Rang Panchami Date 2025 In Hindi: रंगों के महोत्सव होली के पांचवें दिन रंग पंचमी का त्यौहार मनाया जाता है, हिंदू पंचांग के अनुसार रंग पंचमी चैत्र कृष्णपक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है।
पौराणिक मान्यता है, इस दिन देवी देवता धरती पर होली खेलने आते हैं, इसीलिए इस दिन का अत्यधिक महत्व होता है।
सुख और समृद्धि के लिए लोग बहुत विधि-विधान से पूजा पाठ इत्यादि करते हैं, कई लोग कुंडलियों के ग्रह-नक्षत्र इत्यादि के लिए ज्योतिषियों से भी अनुष्ठान और पूजा-पाठ करवाते हैं। संगीत भजन इत्यादि के कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं।
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क्यों मनाई जाती है रंग पंचमी? | Rang Panchami Kyu Manai Jati Hai
रंग पंचमी क्यों मनाई जाती है? इसका धार्मिक महत्व क्या है? आइए जानते हैं। यह पर्व चैत्र मास की कृष्णपक्ष की पंचमी को मनाया जाता है, जिसके कारण इसे रंग पंचमी कहते हैं, इस पर्व को देवपंचमी या श्रीपंचमी भी बोला जाता है।
धार्मिक मान्यता है रंग पंचमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण और राधारानी से होली खेलते थे और एक-दूसरे को रंग गुलाल लगाया करते थे।
मान्यता यह भी है इस दिन देवी-देवता भी पृथ्वी पर आते हैं और होली खेलते हैं, अर्थात यह पर्व देवताओं के होली का उत्सव है, शायद इसीलिए इस दिन देवी-देवताओं को रंग-अबीर इत्यादि चढ़ाया जाता है, माना जाता है इससे देवताओं की विशेष कृपा होती है।
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इस वर्ष कब है रंग पंचमी | Rang Panchami 2025 Date
इस वर्ष जैसे होली की तिथि पर लोगों को संशय है, उसी तरह रंग पंचमी को लेकर भी है, कुछ लोग 18 मार्च और कुछ लोग 19 मार्च को रंग पंचमी मना रहे हैं।
दरसल वैदिक पंचांग के अनुसार, चैत्र माह की पंचमी तिथि 18 मार्च को रात 10 बजकर 9 मिनट में शुरू हो रही है और इस पंचमी तिथि का समापन 20 मार्च को रात 12 बजकर 36 मिनट पर होगा, इसीलिए उदया तिथि के अनुसार रंग पंचमी 19 मार्च को होगी।