About Journalist Yalda Hakim In Hindi: ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तानी सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार स्काई न्यूज में एंकर याल्दा हकीम के साथ आतंकवाद पर दावे करते हुए कह रहे थे, कि पाकिस्तान में कोई भी आतंकवादी कैंप नहीं है। पाकिस्तान तो खुद वर्षों से आतंकवाद से पीड़ित रहा है। पर इसके बाद ही एंकर याल्दा हकीम ने उनसे सवाल पूछ कर उनकी पोल खोलते हुए उन्हें जमकर लताड़ा।
क्या था वाकया
पाकिस्तान सरकार के मंत्री, सेना के अधिकारी और मीडिया प्रोपेगेंडा फैलाने में माहिर हैं। ऐसे ही भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान में स्थित आतंकी संगठनों पर किए गए 6-7 मई की रात ऑपरेशन सिंदूर के बाद, आस्ट्रेलिया के स्काई न्यूज चैनल में चलने वाली एक डिबेट में पाकिस्तान के सूचना प्रसारण मंत्री अताउल्लाह तरार शामिल हुए थे। जिसमें वह खुद को आतंकवादी पीड़ित बता रहे थे और पाकिस्तान द्वारा दिए जाने वाले पाकिस्तानी समर्थन को नकार रहे थे। जिसके बाद शो की अफ़गान मूल की एंकर याल्दा हकीम ने पाकिस्तानी मंत्री से सवाल करते हुए उन्हें जमकर लताड़ा।
क्या बोलीं याल्दा हकीम
पाकिस्तानी मंत्री के इस दावे के बाद फौरन ही याल्दा हकीम ने उन्हें फौरन चुनौती देते हुए पाकिस्तानी रक्षामंत्री ख्वाजा आसिफ की बात का हवाला देते हुए कहा कि रक्षामंत्री ने कबूल किया था पाकिस्तान ने दशकों तक आतंकवादी समूहों को समर्थन और संरक्षण दिया था। इसके अलावा याल्दा हकीम ने पाकिस्तानी की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो और पूर्व पाकिस्तानी राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के आतंकवाद से संबंधित बयानों और नीतियों का भी हवाला दिया। इस पर पाकिस्तानी मंत्री प्रोपेगेंडा फैलाते हुए कहने लगे “पाकिस्तान तो विश्व शांति का संरक्षक है” और हकीम को पाकिस्तान आने का निमंत्रण दे दिया ।
इस पर याल्दा हकीम ने जवाब देते हुए कहा- मैं पाकिस्तान जा चुकी हूँ और हम जानते हैं ओसामा बिन लादेन एबटाबाद में मारा गया था। जिसके बाद पाकिस्तानी मंत्री असुविधाजनक स्थिति में पहुँच गए, उन्हें देख कर लग रहा था वह जल्द से जल्द लाइव शो से चले जाना चाहते हैं।
कौन हैं याल्दा हकीम
अफगानिस्तान मूल की याल्दा हकीम एक अंतराष्ट्रिय पत्रकार हैं। वह अपने तेज-तर्रार इंटरव्यू की वजह जानी जाती हैं। वे स्काई न्यूज और बीबीसी वर्ल्ड न्यूज की जानी-मानी पत्रकार हैं। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में याल्दा हकीम 1983 में जन्मी थीं, लेकिन अफगानिस्तान के हालातों की वजह से उनके परिवार को आस्ट्रेलिया में शरण लेनी पड़ी, उनका बचपन आस्ट्रेलिया में ही बीता और वहीं से उन्होंने पढ़ाई की।
उन्होंने अपने कैरियर की शुरुआत SBS World News आस्ट्रेलिया से 2008 में की। जहाँ पर उन्होंने अपनी पहली डाक्यूमेंट्री “Yalda’s Kabul” भी बनाई। उन्होंने दुनियाभर के संघर्ष क्षेत्रों अफगानिस्तान, सीरिया, इराक, यमन, यूक्रेन और पाकिस्तान में ग्राउंड रिपोर्टिंग की है। उन्होंने तालिबान और isis के साथ कई आतंकवादी संगठनों के प्रमुखों का इंटरव्यू ले चुकी हैं।
याल्दा हकीम अंग्रेजी के साथ-साथ फारसी, उर्दू, हिंदी और पश्तो जैसी भाषाओं को भी जानती हैं।