Jet Airways Naresh Goyal ED: जेट एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयल को प्रवर्तन निदेशालय ने केनरा बैंक की शिकायत पर गिरफ्तार किया है
ED Arrested Naresh Goyal: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने जेट एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयल को गिरफ्तार कर लिया है. ED ने Naresh Goyal को शुक्रवार रात मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में मुंबई ऑफिस में बुलाया था और वहीं से उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
नरेश गोयल पर 538 करोड़ रुपए का घोटाला करने का इल्जाम लगाया गया है. पिछले साल नवंबर में केनरा बैंक ने नरेश गोयल और उनकी पत्नी अनीता सहित अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज की थी. इस शिकायत के बाद मई २०२३ में CBI ने आरोपियों के खिलाफ फ्रॉड करने का केस दर्ज किया था. बाद में इस मामले में ED की एंट्री हुई और ED ने Jet Airways के संस्थापक नरेश गोयल के खिलाफ Money Laundering एक केस दर्ज किया
नरेश गोयल को शनिवार 2 सितंबर को PMLA कोर्ट में पेश किया जाएगा, ED उनकी कस्टडी की डिमांड कर सकती है. इससे पहले भी ED ने उन्हें दो बार पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन वो पेश नहीं हुए थे. तीसरी बार नरेश गोयल ED के समन भेजने के बाद जब मुंबई ऑफिस गए तो पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
केनरा बैंक ने नरेश गोयल पर क्या आरोप लगाए
बताया गया है कि जेट एयरवेज को 848.86 करोड़ रुपए की क्रेडिट लिमिट में लोन दिया गया था. जिसमे से अभी भी 538.62 करोड़ रुपए बकाया है. ये अकाउंट 29 जुलाई 2021 को ही फ्रॉड घोषित कर दिया गया था.
इसके बाद बीते 5 मई को CBI ने नरेश गोयल के 7 ठिकानों में तलाशी ली थी. इस दौरान अनीता गोयल और जेट एग्जीक्यूटिव गौरांग शेट्टी के घर पर भी छापे पड़ थे।
CBI की FIR के आधार पर ED ने भी 19 जुलाई को मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया तब ED ने भी नरेश गोयल और उनके करीबियों के घर-दफ्तर में छापेमारी की थी
केनरा बैंक का आरोप है कि Jet Airways की फोरेंसिक ऑडिट में पाया गया है कि जेट एयरवेज ने अपने से जुडी कंपनियों को 1410.10 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए हैं. ऐसा कंपनी के अकाउंट से पैसा निकालने के लिए किया गया था.
गोयल परिवार के पर्सनल खर्चे – जैसे स्टाफ की सैलरी, फोन बिल और व्हीकल एक्सपेंस, सब जेट एयरवेज से ही होते थे। गोयल ने 1993 में जेट एयरवेज की स्थापना की थी। 2019 में एयरलाइन का चेयरमैन पद छोड़ दिया था।
4 साल से बंद है Jet Airways
बता दें कि 17 अप्रैल 2019 से जेट एयरवेज का काम ठप्प पड़ा है. जबकि एक समय था जब जेट एयरवेज भारत की सबसे बड़ी प्राइवेट एयरलाइंस में से एक थी और एयरलाइन को साउथ एशियन नेशन की सबसे बड़ी प्राइवेट एयरलाइन का दर्जा हासिल था.
जून 2021 में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) के बैंकरप्सी रिजॉल्यूशन प्रोसेस के तहत जालान-कालरॉक (Jalan-Kalrock) कंसोर्टियम ने जेट एयरवेज की बोली जीत ली। इसके बाद से जेट के रिवाइवल की प्रोसेस चल रही है, लेकिन अब तक एयरलाइन शुरू नहीं हो पाई है।