Why did Trump extend the tariff deadline on India by 7 days: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) ने भारत पर 25% टैरिफ (US-India trade tariff) लगाने की समयसीमा को 7 दिन के लिए टाल दिया है। यह टैरिफ आज यानी 1 अगस्त से लागू होने वाला था, लेकिन अब यह 7 अगस्त से प्रभावी होगा (Donald Trump tariff delay)। ट्रम्प ने यह कदम भारत के साथ व्यापार समझौते (India-US Bilateral Trade Agreement) को अंतिम रूप देने के लिए उठाया है, क्योंकि दोनों देशों के बीच 6 महीने से चल रही बातचीत अभी तक बेनतीजा रही है।
ट्रम्प ने न केवल भारत, बल्कि चीन, रूस और कनाडा जैसे देशों पर भी व्यापारिक दबाव बढ़ाया है (Global trade war)। उन्होंने कहा कि अमेरिका का व्यापार घाटा (US trade deficit) इन देशों के साथ अस्वीकार्य स्तर पर है। भारत पर टैरिफ का फैसला रूस से हथियार और ऊर्जा खरीद (India-Russia energy trade) को लेकर भी है, जिसे ट्रम्प ने यूक्रेन युद्ध (Ukraine war) के संदर्भ में आलोचना की है।
उन्होंने कहा, “भारत हमारा दोस्त है, लेकिन उनके टैरिफ दुनिया में सबसे ज्यादा हैं और रूस से उनकी खरीदारी हमें पसंद नहीं (India-Russia arms deal)।” चीन के साथ भी ट्रम्प ने कड़े रुख अपनाए हैं। हाल ही में अमेरिका ने चीन के साथ 90 दिनों के लिए टैरिफ युद्धविराम (US-China tariff truce) किया था, लेकिन अब ट्रम्प ने संकेत दिए हैं कि अगर चीन ने व्यापार समझौते की शर्तें नहीं मानीं, तो टैरिफ बढ़ाए जा सकते हैं (China trade negotiations)।
रूस पर भी द्वितीयक टैरिफ (Secondary tariffs Russia) लगाने की बात हो रही है, जो उन देशों को प्रभावित करेगा जो रूस से तेल खरीदते हैं। कनाडा के साथ भी ट्रम्प का रवैया सख्त है। उन्होंने कनाडाई आयात पर टैरिफ को 25% से बढ़ाकर 35% कर दिया है (Canada-US trade tariff), जिसका असर दोनों देशों के बीच व्यापार पर पड़ सकता है। ट्रम्प ने कहा, “1 अगस्त की समयसीमा मजबूत है और इसे बढ़ाया नहीं जाएगा (August 1 tariff deadline)। यह अमेरिका के लिए बड़ा दिन है।” भारत ने इस मामले में राष्ट्रीय हित को प्राथमिकता देने की बात कही है।
वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, “हम किसानों, उद्यमियों और MSMEs के हितों की रक्षा करेंगे (India national interest)।” भारत ने अमेरिकी कृषि उत्पादों जैसे मक्का और डेयरी पर बाजार खोलने से इनकार किया है, जिसके कारण बातचीत में गतिरोध बना हुआ है (India-US agriculture trade)। विश्लेषकों का मानना है कि ट्रम्प का यह कदम वैश्विक व्यापार में तनाव बढ़ा सकता है (Global economic tension)। भारत, चीन, रूस और कनाडा जैसे देशों के साथ व्यापारिक रिश्तों पर इसका दीर्घकालिक असर पड़ सकता है।