World Meditation Day: आज 21 दिसंबर को विश्व चिंतन दिवस मनाया जा रहा है। भारत में यह पहला विश्व ध्यान दिवस है। भारतीय संस्कृति के अनुरूप चिंतन करने से व्यक्ति को मांसिक, भावनात्मक, शारीरिक व आध्यात्मिक लाभ मिलता है। चिंतन करने से शरीर के कई विकारों को दूर किया जा सकता है। मगर क्या आप जानते हैं कि विश्व चिंतन दिवस 22 फरवरी को मनाया जाता है। लेकिन भारत की विनती पर संयुक्त राष्ट्र ने सर्वसम्मति से 21 दिसंबर को विश्व चिंतन दिवस की घोषणा की। आज 21 दिसंबर को पहली बार संयुक्त राष्ट्र में विश्व ध्यान (चिंतन) दिवस मनाया जा रहा है। जिसमें भारतीय आध्यात्मिक गुरु श्री रविशंकर ने अपने प्रतिभागियों के साथ हिस्सा लिया।
भारत में प्रथम विश्व चिंतन दिवस | World Meditation Day
शनिवार, 21 दिसंबर 2024 को आज पहली बार भारत में विश्व चिंतन दिवस मनाया जा रहा है। आज हिंदू ज्योतिचार्य के अनुसार, सूर्य देवता उत्तरायण हो गए हैं। इसे धार्मिक दृष्टि से संक्रांति का दिन माना जाता है। आज ही के दिन देश भर में विश्व चिंतन दिवस मनाया जा रहा है। इस मौके पर देश के कई राज्यों में मंदिरों में ध्यान के कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। जहां बटुकों और आचार्यों के साथ श्रद्धालुओं ने भी पंक्ति में बैठकर ध्यान लगाया।
आज संयुक्त राष्ट्र मना रहा विश्व चिंतन दिवस | 21 december 2024
वहीं संयुक्त राष्ट्र में भी आज के दिन पहली बार विश्व चिंतन दिवस मनाया जा रहा है। विश्व चिंतन दिवस के इस आयोजन में भारतीय आध्यात्मिक गुरु श्री रविशंकर भी शामिल हुए। उनके साथ उनके प्रतिभागियों ने भी संयुक्त राष्ट्र में आयोजित विश्व चिंतन दिवस के कार्यक्रम में ध्यान लगाया। इस मौके पर भारत में भी कई राज्यों में विश्व चिंतन दिवस पर ध्यान कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं।
पहले 22 फरवरी को मनाया जाता था विश्व चिंतन दिवस | World Meditation Day 2024
पहले विश्व चिंतन दिवस 22 फरवरी को मनाया जाता था। इसी साल 2024 की फरवरी में विश्व चिंतन दिवस मनाया जा चुका है। अब इसी साल 21 दिसंबर को विश्व चिंतन दिवस मनाया जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र में पहले 22 फरवरी को चिंतन दिवस (Thinking Day) नाम से मनाया जाता था। दरअसल, संयुक्त राष्ट्र में 22 फरवरी को लॉर्ड बेडेन के जन्मदिन के रूप में ध्यान दिवस मनाया जाने लगा था। लॉर्ड बेडेन स्काउटिंग के प्रमुख गाइडिंग के चीफ पॉवेल की पत्नी थी। लेकिन साल 1999 में आयरलैंड में हुए 30वें विश्व सम्मेलन के दौरान चिंतन दिवस का नाम परिवर्तित कर इसे विश्व चिंतन दिवस घोषित कर दिया गया था।
विश्व चिंतन दिवस का उद्देश्य – व्यक्ति का आंतरिक संतुलन | meditation day
विश्व ध्यान दिवस का उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना, शांति स्थापित करना और सतत विकास को प्रोत्साहित करना है। ध्यान एक प्राचीन अभ्यास है, जो आधुनिक समय में आंतरिक परिवर्तन और शांति प्राप्त करने के लिए प्रभावी साधन माना जाता है। यह मानसिक, भावनात्मक, शारीरिक और आध्यात्मिक पहलुओं सहित व्यापक मानव कल्याण का लक्ष्य रखता है। इस अवसर पर, हम सभी को ध्यान की शक्ति को अपनाकर सकारात्मकता और मानिसक शांति की दिशा में कदम बढ़ाना चाहिए, ताकि एक शांतिपूर्ण और सद्भावनापूर्ण विश्व का निर्माण हो सके।
भारत ने 5 देशों के साथ पेश किया था प्रस्ताव
दरअसल, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 6 दिसंबर को सर्वसम्मति से 21 दिसंबर को विश्व दिवस मनाने की घोषणा की थी। इसमें भारती का भी महत्वपूर्ण योगदान है। भारत ने इस प्रस्ताव को लिकटेंस्टीन, श्रीलंका, नेपाल, मैक्सिको और अंडोरा के साथ मिलकर संयुक्त राष्ट्र महासभा के सामने प्रस्तुत किया था। जिसका उद्देश्य शांति और समग्र मानव कल्याण को बढ़ावा देने के महत्व को उजागर करना है।
Also Read : Ram Kapoor Weight Loss: राम कपूर का वेट ट्रांसप्लांट देख चौंके फैन, स्लिम टमी व 6 पैक एब्स में फोटो वायरल