Rahul Gandhi Helicopter Stopped In Jharkhand : झारखण्ड विधानसभा चुनाव (Jharkhand Assembly Election ) को लेकर राजनीतिक पार्टियां अपने – अपने चुनाव प्रचार में जुटी हुई हैं. प्रचार प्रसार के साथ आरोप – प्रत्यारोप का सिलसिला भी बदस्तूर जारी है. कुछ दिन पहले महाराष्ट्र से उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray Viral Video )का वीडियो आया. जिसमे उन्होंने उनके हेलीकॉप्टर की चेकिंग कर रहे चुनाव आयोग के कर्मचारियों से बदसलूकी की, वो इस बात से नाराज थे कि उद्धव ठाकरे की चेकिंग कैसे हो गई ? उन्होंने ये भी कहा कि मेरा यूरीन पॉट भी चेक कर लो , लेकिन इसके बाद हुआ क्या ? सिर्फ किरकरी उडी और कुछ नहीं । अब यही हाल राहुल गांधी के साथ हो रहा है. कांग्रेस के लोग आरोप लगा रहे हैं कि बीजेपी के लोगों ने जानबूझकर राहुल गांधी के हेलीकॉप्टर को उड़ने से रोका , Rahul Gandhi झारखण्ड के गोड्डा में सभा कर रहे थे, जब सभा पूरी करके वो अपने हेलीकॉप्टर में बैठे तो उन्हें उड़ान भरने से ही रोक दिया गया.
बताया गया कि एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने राहुल गाँधी के हेलीकॉप्टर को गोड्डा के बेलबड्डा से उड़ान भरने की अनुमति ही नहीं दी. इस दौरान राहुल गांधी तबतक अपने हेलीकॉप्टर में बैठे रहे और मोबाईल चलाते रहे जबतक उनके हेलीकॉप्टर को उड़ने की इजाजत नहीं मिल गई.
राहुल गांधी के हेलीकॉप्टर को उड़ने से रोका
राहुल के साथ हुई इस घटना के बाद कांग्रेस पार्टी आग बबूला हो गई. महागमा के विधायक और कांग्रेस कैंडिडेट दीपिका पण्डे सिंह ने कहा कि राहुल गांधी को इस लिए रोका गया क्योंकी पीएम मोदी (PM Modi ) देवघर में हैं. राहुल गांधी को उस क्षेत्र से निकलने की अनुमति नहीं मिली । प्रोटोकॉल है, हम समझते हैं मगर कांग्रेस ने देश में 70 सालों तक राज किया और किसी विपक्षी नेता के साथ ऐसा बर्ताव नहीं किया गया. बता दें कि राहुल गांधी क गोड्डा से बोकारो जाना था, यहां उनकी एक और चुनावी सभा थी लेकिन वो डेढ़ घंटे लेट हो गए.
क्यों रोका गया राहुल गांधी का हेलीकॉप्टर ?
न्यूज़ रिपोर्ट्स की माने तो राहुल गांधी के हेलीकॉप्टर को इसी लिए रोका गया क्योंकी प्रधान मंत्री मोदी बिहार के जमुई से सभा कर देवघर आ रहे थे. ऐसे में इस हवाई रुट को पूरी तरह से ब्लॉक कर दिया गया था. जाहिर है मामला पीएम की सुरक्षा से जुड़ा है, उनका अपना प्रोटोकॉल है. इसी लिए राहुल गांधी के हेलीकॉप्टर तो नहीं उड़ने दिया गया और रुट क्लियर होने के बाद उड़ान भरने की इजाजत दे दी गई. इसमें विवाद जैसा कुछ था नाही , लेकिन राजनीती में जबरदस्ती के आरोप – प्रत्यारोप न हों तो कैसी राजनीती ?