Who is Sushila Karki who can become interim Prime Minister of Nepal: नेपाल की राजनीति में बड़ा उलटफेर आ गया है। प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली (KP Sharma Oli) ने 8 सितंबर 2025 को Gen-Z के हिंसक प्रदर्शनों (Gen-Z Protests) के बीच इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद कम्युनिस्ट सरकार का पतन हो गया। ओली के जाने के बाद पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की (Sushila Karki) को अंतरिम प्रधानमंत्री (Who Will Be Interim Prime Minister Of Nepal) बनाने की चर्चा तेज हो गई है। कार्की, जो नेपाल की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश रहीं, Gen-Z आंदोलनकारियों की पसंद बनीं हैं। लेकिन सुशीला कार्की कौन हैं? (Who is Sushila Karki) भारत से सुशीला कार्की का क्या नाता है? (What is Sushila Karki’s connection with India?) और भारत के प्रति सुशीला कार्की विचार क्या है? (What are Sushila Karki’s views about India?) आइए, इस पूरे घटनाक्रम को समझते हैं.
सुशीला कार्की कौन हैं?
Who is Sushila Karki?: सुशीला कार्की नेपाल की एक प्रमुख न्यायविद हैं, जिन्हें नेपाल की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश (First Female Chief Justice Of Nepal) के रूप में जाना जाता है। उनका जन्म 7 जून 1952 को बिराटनगर में हुआ। उन्होंने 1972 में महेंद्र मोरंग कैंपस से बीए की डिग्री ली और 1975 में भारत के बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (Banaras Hindu University, Sushila Karki BHU) से राजनीति विज्ञान में एमए किया। 1978 में त्रिभुवन विश्वविद्यालय (Tribhuvan University) से कानून की डिग्री प्राप्त करने के बाद उन्होंने वकालत शुरू की। 2007 में सीनियर एडवोकेट बनीं और 2009 में सुप्रीम कोर्ट की अस्थायी जज, 2010 में स्थायी जज बनीं। 11 जुलाई 2016 से 7 जून 2017 तक उन्होंने मुख्य न्यायाधीश का पद संभाला। उनका कार्यकाल भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख के लिए याद किया जाता है, हालांकि राजनीतिक दबावों में इम्पीचमेंट मोशनका सामना भी करना पड़ा। रिटायरमेंट के बाद वे सिविल सोसाइटी में सक्रिय रहीं और न्यायिक सुधारों पर काम करती रहीं।
सुशीला कार्की का भारत से नाता
Sushila Karki’s Connection with India: सुशीला कार्की का भारत से गहरा शैक्षिक और व्यक्तिगत नाता है। उन्होंने अपनी एमए डिग्री BHU, वाराणसी से पूरी की, जहां उन्होंने राजनीति विज्ञान में विशेषज्ञता हासिल की। BHU नेपाल के कई प्रमुख नेताओं का एलुमनाई है, और कार्की ने यहां अपनी पढ़ाई के दौरान भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था और राजनीतिक विचारधारा का गहरा अध्ययन किया। उनका पति दुर्गा प्रसाद सुबेदी (Durga Prasad Subedi) भी BHU के छात्र रहे, जहां उनकी मुलाकात हुई। सुबेदी नेपाली कांग्रेस के युवा नेता थे। कार्की ने कई इंटरव्यूज में कहा है कि BHU ने उन्हें न्यायिक मूल्यों और सामाजिक न्याय की प्रेरणा दी। नेपाल की संविधान निर्माण समिति में उनका योगदान भी भारत के संवैधानिक मॉडल से प्रभावित था।
भारत के प्रति सुशीला कार्की का विचार
Sushila Karki’s Ideology on India: सुशीला कार्की भारत को नेपाल का “बड़ा भाई” मानती हैं और भारत-नेपाल संबंधों को मजबूत करने की पक्षधर रही हैं। उन्होंने कई मौकों पर कहा है कि नेपाल की प्रगति में भारत का सहयोग महत्वपूर्ण है। 2017 में इम्पीचमेंट मोशन के दौरान उन्होंने भारत के न्यायिक सिस्टम की स्वतंत्रता की सराहना की और कहा कि नेपाल को भारत से सीखना चाहिए। कार्की ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई में भारत के RTI कानून को मॉडल बताया। वे भारत-नेपाल सीमा विवादों को शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाने की वकालत करती हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, “भारत और नेपाल सांस्कृतिक रूप से जुड़े हैं, और दोनों देशों को आर्थिक सहयोग बढ़ाना चाहिए।” कार्की का भारत के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण नेपाल की अंतरिम सरकार में भारत के हितों को मजबूत कर सकता है।
ओली के इस्तीफे के बाद भी प्रदर्शन जारी हैं, और अंतरिम सरकार (Interim Government) बनाने की कोशिश हो रही है। ऐसी चर्चा है कि सुशीला कार्की को नेपाल का अंतरिम प्रधान मंत्री बनाया जा सकता है.