Sambhal Violence : सम्भल हिंसा का मास्टरमाइंड कौन? सात एंगलों से की जा रही घटना की जांच!

Sambhal Violence : उत्तर प्रदेश के संभल जिले में रविवार को शाही मस्जिद सर्वे के दौरान हुई हिंसा के बाद पुलिस ने अपनी जांच तेज कर दी है। पुलिस ने मोबाइल सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों के जरिए 100 से ज्यादा पत्थरबाजों की पहचान की है। इनमें से 27 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए 27 आरोपियों में कुछ नाबालिग लड़के भी शामिल हैं। पुलिस ने संभल में पुलिस बल पर पथराव करने और हिंसा फैलाने के आरोप में तीन महिलाओं को भी गिरफ्तार किया है। इस मामले में पुलिस 7 एंगल से जांच कर रही है, ताकि मास्टरमाइंड का पता लगाया जा सके।

संभल के सांसद और विधायक के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है।

पुलिस ने संभल हिंसा मामले में अलग-अलग एफआईआर दर्ज की हैं. एक एफआईआर में संभल के सांसद जियाउर्रहमान वर्क और संभल के विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल का नाम शामिल है. पुलिस ने संभल हिंसा में मारे गए चारों युवकों के परिजनों की तहरीर पर भी अलग-अलग एफआईआर दर्ज की है। इन सबके अलावा संभल पुलिस ने जांच के लिए अलग से एक और एफआईआर भी दर्ज की है, जिसमें हिंसा की पूरी जानकारी है।

सीसीटीवी के जरिए 74 दंगाइयों की पहचान की गई।

संभल हिंसा में अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है और 30 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इस हिंसा में अब तक पुलिस ने 27 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सीसीटीवी के जरिए 74 दंगाइयों की पहचान की गई है। पुलिस की एफआईआर में 700-800 अज्ञात आरोपी भी शामिल हैं। वहीं, योगी सरकार भी इस मामले में सख्त नजर आई है। गिरफ्तारी के लिए दंगाइयों के पोस्टर लगाए जाएंगे और उन पर इनाम भी घोषित किया जा सकता है। बड़ा सवाल यह है कि इस हिंसा का मास्टरमाइंड कौन है? फिलहाल पुलिस 7 एंगल से जांच कर इस सवाल का जवाब तलाशने की कोशिश कर रही है।

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संभल हिंसा में पुलिस की जांच के 7 एंगल- Sambhal Violence

1: पुलिस सबसे पहले इस बात की जांच कर रही है कि हिंसा वाले दिन जामा मस्जिद के आसपास भीड़ किसके आदेश पर जुटी थी?

2: पुलिस जांच का दूसरा सवाल यह है कि मौके पर मौजूद भीड़ को हिंसा के लिए किसने उकसाया? पुलिस संभल की शाही जामा मस्जिद के आसपास के इलाकों में लगे मोबाइल डेटा की जानकारी जुटा रही है, ताकि पता लगाया जा सके कि हिंसा के समय कितने मोबाइल नंबर सक्रिय थे और पुलिस उनका डेटा और डंप डेटा भी जुटा रही है जो पुलिस जांच का अहम हिस्सा है।

3: संभल पुलिस हिंसा के दौरान दंगाइयों द्वारा तोड़े गए सीसीटीवी कैमरों की डीवीआर जब्त कर उनकी फुटेज रिकवर कर रही है, ताकि दंगाइयों की पहचान की जा सके।

4: संभल पुलिस ने अब तक 27 मोबाइल फोन जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजे हैं, ताकि इन फोन से डिलीट किए गए डेटा को रिकवर करके यह पता लगाया जा सके कि क्या हिंसा से पहले दंगों की योजना पहले से बनाई गई थी?

5: संभल पुलिस ने कुछ सोशल मीडिया हैंडल की पहचान की है। अब पुलिस इन सोशल मीडिया हैंडल से पोस्ट किए गए वीडियो मैसेज का विश्लेषण कर रही है।

6: संभल पुलिस ने हिंसा के समय सीसीटीवी कैमरे, मोबाइल वीडियो और ड्रोन कैमरे की फुटेज की जांच के लिए एक विशेष टीम बनाई है ताकि आरोपियों की पहचान की जा सके।

7: संभल पुलिस रविवार को हुई हिंसा के मामले में जल्द ही स्थानीय लोगों के बयान दर्ज करेगी ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके।

संभल जिले की सीमाएं सील | Sambhal Violence

संभल में हुई हिंसा के बाद जिला प्रशासन ने अपने आदेश में साफ कहा है कि 30 नवंबर तक बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक रहेगी। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी आज संभल जा सकते हैं, इस सूचना के बाद जिले की सीमाएं सील कर दी गई हैं। साथ ही प्रशासन वाहनों की चेकिंग के बाद ही शहर में प्रवेश दे रहा है।

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