धरती से विलुप्त हो रहें हैं वन्यजीवों का जिम्मेदार कौन ?

Steps Taken by the Government to Protect Wildlife

Extinct wildlife: दुनिया भर में जैव विविधता पर खतरा तेजी से बढ़ रहा है। वन्यजीव संरक्षण से जुड़े विशेषज्ञों के अनुसार, इंसानी गतिविधियों, जंगलों की कटाई, जलवायु परिवर्तन और अवैध शिकार के कारण कई प्रजातियां तेजी से विलुप्त हो रही हैं।भारत के जंगलों और नदियों में पाए जाने वाले कई दुर्लभ जीव अब संकटग्रस्त श्रेणी (extinct animals from india) में आ चुके हैं। इनमें बंगाल टाइगर (Bengal Tiger), एशियाई शेर, हिम तेंदुआ और घड़ियाल प्रमुख हैं पर्यावरणविदों (environmentalists) का कहना है कि यदि इनकी रक्षा के लिए तुरंत कदम नहीं उठाए गए, तो आने वाले वर्षों में ये सिर्फ इतिहास का हिस्सा बन जाएंगे।

सरकार ने विलुप्त जानवरों को बचाने के लिए बनाई योजनाएं

Schemes to protect wildlife: सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में अफ्रीकी हाथी, पांडा, ब्लू व्हेल और पोलर बियर जैसी प्रजातियां भी विलुप्ति की ओर बढ़ रही हैं। जलवायु परिवर्तन, समुद्री प्रदूषण और अवैध शिकार इनके जीवन के लिए सबसे बड़ा खतरा बन चुके हैं। भारत सरकार द्वारा ‘प्रोजेक्ट टाइगर’,(Project Tiger)‘प्रोजेक्ट लायन’ (Project lion) और ‘गंगा डॉल्फिन संरक्षण’(ganga dolphin conservation) जैसे कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। कई एनजीओ और स्थानीय समुदाय भी इन प्रजातियों को बचाने में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।

जानवरों लड़ विलुप्त होने का कारण

fighting animals cause extinction: वन्यजीव विशेषज्ञ (wildlife specialist) बताते हैं कि जंगलों की कटाई, प्रदूषण, शहरीकरण और प्राकृतिक आवास का नष्ट होना इन प्रजातियों की संख्या में गिरावट के बड़े कारण हैं। साथ ही, वन्यजीव अंगों की तस्करी भी एक गंभीर समस्या है। विशेषज्ञों (wildlife specialist) का कहना है कि यह समय सिर्फ योजनाएं बनाने का नहीं, बल्कि ठोस कदम उठाने का है। अगर इंसान ने अपनी गतिविधियों पर नियंत्रण नहीं किया, तो प्रकृति का यह संतुलन टूट जाएगा, जिसका असर पूरी मानव जाति पर पड़ेगा।

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