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Ai लेफ्टी लोगों की इमेज क्यों नहीं बना पता? Modi ने बड़ी कमी निकाल दी!

Why Ai Can Not Create Image Of Lefty People: Ai से इमेज जनरेट करने का अपना अलग मजा है, आप कितना भी अलग सोचो, आउट ऑफ़ द बॉक्स क्या आउट ऑफ़ द स्पेस सोच लो, Ai आपको ऐसी इमेज बना कर दे देता है जो आप सोच भी नहीं सकते। लेकिन जब से देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi Ai Left Hand Writing) ने Ai इमेज जनरेशन में एक बड़ी कमी दुनिया को बताई है तभी से लोग उन्हें गलत साबित करने के लिए Ai इमेज जनरेटिंग टूल्स में झूझे हुए हैं, लेकिन कोई भी पीएम मोदी को गलत साबित नहीं कर पा रहा है. लोग लगे हुए ऐसी इमेज जनरेट करने में जो Ai के बस का है ही नहीं और ये पूरी दुनिया का मुद्दा बन गया.

असल में हुआ कुछ ऐसा कि अपनी फ़्रांस यात्रा के दौरान प्रधान मंत्री मोदी Ai एक्शन समिट (Paris Ai Action Summit) में भाग लेने के लिए पहुंचे, इस दौरान प्रधान मंत्री ने भी मंच से Ai के बारे में भाषण दिया। इस समिट में Ai टूल्स बनाने वाली बड़ी कंपनियों के बड़े – बड़े अधिकारी मौजूद थे, फ़्रांस के राष्ट्रपति भी पीएम मोदी को बड़े गौर से सुन रहे थे. पीएम मोदी ने Ai की खूबियां बताते हुए कहा कि अगर आप अपनी मेडिकल रिपोर्ट Ai को देते हैं तो वह उसे सिम्प्लीफाई कर देता है , लेकिन अगर आप Ai से यह कहें कि कोई ऐसी इमेज बनाओ जिसमे वह बाएं हाथ से कुछ लिख रहा हो तो Ai आपको ऐसी इमेज देगा जिसमे वह दाएं हाथ से लिख रहा हो.

पीएम मोदी का जब से ये वीडियो वायरल हुआ तभी से लोग ने उन्हें गलत साबित करने के लिए जुट गए, हमने भी Bing, Chat Gpt , Grok, फायर फ्लाई जैसे कई Ai टूल्स से ऐसी इमेज बनाने के लिए कहा जिसमे कोई व्यक्ति लेफ्ट हैंड से लिख रहा हो लेकिन बार बार उस टूल ने हमें राइट हैंड से लिखते हुए व्यक्ति की फोटो जनरेट करके दी. पूरा इंटरनेट अब भरा पड़ा है ऐसी इमेज से जिसमे लोग कह रहे हैं हां भाई प्रधान मंत्री मोदी ने बात तो सही कही. जो Ai आपको आपके मन मुताबिक इमेज कुछ ही सेकेंड्स में बना के दे देता है वो इतनी सिंपल से प्रांप्ट को क्यों समझ नहीं पाता?

पीएम मोदी की ये बात सुनकर कई लोग हैरान रह गए, लोग कहने लगे कि यार इतने बड़े Ai इवेंट में जहां लोग Ai स्कूल, यूनिवर्सिटी, प्रोग्राम की बात कर रहे हैं वहां भारत के प्रधान मंत्री Ai इमेज जनरेट करने पर भाषण दे रहे हैं. लेकिन समझदार लोग समझ गए कि मोदी ने बड़ी बात कह दी है. उन्होंने एक तरह से Ai को बायस्ड साबित कर दिया, इनक्युरेट साबित कर दिया, उन्होंने ये साबित कर दिया कि भले सब जानता है लेकिन उसे सब करना नहीं आता. आप Ai से चाहे भले बड़े बड़े काम करवा लो मगर वह एक सिंपल से प्रांप्ट में फेल हो जाता है। लोग अभी भी ट्राई कर रहे हैं और, ट्राई करने के बाद यही कह रहे हैं कि उन्होंने ये बात पहले कभी ओब्सर्व नहीं की.

Ai लेफ्टि लोगों की इमेज क्यों नहीं बना पाता

Why can’t AI create an image of a person writing with his left hand: सवाल ये है कि आखिर Ai इतनी सिम्पल से बात समझ में क्यों नहीं पा रहा है? वो एक लेफ्टि व्यक्ति की लिखते हुए फोटो क्यों नहीं जनरेट कर पा रहा है? इसका जवाब भी हमने Ai से ही जाना। हमने एलोन मस्क के Ai टूल ग्रोक से पुछा, बताओ भाई क्यों नहीं बना रहे हो किसी लेफ्टि आदमी की फोटो तो उसने बताया, ज़्यादातर Ai मॉडल्स का ट्रेनिंग डाटा बायस्ड है, दुनिया में बाएं हाथ से लिखते वाले लगभग 10 फीसदी हैं और ये बात Ai के डेटासेट में फीड नहीं है, Ai को इंटरनेट में ज़्यादातर ऐसे लोगों की इमेज मिलती है जो सीधे हाथ से लिखते हैं तो उसको लगता है कि सिर्फ सीधे हाथ से ही लिखा जा सकता है, लेकिन ये तो सच है नहीं, जैसे ये बात सभी जानते हैं कि सचिन तेंडुकर लेफ्ट हैंड से लिखते हैं फिर भी Ai आपको उनकी राइट हैंड से लिखते हुए ही फोटो जनरेट करके देगा चाहे आप उसे कितनी बार ही उसकी गलती के बारे में बताएं। वो बार बार वही गलती करेगा जबकि Ai भी यह जानता है कि सचिन लेफ्टि हैं.

कुछ लोगों को लग रहा है कि पीएम मोदी ने इतने बड़े मंच से ये बात कहकर अपना मजाक उड़वाया है, लेकिन ये कोई मजाक की बात नहीं है। उन्होंने बहुत छोटा का उदाहरण देकर यह बताया है कि आप Ai से हर काम नहीं करवा सकते, Ai उतना एक्यूरेट नहीं है जितना की दुनिया उसे मानाने लग गई है. खैर हो सकता है कि इस समस्या के उजागर होने के बाद Ai टूल्स बनाने वाली कम्पनियाँ इसे सुधार दें. वैसे क्या आपने ऐसी इमेज बनाने की कोशिश की? जिसमे कोई व्यक्ति लेफ्ट हैंड से लिख रहा हो? कमेंट बॉक्स में हमें ऐसी इमेज जरूर भेजें। और ऐसी ही ख़बरों के लिए शब्द सांची के साथ बने रहें

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