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Newsclick के पत्रकारों पर Delhi Police ने छापा क्यों मारा? जानें पूरा मामला

NewsClick Raid

NewsClick Raid

Delhi Police Raid On Newsclick Journalists: दिल्ली पुलिस ने न्यूज़क्लिक से जुड़े नामी पत्रकार अभिसार शर्मा (Abhisar Sharma) सहित कई बड़े नाम हैं.

न्यूज़क्लिक पर छापा क्यों पड़ा: दिल्ली पुलिस ने ऑनलाइन न्यूज़ चैनल ‘NewsClick’ और इससे जुड़े पत्रकारों के ठिकानों में (Delhi Police Raid News Click) छापेमारी की है. जिन जर्नलिस्ट्स के घर-दफ्तरों में रेड पड़ी है उनमे अभिसार शर्मा, पत्रकार उर्मिलेश सहित नामचीन मीडिया कर्मी हैं.

दिल्ली पुलिस ने नोएडा और गाजियाबाद में NewsClick वेबसाइट से जुड़े और जुड़े रहे कुछ पत्रकारों के खिलाफ एक्शन लिया है. इन पत्रकारों में भाषा सिंह, उर्मिलेश, प्रबीर पुरकायस्थ, अभिसार शर्मा, औनिंद्यो चक्रवर्ती और सोहेल हाशमी बताए जा रहे हैं. Abhisar Sharma और Bhasha Singh ने खुद ट्वीट करते हुए इसकी जानकारी दी है.

अभिसार शर्मा के घर जब दिल्ली पुलिस रेड मारने पहुंची तो पत्रकार ने X में पोस्ट करते हुए बताया कि दिल्ली पुलिस मंगलवार (3 अक्टूबर को) सुबह-सुबह उनके घर पहुंची. और उनका लैपटॉप और फोन छीन लिया है.

भाषा सिंह ने X में पोस्ट करते हुए लिखा की वो अपने फोन से आखिरी ट्वीट कर रही हैं. इसके बाद उनका फोन जब्त कर लिया जाएगा।

दिल्ली पुलिस की न्यूज़क्लिक के पत्रकारों के खिलाफ छापेमारी

न्यूज़ रिपोर्ट्स ने मुताबिक, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मंगलवार को ये छापेमारी दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में की है. दिल्ली पुलिस ने न्यूज़क्लिक पर गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत मामला दर्ज किया है. छापेमारी के दौरान दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने ढेर सारे इलेक्ट्रॉनिक सबूत, लैपटॉप और मोबाइल जब्त किए हैं. इसके अलावा कम्प्यूटर हार्ड डिस्क को भी अपने कब्जे में ले लिया है.

PCI ने दिया पत्रकारों का साथ

पत्रकारों पर दिल्ली पुलिस की छापेमारी के बाद PCI यानी प्रेस क्लब ऑफ़ इंडिया ने X में पोस्ट कर अपना बयान दिया। PCI ने कहा-

प्रेस क्लब ऑफ इंडिया न्यूजक्लिक से जुड़े पत्रकारों और लेखकों के घरों पर की गई छापेमारी से बेहद चिंतित है. हम पत्रकारों के साथ एकजुटता से खड़े हैं और सरकार से मामले पर डिटेल देने की मांग करते हैं.’

न्यूज़क्लिक पर रेड क्यों पड़ी

Why Newsclick Raided: 7 अगस्त, 2023 को केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया था. इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि-

“भारत लंबे समय से बता रहा था कि न्यूजक्लिक भी प्रचार की एक खतरनाक वैश्विक चाल है. जब मैं Newsclick की बात करता हूं, तो चीन के एकGlobal Media संस्थान से इसकी फंडिंग हुई है. आपको बता दूं कि पिछले दिनों न्यूजक्लिक के खिलाफ 5 दिनों की रेड हुई थी. तो उसमें कहां-कहां से पैसा लिया गया, कितने पैसे आए, वो सभी जानकारी दूंगा. विदेशी नेविल रॉय सिंघम ने इसकी फंडिंग की. और सिंघम को फंडिंग कहां से आई, वो चीन पीछे से करता है. नेविल रॉय का सीधा संपर्क कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के एक प्रोपेगैंडा विंग के साथ है. कांग्रेस और विपक्षी दल जिन अखबारों के बारे में बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, उन्होंने ही पुष्टि की है. उस बात की पुष्टि की जिसके बारे में भारत ने दो साल पहले कहा था.”

सरकार का आरोप है कि Newsclick विदेश से फंडेड एक प्रोपगैंडा चैनल है जो भारत के खिलाफ काम करता है. इसके Anti India कैम्पेन में कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल भी शामिल रहे हैं. प्रेस कॉन्फ्रेंस में अनुराग ठाकुर ने बताया था कि, चीनी कंपनियां नेविल रॉय सिंघम के जरिये न्यूजक्लिक को फंड कर रही थीं, लेकिन उनके सेल्समैन भारत के ही कुछ लोग थे, जो कार्रवाई के खिलाफ उनके समर्थन में आ गए थे. उन्होंने चीन के एजेंडे को फैलाने और फर्जी प्रोपेगैंडा के जरिये आम लोगों को गुमराह करने की कोशिश की है. ठाकुर ने कहा कि ये ‘फ्री न्यूज’ के नाम पर ‘फेक न्यूज’ परोसने वाले हैं.

NYT ने भी सिंघम के खिलाफ खबर छापी थी

कुछ दिनों पहले New York Times ने भी अमेरिकी बिजनेसमैन Neville Roy Singham के बारे में एक खबर प्रकाशित की थी. जिसमे बताया गया था कि, किस तरह सिंघम दुनियाभर की ऐसी संस्थाओं की फंडिंग करते हैं जो चीन सरकार के ‘प्रोपेगैंडा टूल’ के तौर पर काम करती हैं. सिंघम खुद चीन के शंघाई में रहते हैं. पिछले महीने उन्होंने कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ चाइना के वर्कशॉप में हिस्सा भी लिया था.

NYT के मुताबिक Roy Singham Group कई फ्रंट पर चीनी सरकार के कामों की पुब्लिसिटी करता है. जैसे अफ्रीका में नेताओं को ट्रेनिंग देना, प्रोटेस्ट करवाना आदि. NYT ने ये भी लिखा था कि रॉय सिंघम ग्रुप भारत की NewsClick की भी फंडिंग करता है. अख़बार में छपा था कि न्यूज़क्लिक में चीन सरकार का काफी कवरेज है.

NYT की इस खबर के बाद रॉय सिंघम ने ईमेल कर जवाब दिया था. उन्होंने कहा था कि-

“मैं इन आरोपों को पूरी तरह खारिज करता हूं कि मैं किसी पार्टी का सदस्य हूं, या उसके लिए काम करता हूं या किसी से आदेश लेता हूं. मैं सिर्फ अपने विचारों से चलता हूं.”

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