IT Sent 1700 Cr Notice To Congress: आयकर विभाग (Income Tax Department) ने कांग्रेस को 1700 करोड़ रुपए का रिमांड नोटिस (Demand Notice) भेजा है. IT के मुताबिक ये नोटिस 2017-18 से लेकर 2020-21 तक का है. जिसमे जुर्माने के साथ ब्याज की रकम शामिल है. कहा जा रहा है कि चुनाव में पैसों की तंगी से जूझ रही कांग्रेस के सामने अब नई समस्या खड़ी हो गई है. हाल ही में कोर्ट ने जो टैक्स असेसमेंट को लेकर जो याचिका दायर की थी उसे भी ख़ारिज कर दिया गया है. ये दावा खुद कांग्रेस के अजय माकन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही है.
अजय माकन ने बताया कि कांग्रेस को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से 1823 करोड़ रुपए का पेमेंट करने का डिमांड नोटिस भेजा गया है. ये सिर्फ बीते 5 वर्षों का नोटिस है, अभी IT तीन और सालों का नोटिस भेजने वाली है. इस नोटिस में सीताराम केसरी के कार्यकाल की भी 35 करोड़ का भुगतान भी शामिल है. अजय माकन ने कहा कि जिस आधार पर IT ने कांग्रेस को नोटिस दी है उसी आधार पर तो भाजपा को भी 4600 करोड़ का नोटिस मिलना चाहिए।
135 करोड़ के बैंक अकाउंट छीन लिए
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि अब सरकार ED, CBI के बाद आईटी का दुरुपयोग कर रही है. दावा किया कि 2017-18 में हमारे 14 लाख रुपए के वॉयलेशन के ऊपर भाजपा के इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने 135 करोड़ रुपए कांग्रेस के बैंक खाते से छीनकर ले गए। 2017-18 में ही भाजपा को 1 हजार 297 लोगों ने करीब 42 करोड़ रुपए का चंदा दिया। पिछले 7 सालों का जो हम लोगों ने हिसाब लगाया है। उसके मुताबिक 4600 करोड़ रुपए की पेनल्टी BJP के ऊपर लगनी चाहिए।
हाईकोर्ट ने क्या कहा?
दरअसल कांग्रेस ने वर्ष 2017-18, 2018-19, 2019-20 और 2020-21 के लिए इनकम टैक्स रिअसेस्मेंट प्रोसीडिंग शुरू करने के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी. लेकिन जस्टिस यशवंत वर्मा और जस्टिस पुरुषेंद्र कौरव की बेंच ने 28 मार्च को याचिका ख़ारिज करते हुए कहा था कि कांग्रेस के खातों में कई बेहिसाब लेनदेन थे. IT अधिकारीयों के पास टैक्स असेसमेंट लेने के ठोस सबूत हैं. इसी लिए एक्शन लिया गया.
पैसों की कमी से जूझ रही कांग्रेस
इनकम टैक्स द्वारा 200 करोड़ का जुर्माना लगाने और कांग्रेस के खातों को फ्रीज करने के बाद पार्टी अब दिवालिया होने की कगार पर खड़ी हो गई है. ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस अब सुप्रीम कोर्ट की ओर रुख कर सकती हैं.