विश्व मच्छर दिवसः जाने कितना घातक होता है मच्छर का काटना, हो जाती है ये 5 जानेलेवा बीमारी

विश्व मच्छर दिवस। मच्छर केवल एक छोटा सा कीड़ा नहीं है, बल्कि सैकड़ों घातक बीमारियों का वाहक है। डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, ज़ीका वायरस और यलो फीवर जैसी जानलेवा बीमारियां मच्छरों से ही फैलती हैं। आज विश्व मच्छर दिवस है। यह दिवस प्रतिवर्ष 20 अगस्त को डॉक्टर सर रोनाल्ड रॉस की खोज के परिणाम स्वरूप मनाया जाता है। दरअसल 1897 में ब्रिटिश डॉक्टर सर रोनाल्ड रॉस की खोज का स्मरणोत्सव है कि मादा एनोफिलाइन मच्छर मनुष्यों के बीच मलेरिया फैलाती है।

इंसानों के लिए घातक है मच्छर

वैज्ञानिकों के अनुसार, मच्छर दुनिया में सबसे ज्यादा इंसानों की मौत का कारण बनने वाले जीवों में से एक हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक हर साल लाखों लोग मच्छरों से फैली बीमारियों के कारण जान गंवाते हैं।

मच्छर-मलेरिया सिद्धांत की पुष्टि

ब्रिटिश डॉक्टर सर रोनाल्ड रॉस मलेरिया जैसी घातक बुखार की खोज में लगे हुए थें। 1897 में उनकी खोज को सफलता मिली कि मादा एनोफिलाइन मच्छर मनुष्यों के बीच मलेरिया फैलाती है, इस प्रकार मच्छर-मलेरिया सिद्धांत की पुष्टि होती है। एक सर्वेक्षण के अनुसार, 19वीं शताब्दी में दुनिया की लगभग आधी आबादी मलेरिया से महत्वपूर्ण जोखिम में थी और संक्रमित लोगों में 10 प्रतिशत मृत्यु दर थी।

रॉस ने 1894 में पक्षी मलेरिया प्रोटेसोमा रिलिक्टम से संक्रमित पक्षियों पर खिलाए गए क्यूलेक्स के साथ पहले ही प्रयोग किए थे और पाया था कि वे मच्छर की आंत में विकसित हुए थे और उन्होंने अनुमान लगाया था कि मलेरिया में भी ऐसा हो सकता है। यह खोज हैदराबाद के सिकंदराबाद के बेगमपेट इलाके में एक छोटी प्रयोगशाला में की गई थी। आज इस प्रयोगशाला को सर रोनाल्ड रॉस इंस्टीट्यूट ऑफ पैरासिटोलॉजी के नाम से जाना जाता है और इसमें रॉस और उनके मलेरिया अनुसंधान पर एक छोटा संग्रहालय है।

मच्छर के काटने से होती है ये बड़ी बीमारियां

  1. मलेरिया – एनोफिलीस मच्छर के काटने से फैलता है। तेज बुखार, ठंड लगना और कमजोरी इसके लक्षण हैं।
  2. डेंगू – एडीज एजिप्टी मच्छर के कारण होता है। इसमें तेज बुखार, प्लेटलेट्स की कमी और शरीर में दर्द होता है।
  3. चिकनगुनिया – इसमें जोड़ों का दर्द लंबे समय तक बना रहता है।
  4. ज़ीका वायरस – गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए ज्यादा खतरनाक।
  5. फाइलेरिया – लंबे समय तक रहने वाली गंभीर बीमारी, हाथ-पैर सूज जाते हैं।

मच्छरों से बचाव कैसे करें?

बरसात और उमस भरे मौसम में मच्छर तेजी से पनपते हैं। ऐसे में सावधानी बरतना बेहद जरूरी है, घर के आसपास पानी जमा न होने दें। इमच्छरदानी और रिपेलेंट का प्रयोग करें। पानी की टंकी और कंटेनर को ढककर रखें। पूरी बांह के कपड़े पहनें। नीम का तेल, कपूर, सिट्रोनेला और लैवेंडर जैसे नेचुरल रिपेलेंट्स का इस्तेमाल करें।

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