क्या स्टालिन देंगे इस्तीफा? जोसेफ विजय की रैली में भगदड़ से 39 लोगों की मौत!

Vijay Rally Stampede Death: तमिलनाडु के करुर में शनिवार शाम तमिलागा वेट्ट्री कझगम (TVK) प्रमुख और अभिनेता जोसेफ विजय (Vijay) की राजनीतिक रैली में भगदड़ (Tamilnadu Stampede) से 39 लोगों की मौत हो गई, जिसमें 8 बच्चे और 16 महिलाएं शामिल हैं। इस हादसे ने राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि विपक्षी नेताओं ने अभी तक मुख्यमंत्री एमके स्टालिन (MK Stalin) से इस्तीफा नहीं मांगा है। इससे तुलना कुंभ मेले (Kumbh Mela Stampede) की भगदड़ से की जा रही है, जहां योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) से विपक्ष इस्तीफा मांग रहा था, और पहलगाम हमले (Pahalgam Attack) के बाद गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) से भी इस्तीफे की मांग उठी थी।

शनिवार को करुर में विजय की रैली (Vijay Rally) में 125,000 से 130,000 लोग जुटे, लेकिन भीड़ अनियंत्रित हो गई। अतिरिक्त डीजीपी (ADGP) एस. डेविडसन देवासिरवथम (S. Davidson Devasirvatham) ने बताया कि लोग विजय के वाहन के पीछे-पीछे चलने लगे, जिससे दबाव बढ़ा और भगदड़ मच गई। विजय ने बीच में भाषण रोककर मदद मांगी, लेकिन तब तक 39 लोगों की मौत (39 Deaths) हो चुकी थी और 40 से अधिक घायल हैं। राज्य सरकार ने मृतकों के परिवारों को 10 लाख रुपये और घायलों को 2 लाख रुपये की सहायता घोषित की है। एक FIR भी TVK नेताओं के खिलाफ दर्ज की गई है।

स्टालिन से इस्तीफे की मांग क्यों नहीं?

पिछले घटनाओं में विपक्ष ने सक्रियता दिखाई थी। कुंभ मेले की भगदड़ (Kumbh Stampede) के बाद समाजवादी पार्टी (SP) और अन्य दलों ने योगी आदित्यनाथ से इस्तीफा मांगा था, यह कहते हुए कि सुरक्षा व्यवस्था में चूक हुई। इसी तरह, पहलगाम हमले (Pahalgam Attack) के बाद BJP और अन्य दलों ने अमित शाह से इस्तीफे की मांग की थी, यह दावा करते हुए कि आतंकवाद पर नियंत्रण नहीं है। लेकिन करुर हादसे में, AIADMK, BJP, और अन्य विपक्षी दलों ने स्टालिन से इस्तीफा नहीं मांगा। विशेषज्ञों का कहना है कि यह विजय की बढ़ती लोकप्रियता और विपक्ष के डर का नतीजा हो सकता है, क्योंकि वे TVK को नाराज नहीं करना चाहते।

मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने हादसे पर शोक जताया और राहत कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा, “यह दुखद घटना है, हम हर संभव मदद करेंगे।” विजय ने मृतकों के परिवारों को 20 लाख रुपये और घायलों को 2 लाख रुपये देने की घोषणा की, साथ ही कहा, “यह मेरे लिए अपूरणीय क्षति है।” हालांकि, कुछ नेताओं ने आरोप लगाया कि विजय ने भीड़ को नियंत्रित करने में विफल रहे।

सोशल मीडिया पर #KarurStampede ट्रेंड कर रहा है, जहां लोग स्टालिन से जवाबदेही मांग रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, “कुंभ में योगी से इस्तीफा मांगा गया, पहलगाम में शाह से, तो करुर में स्टालिन क्यों बचे?” दूसरी ओर, विजय के समर्थक उन्हें दोषमुक्त बता रहे हैं और सरकार पर निशाना साध रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु (President Murmu) ने भी शोक व्यक्त किया है।

वर्तमान में स्टालिन से इस्तीफे की मांग नहीं है, लेकिन जन दबाव बढ़ सकता है अगर जांच में सुरक्षा में चूक साबित होती है। राज्य सरकार ने जांच आयोग गठित किया है, जिसकी रिपोर्ट पर भविष्य का रुख निर्भर करेगा। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि स्टालिन की स्थिति अभी मजबूत है, लेकिन विपक्ष की चुप्पी लंबे समय तक बनी रहना मुश्किल होगा।

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