World Hindi Day: हिंदी से जुड़े ये तथ्य आपको शायद ही मालूम होंगे

अंग्रेजी जो केवल धन की भाषा बोल सकती थी
रखी बाजार में वस्तु का केवल मोल करती थी
जुड़ी वो काम से इसलिए बनी वो मान की भाषा
बनी वो आज पूरे विश्व के अभिमान की भाषा..
और हिंदी क्या थी?
की हिंदी थी, जो मन के बंद ताले खोल सकती थी
हमारी आत्मा और ज्ञान का पथ बोल सकती थी
बनाकर राज की भाषा बहुत अच्छा किया तुमने,
हटाकर काज़ से इसको बहुत गच्चा दिया तुमने…

World Hindi Day: मशहूर कवी और अभिनेता आशुतोष राणा द्वारा लिखी गई इस कविता से हम हिंदी भाषा की महत्वता को जान सकते हैं. सामान्य से लेकर सामंतियों और गरीब से लेकर अमीरो तक की जुबां पर हिंदी के जायके की मिठास मिलती है. सफर के दौरान हमें कई ऐसे भी लोग मिलते हैं जो अलग-अलग भाषाओं का उपयोग करते हैं लेकिन उन सब के बीच एकमात्र हिंदी ऐसी भाषा है जो सामान्य होती है क्यूंकि हम सभी की यात्रा की बोली हिंदी है। इसका कारण यह भी है कि हिंदी भारत की राज्यभाषा है. इस पर साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता साहित्यकार और पत्रकार जयंत पवार का मानना है कि ‘हिंदी अंग्रेजी से बेहतर इसलिए है, क्योंकि वह आम आदमी की भाषा है। उस आम आदमी की जिसे व्याकरण नहीं, संप्रेषण से मतलब है और जो विचार से नहीं, भावना से जुड़ा है।’

History Of World Hindi Day: ये बाते आज हम इसलिए दोहरा रहें हैं क्योंकि आज विश्व हिंदी दिवस है. हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है क्यूंकि साल 1949 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में पहली बार हिंदी भाषा का उपयोग किया गया था। यह दिन भारत और दुनिया भर में हिंदी बोलने वालों और इस भाषा और इसके साहित्य को बढ़ावा देने के अवसर के रूप में मनाया जाता है। बता दें कि हिंदी एक इंडो-आर्यन भाषा है जो दुनिया भर में 260 मिलियन से अधिक लोगों द्वारा बोली जाती है. साथ ही यह दुनिया की चौथी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा भी है. विश्व हिंदी दिवस मनाने की शुरुआत 20 वीं शताब्दी में हुई थी, जब हिंदी को पहली बार भारत की आधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता दी गई थी। आजादी के बाद के वर्षों में, दुनिया भर में हिंदी बोलने वालों ने भाषा और इसकी संस्कृति का जश्न मनाना शुरू कर दिया, और पहला विश्व हिंदी दिवस 2006 में मनाया गया। इस साल 2024 विश्व हिंदी दिवस का थीम, “Traditional Knowledge to Artificial Intelligence यानि हिंदी पारंपरिक ज्ञान से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तक” है। जिसका उदेश्य हिंदी का प्रचार करना है। यह पहल केंद्रीय हिंदी निदेशालय और आईसीसीआर द्वारा की गई है.

Importance Of Hindi: हिंदी भाषा की अहमियत कितनी है इसका वर्णन हम दो लाइनों में करेंगे कि मात हमारी हिंदी ने एक दानी बना दिया हमको, शून्य दिया दुनिया को स्वाभिमानी बना दिया हमको, एहसान किए कितने हम पर कैसे गिनवाऊं मैं, अ से अनपढ़ शुरू किया और ज्ञ से ज्ञानी बना दिया हमको. इस भाषा की महत्वता का खूबसूरत उदहारण यह है कि सबसे अधिक सार्वजनिक रूप से हिंदी का विरोध करने वाले दक्षिण भारत के कई राजनीतिज्ञ अपने बच्चों को प्राइवेट ट्यूशन हिंदी पढ़ा रहे हैं ताकि जिंदगी की दौड़ में वे पीछे नहीं रह जाएं! जाहिर है दक्षिण के लोग ऊपर से जैसा भी जाहिर करें, भीतर से उन्हें मालूम है कि राष्ट्र की मुख्यधारा से उन्हें जोड़ेगी तो हिंदी भाषा ही। वहीं, हिंदी के विरुद्ध बयानबाजी के लिए अक्सर सुर्खियों में रहने वाले तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के खुद के पांच कालेज हैं और सभी के हिंदी विभाग तमिलनाडु में सर्वश्रेष्ठ कहलाते हैं। दक्षिण भारत हिंदी प्रचार सभा की परीक्षाओं में अकेले 2020-21 में प्रथमा से लेकर पीएचडी तक साढ़े नौ लाख विद्यार्थी बैठे। जबकि मुंबई महानगरपालिका के बहुत से स्कूलों में मराठी के बाद हिंदी माध्यम का ही नंबर है। ऐसे में आप भी सोच रहे होंगे कि आखिर क्या वजह है कि बच्चे मातृभाषा कन्नड़, तेलुगु और तमिल भाषी माध्यम लेने के बजाय हिंदी माध्यम ही चुन रहे हैं? तो इसका जवाब है कि हिंदी में उन बच्चों के लिए स्कोप ज्यादा है और इसीलिए वह हिंदी भाषा का चयन कर रहें हैं।

World Hindi Day in Hindi: बता दें कि केवल देश में ही नहीं बल्कि विदेश में भी हिंदी भाषा का काफी महत्व है. दरअसल, हिंदी भाषा भारत को छोड़कर 20 से अधिक देशों में बोली जाती है, जिसमें अमेरिका, मॉरीशस, दक्षिण अफ्रीका, यमन, युगांडा, सिंगापुर, पाकिस्तान, नेपाल और न्यूजीलैंड शामिल हैं। हिंदी की लोकप्रियता हर साल 94 प्रतिशत बढ़ रही है क्योंकि यह उन सात भाषाओं में से एक है जिनका उपयोग वेब एड्रेस बनाने के लिए किया जाता है। दुनिया की लगभग हर संभव ध्वनि को हिंदी में एल्फाबेट की मदद से लिखा जा सकता है। लेकिन अंग्रेजी को पूरक की आवश्यकता होती है. इसके अलावा भारत के बाहर के देशों में हर दिन लगभग 25 हिंदी पत्रिकाएं और समाचार पत्र प्रकाशित होते हैं। खास बात तो यह है की हिंदी भाषा के शब्द ‘स्वदेशी’ को ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में जोड़ा गया है। इसके अलावा और भी कई हिंदी शब्द हैं जिन्हे शामिल किया गया है जैसे आधार, अच्छा, आदि। इतना ही नहीं दुनिया भर के 176 विश्वविद्यालयों में हिंदी को एक भाषा के रूप में पढ़ाया जाता है।

अंत में हम बस इतना ही कहेंगे कि हिंदी भाषा सिर्फ एक भाषा नहीं है बल्कि एक भाव है. हम अपनी भाषा को ज़िंदा रखेंगे तो अगली पीढ़ी भी इसे कायम रखेगी. हिंदी भाषा माँ की तरह होती है जो सब समझ जाती है क्यूंकि आज भी देश में जब कोई दूसरी भाषा नहीं समझ पाता तो लोग बड़े फक्र से कहते हैं कि हिंदी में समझाना पड़ेगा क्या।

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