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दिग्विजय पर क्यों भड़के छोटे भाई?

lakshman singh

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लक्ष्मण सिंह ने 26 जनवरी को गुना के कुंभराज पहुंचे थे. जहां उन्होंने गणतंत्र दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने कई मुद्दों पर अपनी बात रखी.

कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह ने एक बार फिर बड़े भाई और कांग्रेस पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने दिग्वजय सिंह को लेकर कहा कि उन्हें EVM का डेमो देने की क्या जरूरत थी. साथ ही ये भी कहा कि राहुल तय कर लें कि कांग्रेस पार्टी दलालों से चलेगी या कार्यकर्ताओं से चलेगी? लक्ष्मण सिंह 26 जनवरी को गुना के कुंभराज पहुंचे थे. जहां उन्होंने गणतंत्र दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने कई मुद्दों पर अपनी बात रखी.

EVM पर उठाया सवाल

लक्ष्मण सिंह ने EVM को पक्ष में कहा कि हम कई साल से कह रहे हैं कि EVM ख़राब है. इसे लाया कौन? हम लाए. सारी EVM ख़राब है, ये कौन मानेगा? कांग्रेस हिमाचल में कैसे जीत गई. पिछले चुनाव में राजस्थान में सरकार बनी. MP में हमारी ही सरकार बन गई थी, फिर गिर गई. तब EVM पर सवाल क्यों नहीं उठाया गया.

उन्होंने आगे कहा कि कुछ मशीने खराब हो सकती हैं, लेकिन सारी मशीने खराब हैं, सारा दोष EVM पर कैसे लगाया जा सकता है. ये गलत है. हम कुछ छिपा रहे हैं. आने वाले लोकसभा चुनाव में अपने कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरा रहे हैं. यह कह कर कि EVM ही खराब है. कौन काम करेगा लोकसभा में कि भैया EVM खराब है, क्यों मेहनत करें।

बड़े भाई को लेकर उन्होंने कहा कि क्या जरूरत थी डेमो देने की? क्या EVM ने कहा था कि सांसद निधि यहां देना। क्यों ऐसी जगह दी गई, जहां कांग्रेस चुनाव हारी है. बता दें कि दिग्विजय सिंह ने हाल ही में भोपाल में प्रेस कांफ्रेंस की थी. इसमें आईआईटीयन अतुल पटेल EVM और वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल में गड़बड़ी का डेमो दिया था.

बंटाढार नाम क्यों चल रहा है.

लक्ष्मण सिंह ने कहा कि मुझे बड़ा बुरा लगता है कि दिग्विजय का नाम मिस्टर बंटाढार रखा हैं. जनता की सेवा की, विकास किया, लेकिन बंटाढार नाम क्यों चल रहा है. बंटाढार नाम क्यों चल रहा है. यह नाम लेने से भाजपा को क्यों वोट मिलते हैं. ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि दलाल इनको छोड़ने वाले नहीं हैं. दलालों को बिठाने का काम आप और हम सब मिलकर करेंगे। ये तय कर लें कि दलालों की सुनना है या कार्यकर्ताओं की.

राहुल गांधी तय कर लें

उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी पदयात्रा में आएंगे। मेरा वीडियो राहुल को और कांग्रेस को जरूर भेजना। वो तय कर लें कि कांग्रेस पार्टी दलालों से चलेगी या कार्यकर्ताओं से या फिर उन नेताओं से जो गुमराह हो चुके हैं.

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