सर्दियों में रखना है खुद को स्वस्थ और सुन्दर तो करिये रोज़ाना तिल का इस्तेमाल

Sesame seeds and sesame-based foods kept on a plate, commonly consumed during winter for nutritional benefits

Sesame Oil Benefits During Winter: सर्दियों का मौसम आते ही तिल का इस्तेमाल ज़रूर करना चाहिए क्योंकि इसके बहोत से फायदे हैं तो आइये जान लेते हैं इसके फायदों के बारे में। सबसे पहले बात करते हैं इसे खाने की और वैसे भी ठंड के मौसम में हम अक्सर काले और सफेद तिल से बने लड्डू तो खाते ही हैं लेकिन अगर हम सर्दियों में काले तिल के तेल का भी इस्तेमाल करें तो ये हमें और भी फायदे दे सकता है। आयुर्वेद के अनुसार भी तिल के सेवन का सबसे सही समय सर्दियों का मौसम माना गया है और हमारी दादी नानी भी सर्दियों में तिल का सेवन करती थीं।

पोषक तत्वों का है खज़ाना :-

पोषक तत्वों की बात करें तो तिल प्रोटीन, विटामिन डी, विटामिन ई और फॉस्फोरस जैसे पोषक तत्वों का खज़ाना होता है। इसके तेल में विटामिन और मिनरल्स की प्रचुर मात्रा होती है। इसका सेवन करने से सांस और फेफड़ों से जुड़ी बीमारियों में भी बहुत आराम मिलता है सर्दी के मौसम में तिल का तेल खाने से शरीर ठंड की चपेट में नहीं आता है और इसके अलावा तिल के प्रयोग से हमारे शरीर में वात और कफ भी नियंत्रित रहते हैं। तो आइये विस्तार से जानते हैं इसके फायदों के बारे में।

हड्डियों को बनाए मज़बूत :-

तिल में आयरन और कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा होने की वजह से तिल के तेल का सेवन करने से हमारी हड्डियां मज़बूत होती हैं और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा कम हो जाता है यहाँ तक कि जोड़ों की सूजन या गठिया की समस्या में भी ये बहुत फायदेमंद होता है।

दिल का भी रखे ख्याल :-

तिल में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण हार्ट को हेल्दी रखने का काम करते हैं इसलिए इसे खाने से हार्ट से जुड़ी बीमारियों का जोखिम कम हो जाता है और हमारे शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बेहतर होने लगती है।

तिल का सेवन ठंड से बचाता है:-

सर्दियों में तिल के तेल को कुकिंग ऑयल की तरह इस्तेमाल करने की सलाह इसलिए भी दी जाती है क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है और ये हमें ठंड से बचाता है।

ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल करता है :-

तिल के तेल में मैग्नीशियम की प्रचुर मात्रा होती है इसलिए ये हमारे ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल है और हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है। जिससे हमारा दिल रहता है स्वस्थ।

स्ट्रेस को भी करे दूर :-

तिल के तेल में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट गुण स्ट्रेस और तनाव को भी कम करते हैं। इसके अलावा तिल के तेल के इस्तेमाल से हमारी स्किन भी चमकदार और हेल्दी हो जाती है क्योंकि इसमें गामा-टेकोफॉरल मौजूद होता है जो एक तरह का विटामिन ई है और स्किन के लिए बहोत अच्छा माना जाता है।

बालों के लिए भी है उपयोगी :

तिल न केवल हमारे शरीर को अंदर से मज़बूत करता है बल्कि इसके सेवन से हमारे बाल भी जड़ों से मज़बूत हो जाते हैं। तिल के बीज कई तरह के न्यूट्रिएंट्स से भरपूर होते हैं, जो बालों की ग्रोथ में मदद करते हैं, इसमें कैल्शियम, विटामिन बी1, कॉपर, आयरन, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, ज़िंक भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है इसलिए अगर आपको बालों से जुड़ी कोई भी समस्या हो या फिर आपके बाल बहोत झड़ रहे हों तो आप सफेद तिल का तेल बालों में लगाएँ हल्के हाँथों से मालिश करें या चंपी करें, इससे बालों का गिरना कम हो जाता है।

सर्दियों में है बालों का डॉक्टर :-

सर्दियों के मौसम में हमारे बाल बहुत ज़्यादा रूखे, डल और बेजान हो जाते हैं, स्कैल्प पर खुजली, रूसी जैसे प्रॉब्लम्स हो जाती हैं , जिससे बालों की जड़ें कमज़ोर हो जाती हैं और बाल ज़्यादा झड़ने लगते हैं। तिल के तेल से सिर और बालों की मसाज करने से सिर की त्वचा सॉफ्ट होती है, ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है जिससे बालों तक ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुँचते हैं। बालों में स्मूदनेस आती है और बाल सिल्की भी हो जाते हैं। इंफ्लेमेशन, इर्रिटेशन भी दूर हो जाता है। इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल प्रॉपर्टीज होती हैं, जो रूसी की समस्या को भी कम करती हैं। तिल के तेल को आप हेयर मास्क की तरह भी लगा सकते हैं इससे बाल जड़ से मज़बूत बनते हैं ,दो मुंहे बालों की समस्या दूर होती है और हेयर ब्रेकेज भी कम हो जाता है।

क्यों रखता है बालों को स्वस्थ :

बालों के विकास के लिए हमारे शरीर को कुछ फैट्स की भी बेहद ज़रुरत होती है जैसे ओमेगा-3 और ओमेगा-6 और तिल में ये फैटी एसिड भरपूर मात्रा में होते हैं हालाँकि मछली जैसे कुछ और खाद्य पदार्थो से हम ये कमी पूरी कर सकते हैं लेकिन अगर आप शाकाहारी(Vegetarian) हैं तो तिल के नियमित सेवन से भी ये कमी आसानी से पूरी कर सकते हैं और बालों की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।

समय से पहले बालों को सफेद भी नहीं होने देता :-

तिल एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है इसलिए ये तनाव और प्रदूषण से होने वाले नुकसान से लड़ता है, जिससे बाल समय से पहले सफेद नहीं होते और अगर आपके बाल सफेद हों भी गए हैं तो आप काले तिल को डाई की तरह भी इस्तेमाल कर सकते हैं ,इसके लिए मेहंदी में तिल का तेल मिलाकर लगाएँ बालों को गहरा रंग मिल जाएगा। उम्मीद है इतने सारे फायदों को जानने के बाद आप तिल का सेवन ज़रूर करेंगे। लड्डू और चिक्की के अलावा आप तिल को भूनकर या कच्चा चबाकर भी रोज़ाना खा सकते हैं।

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