Site icon SHABD SANCHI

बिहार के सीमांचल से होकर क्यों निकल गए राहुल गांधी, वजह मुस्लिम वोटर्स या कुछ और?

Rahul Gandhi Bharat Jodo Nyay Yatraa

Rahul Gandhi Bharat Jodo Nyay Yatraa

Rahul Gandhi Bharat Jodo Nyay Yatraa: बिहार की राजनीति हमेशा से सुर्खियों में रही है हाल ही में सूबे में बड़ा राजनितिक बदलाव हुआ है. जिसका INDIA गठबंधन को बड़ा झटका लगा है. सत्ता परिवर्तन के बाद नितीश कुमार (Nitish Kumar) कांग्रेस पर खूब निशाना साध रहे हैं. लेकिन, इसी बीच राहुल गांधी का बिहार में सीमांचल दौरा हुआ. इस दौरे ने बिहार की राजनीति में सुगबुगाहट तेज कर दी है राजनीति में इंटरटेस्ट रखने वालों के मन में Rahul Gandhi इस यात्रा को लेकर कई सवाल खड़े होइ रहे हैं. सवाल इसलिए की राहुल गांधी ने ऐसा क्यों किया? उन्होंने अपने दौरे के लिए सीमांचल को ही क्यों चुना? कहीं इसके पीछे कांग्रेस को मुस्लिम वोट खिसकने का डर तो नहीं.

Rahul Gandhi Bharat Jodo Nyay Yatraa in Bihar: AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष अख़्तरूल (Chairman Akhtarul) ईमान ने राहुल गांधी के सीमांचल दौरे पर निशाना सधा है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी सीमांचल दौरे पर AIMIM के डर की वजह से आए थे. राहुल गांधी को डर था की AIMIM के रहते कांग्रेस का बिहार में दाल नहीं गलने वाली. अख़्तरूल ईमान ने आगे कहा राहुल गांधी जब सीमांचल दौर पर आए तो उन्होंने सीमांचल के समस्याओं को नहीं उठाया. बिहार में नालंदा, सासाराम सहित कई जिलों में मुसलमान के साथ हिंसा हुई, उन मुद्दों को नहीं उठाया.

Bihar Politics in hindi: दरअसल राहुल गांधी तीन दिन तक बिहार के सीमांचल दौरे पर आए और इस दौरान उन्होंने सभाओं को भी संबोधित किया इस दौरान उनका टारगेट नीतीश कुमार ही रहे. उनके दौरे पर जदयू MLC ख़ालिद अनवर (Khalid Anwar) ने तीखा हमला करते हुए कहा कि किसी का भी दौरा हो जाए, बिहार के मुसलमान नीतीश कुमार पर पूरा भरोसा करते हैं और इनके रहते उन्हें किसी बात की चिंता नहीं है.

ख़ालिद अनवर ने आगे कहा की कुछ पार्टियां ऐसी हैं जो मुसलमान को अपना जागीर समझती हैं. मैं उनसे कहना चाहूंगा की बिहार के हर मुसलमान को पता है कि राज्य में नीतीश कुमार के रहते मुस्लिम समाज को डरने या चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है, और इस बार के चुनाव में मुसलमान जदयू के साथ पूरी मुस्तैदी से खड़ा रहेगा. इस प्रकरण पर कांग्रेस MLC प्रेमचंद्र मिश्रा कहते हैं राहुल गांधी ने सीमांचल के इलाक़े को दौरे के लिए इसलिए चुना था क्योंकि उनका बंगाल दौरा था और बंगाल बिहार के सीमांचल से सटा हुआ है लेकिन इस पर भी बीजेपी से मिली हुई पार्टियों के पेट में दर्द हो रहा है.

मिश्रा आगे कहते हैं राहुल गांधी के दौरे को जिस तरह से जनता का प्यार मिला है उससे ऐसे लोगो की दुकान बंद होती दिख रही है जो बीजेपी के इशारे पर वोट बैंक सेंघ लगाने की कोशिश कर रहे थे. दरअसल प्रेमचंद्र मिश्रा का इशारा JDU और AIMIM पर था लेकिन कांग्रेस के नेता कुछ भी तर्क दें सीमांचल में कांग्रेस को अपनी एक मात्र सीट किशनगंज सीट बचाने के साथ-साथ इन इलाक़ों में पड़ने वाले सीट पर जीतने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी जो आसान काम तो बिलकुल नहीं है.

बिहार में कांग्रेस RJD के साथ है जिसका MY समीकरण है बावजूद इसके सीमांचल में AIMIM बड़ा फ़ैक्टर है. एनडीए के साथ आने के बाद जदयू भी और मजबूत हो जाती है और सिर्फ किशनगंज को छोड़कर एनडीए ने 40 में 39 सीटें जीत ली थी जिसमें सीमांचल की पूर्णिया, कटिहार और अररिया सीट भी है. राहुल गांधी के दौरे की एक बड़ी वजह मुस्लिम वोटर को अपने पाले में करने की कवायद भी मानी जा रही हैं जो कांग्रेस से दूर होती जा रही है. कांग्रेस बिहार में भी अपने पुराने वोटरों को मैसेज देने की तैयारी कर रही है और राहुल गांधी का दौरा इसी तस्वीर का हिस्सा है.

Exit mobile version