Ujjain Mei Kyon Raat Koi Nahi Rukta, Ujjain Mahakal Unkown Facts | उज्जैन को महाकाल (Ujjain Mahakal) की नगरी कहा जाता है। सावन के महीने में मंदिर परिसर श्रद्धालुओं से भरा हुआ होता है, और महाकाल की भव्य आरती का साक्षी बनता है। इस मंदिर में दूर दूर से श्रद्धालु, नेता, राजा और अभिनेता और अभिनेत्री महाकाल (Ujjain Mahakal) के दर्शन करने पहुंचते हैं। लेकिन इस मंदिर (Ujjain Mahakal) में एक मान्यता है की इस मंदिर में कभी कोई राजा या नेता रात में नहीं रुकता। आइए जानते है इसके पीछे का कारण और मान्यताओं के बारे में।
रात में कोई भी राजा मंदिर प्रांगण में नहीं रुकता
ऐसी मान्यता है इस नगरी और इस मंदिर (Ujjain Mahakal) के राजा केवल एक ही है, वो है भगवान भोलेनाथ जो अपने प्रजा के कष्टों को हरते हैं। इस लिए चाहे कोई भी कितना भी बड़ा राजा या राजनेता हो वो इस जगह (Ujjain Mahakal) पर कभी भी रात में नहीं रुकता. क्योंकि कई लोगों ने ये गलती की और उनका राज पाठ सम्पत हो गया या फिर उन लोगों के साथ कुछ और बुरी घटनाएं घटित हुई। इस लिए इस मंदिर में कोई भी राजा रात को विश्राम या फिर रुकने की गलती नहीं करता है।