बरसात का मौसम आते ही, क्यों नाचने लगते हैं मोर

Peacocks Dance During The Rainy Season: बरसात का मौसम आते ही प्रकृति जैसे कोई उत्सव मनाने लगती है। बादलों की गड़गड़ाहट, धरती की सोंधी खुशबू, और इसी के साथ जब किसी गाँव या जंगल के किनारे मोर पंख फैलाकर नाचने लगता है, तो वह दृश्य किसी जीवित चित्र की तरह मन मोह लेता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि मोर आखिर बरसात में ही क्यों नाचता है? आइए इसके पीछे छिपे वैज्ञानिक और प्राकृतिक कारणों को जानते हैं।

बरसात के मौसम में बदल घिरते ही क्यों नाचने लगते हैं मोर

बादलों की गड़गड़ाहट और बिजली की चमक मोरों को उत्तेजित करती है। वैज्ञानिकों का मानना है कि ये ध्वनियाँ उनके शरीर में हार्मोनल बदलाव लाती हैं, जिससे उनमें नृत्य की प्रवृत्ति जगती है। दरसल बरसात का मौसम मोरों के प्रजनन काल की शुरुआत होती है। यह मौसम आमतौर पर जून से सितंबर तक चलता है, जो मोरों के लिए संतानोत्पत्ति का समय होता है। नर मोर पंख फैलाकर आकर्षक नृत्य करता है ताकि मोरनी को आकर्षित कर सके। यह नृत्य प्रेम का इज़हार और साथी के चयन का माध्यम होता है। गर्मियों के बाद जब ठंडी हवाएं चलती हैं और वातावरण नम हो जाता है, तो यह मोरों को शारीरिक रूप से सक्रिय करता है। यह मौसम उनके लिए आरामदायक होता है, जिससे वे सहजता से नृत्य करते हैं।

मोरनी को रिझाने के लिए नाचता है मोर

जब भी हम बारिश में किसी मोर को पंख फैलाकर नाचते हुए देखते हैं, तो अक्सर यह सवाल मन में आता है मोर नाचता है, लेकिन मोरनी क्यों नहीं नाचती है? क्या मोरनी नाच नहीं सकती, या उसका स्वभाव अलग होता है? दरसल यह नृत्य प्रजननकाल में मोर का ‘प्रदर्शन’ होता है, जिससे वह मोरनी को रिझाता है। नर मोर अपने सुंदर रंग-बिरंगे पंख फैलाकर और लयबद्ध नृत्य करके मादा मोर को आकर्षित करने की कोशिश करता है। यह नाच “कर्टशिप डांस” कहलाता है, जो जीव-जंतुओं की दुनिया में अक्सर नर द्वारा किया जाता है।

सबसे सुंदर पंखों वाले मोर का चयन करती है मोरनी

मोरनी खुद नहीं नाचती, वह कई नाचते हुए मोरों को देखती है और उस मोर को चुनती है जिसके पंख सबसे सुंदर, रंग सबसे चमकदार और नृत्य सबसे लुभावना हो। यह उसके प्राकृतिक चयन की प्रक्रिया का हिस्सा होता है। दरसल सुंदर रंग-बिरंगे पंख मोर के पास होते हैं, मोरनी के पास नहीं। मोर का पंख उसकी पहचान होता है, जो उसकी उम्र, ताकत और स्वास्थ्य का संकेत देता है। वहीं, मोरनी के पंख भूरे और साधारण होते हैं, जिससे वह घोंसले में सुरक्षित रह सकती है, यह एक सुरक्षा की दृष्टि से अनुकूल प्रक्रिया है।

क्यों नहीं नाचती मोरनी

मोरनी का नाचना नहीं, बल्कि मोर का नाचना प्रकृति की एक सुव्यवस्थित रणनीति है। मोर नाचकर अपने आकर्षण और योग्यता का प्रदर्शन करता है, और मोरनी उसी आधार पर अपने संगी को चुनती है। यह न केवल एक सुंदर दृश्य होता है, बल्कि प्रकृति द्वारा प्रदत्त जीवन के चयन और संतति की निरंतरता का विज्ञान भी है। यह एक प्राकृतिक प्रदत्त नैसर्गिक प्रक्रिया है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी देखें, तो मादा का कार्य अंडों को देना और उनकी देखभाल करना होता है, जिसमें ऊर्जा की बड़ी खपत होती है। इसलिए वह अपनी ऊर्जा सजावटी नृत्य में नहीं खर्च करती। दूसरा उसके सुंदर पंख और नृत्य, खतरा भी बन सकते हैं क्योंकि यह ध्यान आकर्षित करता है। जबकि मोरनी भूरे रंग के साधारण पंख उसे जंगल में छिपने में मदद करते हैं।

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