भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को स्पेस में फंसे हुए 2 महीना से अधिक का समय हो चुका है. बीतते समय के साथ मुश्किल बढ़ती जा रही है . NASA लगातार प्रयाश कर रहा है. जैसे -जैसे समय बीत रहा है खतरा बढ़ता जा रहा है .
आपको बता दे कि सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को अंतरिक्ष में फंसे काफी समय हो चुका है. NASA लगातार दिन रात एक कर रहा है ताकि इन अंतरिक्षयात्रियों की सुरक्षित वतन वापसी हो सके . इन दोनों अंतरिक्षयात्रियों की वतन वापसी को लेकर नासा ने कहा कि स्टारलाइनर के साथ गए अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने की योजना बनाते समय सभी विकल्पों पर विचार किया है. नासा के अधिकारी ने कहा कि स्टारलाइनर के अंतरिक्ष यात्रियों की धरती पर वापसी की योजना बनाते समय सभी विकल्पों पर विचार किया गया है.
किन चीजों का खतरा
रिपोर्ट्स के मुताबिक फ्लूइड इंबैलेंस के कारण हृदय पर असर पड़ता है। ऐसे में जब अंतरिक्ष यात्री धरती पर लौटते हैं तो उन्हें चक्कर या बेहोशी जैसा लगता है। कॉस्मिक और सौर रेडिएशन के संपर्क से कैंसर और गंभीर बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। अंतरिक्ष में ज्यादा लोगों का न होना मानसिक स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। इसके अलावा पृथ्वी की तुलना में अंतरिक्ष यात्री उच्च स्तर के रेडिएशन का सामना करते हैं. इसमें गैलेक्टिक कॉस्मिक किरणें और सौर कण शामिल होते हैं. यह डीएनए क्षति और कैंसर की बढ़ती संभावना का जोखिम पैदा करते हैं. रेडिएशन के लेवल की स्पेस एजेंसियां सावधानी पूर्वक निगरानी करते हैं.
2025 तक होंगी वापसी
NASA के अधिकारी ने बताया कि बोइंग स्टारलाइनर के अंतरिक्ष यात्रियों की पृथ्वी पर वापसी की योजना को तैयार करते समय सभी विकल्पों पर विचार किया गया है। उनमें एक विकल्प यह भी है कि दोनों अंतरिक्ष यात्रियों की 2025 में पृथ्वी पर वापसी हो सकती है। इस योजना में स्पेसएक्स भी शामिल है।
कमर्शियल क्रू प्रोग्राम के मैनेजर स्टीव स्टिच की तरफ से कहा गया कि नासा का मुख्य विकल्प विल्मोर और सुनीता को स्टारलाइनर अंतरिक्षयान से वापस लाना है। लेकिन हमने यह सुनिश्चित करने के लिए योजना बनाई है कि हमारे पास दूसरे विकल्प खुले हों।
सुनीता विलियम्स और बैरी विल्मोर फिलहाल अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) में मौजूद हैं। बोइंग स्टारलाइनर में खराबी की वजह से दोनों अंतरिक्ष यात्रियों की अभी तक वापस नहीं हो पाई है।
अंतरिक्ष यान बोइंग स्टारलाइनर सुनीता विलियम्स और बैरी विल्मोर को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर पांच जून को लेकर गया था। यह मिशन सिर्फ आठ दिन का ही था, लेकिन हीलियम लीक और थ्रस्टर में खराबी के कारण अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी को टाल दिया गया। बोइंग स्टारलाइनर ने यह पहली उड़ान भरी थी। सुनीता विलियम्स और बैरी विल्मोर दो महीने से अंतरिक्ष में फंसे हैं।