Sayan Lahiri : कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म को लेकर देशभर में आक्रोश है। लोग आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं। इस मामले में कई छात्र संगठन ममता सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, कुछ दिन पहले इस घटना को लेकर कोलकाता में नवान्न मार्च निकाला गया था। इस मार्च का नेतृत्व करने वाले पश्चिम बंगाल स्टूडेंट सोसाइटी के आयोजक और नेता सायन लाहिड़ी को गिरफ्तार कर लिया गया था।
हालांकि, शुक्रवार को कलकत्ता हाईकोर्ट ने सायन लाहिड़ी को जमानत दे दी। वहीं, ममता बनर्जी ने हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
कौन हैं सायन लाहिड़ी? Sayan Lahiri
ममता सरकार के खिलाफ कोलकाता की सड़कों पर हजारों छात्रों का नेतृत्व करने वाले सायन लाहिड़ी पश्चिम बंगाल स्टूडेंट सोसाइटी के सदस्य हैं। यह छात्र संगठन खुद को गैर-राजनीतिक बताता है। इस छात्र संगठन ने लोगों से नवान्न मार्च के लिए एकजुट होने का आह्वान किया था।
कहां से की पढ़ाई? सायन लाहिड़ी ने रवींद्र मुक्ता यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। इसके बाद उन्होंने रीजेंट एजुकेशन एंड रिसर्च फाउंडेशन ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस में एडमिशन लिया।
सिप्ला कंपनी में काम कर चुके हैं।
वे पहले प्रणबानंद विद्या मंदिर के प्रिंसिपल के तौर पर भी काम कर चुके हैं। साथ ही वे ईएफईडीआरए फार्मास्युटिकल प्राइवेट लिमिटेड में बिजनेस डेवलपमेंट ऑफिसर रह चुके हैं। उन्होंने सिप्ला जैसी कंपनी में भी काम किया है।
सोशल मीडिया पर सायन की कई तस्वीरें मौजूद हैं, जिसमें वे देवोलीना रॉय नाम की लड़की के साथ नजर आ रहे हैं। जानकारी के मुताबिक दोनों ओपन रिलेशनशिप में हैं।
सुनवाई के दौरान कलकत्ता हाईकोर्ट ने क्या कहा?
अंजलि लाहिड़ी ने अपने बेटे सायन लाहिड़ी की जमानत और उसके खिलाफ की गई कानूनी कार्रवाई को रद्द करने की मांग करते हुए हाईकोर्ट में अपील की थी। मीडिया सूत्रों के मुताबिक, सुनवाई के दौरान जस्टिस अमृता सिन्हा ने कहा कि सायन एक आम आदमी हैं। न्याय व्यवस्था में जनता का भरोसा बनाए रखने के लिए उन्हें जमानत दी जानी चाहिए।
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