जूझ रही है। आईटी फील्ड की दिग्गज कंपनियां माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, मेटा, अमेजन के आ जाने से और भी दिक्कत आ गई है। पहले जो मीडिया आउटलेट्स को मिलते थे इन टेक कंपनियों को मिलने लगे।

कई देशों की मीडिया में पॉलिटिकल नेताओं का कंट्रोल

रिपोर्ट्स में आगे एक और भी महत्वपूर्ण बात कही गई है, विश्व के कई देशों की मीडिया पर राजनैतिक नेताओं और बिजनेसमैन का कंट्रोल है। इसी रिपोर्ट में कहा गया भारत, लेबनान और बुल्गारिया समेत कई और देशों की मीडिया नेताओं और बड़े औद्योगिक घरानों के कंट्रोल में है, क्योंकि उन्हें सशर्त फंडिंग मिलती है।

कुछ प्रमुख देशों की रैंकिंग | Ranking of countries in World Press Freedom Day 2025

इस लिस्ट में भारत जहाँ 151वें स्थान पर है, वहीं भारत का पड़ोसी चीन इस लिस्ट में नीचे सेतीसरे स्थान पर अर्थात 178वें स्थान पर है, यहाँ पर मीडिया की स्थिति और भी खराब है। चीन ही नहीं बल्कि भूटान, पाकिस्तान, तुर्की, रूस, अफगानिस्तान इत्यादि देशों में मीडिया की स्थिति बहुत खराब है और इनकी रैंकिंग बहुत नीचे है। ब्रिटेन जहाँ इस लिस्ट में 20 लिस्ट में है वहीं यूनाइटेड स्टेट अमेरिका इस लिस्ट में 57वें स्थान पर है, पिछले साल उसकी रैंकिंग 55 थी। इजराइल इस लिस्ट में 112वें स्थान पर है। जबकि रूस 171वें और पाकिस्तान 158वें स्थान पर। जबकि इरीट्रिया और उत्तर कोरिया 180 और 179वें स्थान पर हैं।

विश्व प्रेस दिवस | World Press Freedom Day

हर साल पूरी दुनिया में 3 मई के दिन विश्व प्रेस दिवस मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 1993 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा की गई थी। इसका प्रमुख उद्देश्य था दुनियाभर में प्रेस की अभिव्यक्ति को स्वतंत्र रूप से कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करना था। जिससे दुनिया भर में मीडियाकर्मी औरे पत्रकार निष्पक्ष और स्वतंत्र रूप से कार्य कर सकें।

आज के समय मीडिया की प्रमुख समस्या

इसके अलावा आज के समय की पत्रकारिता में तकनीकी विशेषकर AI प्रयोग बहुत किया जा रहा है, जहाँ इससे स्क्रिप्ट राइटिंग, फ़ैक्ट चेकिंग और भाषा के अनुवाद में मदद मिल रही है, वहीं दूसरी तरफ डीपफेक वीडिओ, झूठी खबरें, निगरानी इत्यादि मीडिया में असमानता पैदा कर रहे हैं। इसीलिए 2025 की थीम है एआई को उपयोगी बनाओ, ना कि स्वतंत्र पत्रकारिता के लिए खतरा। इस साल विश्व पत्रकारिता दिवस का थीम है- “नई दुनिया में रिपोर्टिंग, पत्रकारिता और मीडिया पर आर्टिफिशियल इंटलीजेंस का प्रभाव।”

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