Bluetooth को ब्लूटूथ क्यों बोलते हैं, कभी सोचा है?

How Bluetooth Got Its Name

Bluetooth का हिंदी अर्थ देखा जाए तो इसे नीला दांत कहा जाएगा, तो इसका अविष्कार करने वालों ने इसे ऐसा नाम दिया ही क्यों? 

Bluetooth का लोगो Ancient German Alphabest के ‘Hagall Hall’ और ”Bjarkan Goddess’ अल्फाबेट को मिलाकर बनाया गया था और ‘Bjarkan’ अल्फाबेट किंग हेराल्ड ब्लूटूथ का इनिशियल भी था.

ब्लूटूथ का नाम कैसे पड़ा: डिब्बा फोन से लेकर स्मार्टफोन और लैपटॉप सहित गेमिंग कंसोल्स में एक सबसे कॉमन टेक्नोलॉजी होती है, जो दूसरे डिवाइसेस को बिना किसी वायर के कनेक्ट कर देता है.  इस टेक्नोलॉजी को हम Bluetooth के नाम से जानते हैं. अब Bluetooth के क्या-क्या इस्तेमाल होते हैं ये बताने की जरूरत नहीं है. हम सबने BT का इस्तेमाल पहले भी किया है, आज भी करते हैं और आगे भी इसकी जरूरत पड़ती रहेगी. लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा है कि Bluetooth को ब्लूटूथ ही क्यों कहते हैं? और किसने इसे ब्लूटूथ नाम दिया? 

ब्लूटूथ को ब्लूटूथ क्यों कहते हैं? 

How Bluetooth Got Its Name: ये बात है आज से 27 साल पहले 1996 की, तब तीन दिग्गज टेक कंपनियां Nokia, Ericsson और Intel ने Short Range Radio Technology को मोबाइल-कंप्यूटर में इस्तेमाल करने का प्लान बनाया, ताकि मोबाइल से दूसरे डिवाइस में बिना किसी फिजिकल वायर को कोन्नेक्ट किए डेटा ट्रांसफर किया जा सके और डिवाइसेस को बिना वायर के आपस में जोड़ा जा सके. इसी प्रोजेक्ट को टेम्प्रेरी नाम दिया गया था Bluetooth. 

ब्लूटूथ नाम किसने दिया 

Who Named Bluetooth:  Nokia, Ericsson और Intel के Short Range Radio Technology को नाम देने वाला कोई और नहीं बल्कि Intel के फाउंडर Jim Kardach थे, कह लीजिये कि ये ना होते तो शायद Bluetooth ही न होता. 

Bluetooth नाम क्यों दिया 

Jim Kardach को अपने इस प्रोजेक्ट को एक अस्थाई नाम देना था इसी लिए उन्होंने King Harald Gormsson के प्रचलित नाम ‘Bluetooth’ का इस्तेमाल किया

King Harald Gormsson कौन था

Bluetooth का लोगो Ancient German Alphabest के ‘Hagall Hall’ और ”Bjarkan Goddess’ अल्फाबेट को मिलाकर बनाया गया था और ‘Bjarkan’ अल्फाबेट किंग हेराल्ड ब्लूटूथ का इनिशियल भी था.

Who Was King Harald Gormsson: ये बात है 1000 साल पहले की  King Harald Gormsson नाम का एक Viking राजा था. इस राजा को लोग दो चीज़ों के लिए जानते थे, पहला कि इसने 958 AD में Denmark और Norway को एक रियासत बनाकर उसे Scandinavia बना दिया था और दूसरा कि राजा का एक दांत नीले रंग का था इसी लिए उसे ‘Bluetooth’ भी कहा जाता था.

अब वापस 1996 में चलते हैं, Intel के कर्ताधर्ता Jim Kardach ने अपनी टेक्नोलॉजी को Bluetooth इसी लिए नाम दिया क्योंकी किंग हेराल्ड ने नॉर्वे और डेनमार्क को जोड़ा था इसी तरह उनकी बनाई Short Range Radio Technology भी एक डिवाइस को दूसरे डिवाइस से जोड़ती थी. लेकिन ये परमानेंट नाम नहीं था इसे बदला जाना था. 

टेक्नोलॉजी बन गई, अब इसे पेटेंट करने की घड़ी आई, तीनों एक्सपर्ट्स को अस्थाई नाम Bluetooth को हटाकर अपने इन्वेंशन को नया नाम देना था. इसके लिए दो नाम सुझाव में दिए गए, पहला PAN और दूसरा Radio Wire, लेकिन PAN नाम की टेक्नोलॉजी पहले से ही थी और Radio Wire को समय रहते ट्रेडमार्क नहीं मिल सका, इसी लिए कोई तीसरा नाम खोजने की जगह Bluetooth को ही फाइनल कर दिया गया. 

ब्लूटूथ का लोगो कैसे बना

 Bluetooth का लोगो Ancient German Alphabest के ‘Hagall Hall’ और ”Bjarkan Goddess’ अल्फाबेट को मिलाकर बनाया गया था और ‘Bjarkan’ अल्फाबेट किंग हेराल्ड ब्लूटूथ का इनिशियल भी था.

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