Who is Chhangur Baba: पुलिस ने जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को गिरफ्तार किया है। यूपी एटीएस का दावा है कि छांगुर बाबा और उसकी संस्थाओं से जुड़े बैंक खातों में 100 करोड़ रुपये से अधिक का लेन-देन हुआ है। अब इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत जांच की संभावना है। एडीजीपी अमिताभ यश ने बताया कि छांगुर बाबा ने 40 से 50 बार इस्लामिक देशों की यात्रा की है।
Chhangur Baba Kaun Hai: उत्तर प्रदेश में अवैध धर्मांतरण का एक बड़ा नेटवर्क चलाने के आरोप में पुलिस ने जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को गिरफ्तार किया है। यूपी एटीएस का दावा है कि छांगुर बाबा और उसकी संस्थाओं से जुड़े बैंक खातों में 100 करोड़ रुपये से अधिक का लेन-देन हुआ है। अब इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत जांच की संभावना है। इस खबर ने छांगुर बाबा को सुर्खियों में ला दिया है, और उसकी गतिविधियों के बारे में कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं।
सड़कों से कोठी तक का सफर
जानकारी के अनुसार, छांगुर बाबा पहले सड़कों पर अंगूठी और नग बेचने का काम करता था। यूपी एटीएस के मुताबिक, यही शख्स अब 100 करोड़ रुपये की संपत्ति का मालिक बन चुका है। उसके पास आलीशान कोठियां, लग्जरी गाड़ियां और शोरूम हैं। बलरामपुर जिले के मधपुर गांव में उसकी कोठी इस अवैध धर्मांतरण नेटवर्क का मुख्य अड्डा थी, जहां से पूरा रैकेट संचालित होता था। एटीएस ने छांगुर बाबा की गतिविधियों की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को सौंपी है, जो अब मनी लॉन्ड्रिंग और फंडिंग के स्रोतों की गहराई से जांच करेगा।
नेटवर्क के 14 सहयोगियों की तलाश
यूपी एटीएस और एसटीएफ की टीमें छांगुर बाबा के नेटवर्क से जुड़े 14 मुख्य सहयोगियों की तलाश में जुटी हैं। इनमें महबूब, पिंकी हरिजन, हाजिरा शंकर, पैमैन रिजवी (कथित पत्रकार) और सगीर जैसे नाम शामिल हैं। ये लोग आजमगढ़, औरैया और सिद्धार्थनगर जैसे जिलों से हैं, और इनके खिलाफ पहले से ही कई एफआईआर दर्ज हैं। इनकी गिरफ्तारी से इस रैकेट के और गहरे राज सामने आने की उम्मीद है। जांच में पता चला है कि इस नेटवर्क की पहुंच पूरे भारत में फैली हुई है, और इसे खाड़ी देशों से भारी मात्रा में विदेशी फंडिंग प्राप्त हो रही थी।
शातिर साजिश और धर्मांतरण का खेल
छांगुर बाबा का दिमाग इतना शातिर था कि उसने पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए अपने करीबी नवीन रोहरा और उनके परिवार का धर्मांतरण करवाया। इसके बाद नवीन का नाम भी जमालुद्दीन रख दिया गया। जांच में खुलासा हुआ कि यह रैकेट गरीब, मजदूर और असहाय लोगों को निशाना बनाता था। उन्हें धन, नौकरी, शादी या अन्य सुविधाओं का लालच देकर धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जाता था। अगर कोई इसका विरोध करता, तो छांगुर बाबा फर्जी मुकदमे दर्ज कराकर या कोर्ट के जरिए उन्हें प्रताड़ित करता था।
जाति के आधार पर तय थी कीमत
इस रैकेट का तरीका बेहद चौंकाने वाला था। धर्मांतरण के लिए अलग-अलग जातियों की लड़कियों के लिए रेट तय किए गए थे-
- ब्राह्मण, सरदार और क्षत्रिय लड़कियों के लिए 15 से 16 लाख रुपये।
- पिछड़ी जाति की लड़कियों के लिए 10 से 12 लाख रुपये।
- अन्य जातियों की लड़कियों के लिए 8 से 10 लाख रुपये।
यह खुलासा यूपी एटीएस की जांच में सामने आया, जिसके बाद इस नेटवर्क की गंभीरता और संगठित ढांचे का पता चला। पुलिस ने छांगुर बाबा की डायरी में 100 से अधिक लोगों के नाम भी बरामद किए, जिन्हें धर्म परिवर्तन के लिए लुभाया जा सकता था।
एडीजीपी (लॉ एंड ऑर्डर) अमिताभ यश ने बताया कि छांगुर बाबा ने 40 से 50 बार इस्लामिक देशों की यात्रा की है। उसने बलरामपुर सहित कई जिलों में संपत्तियां खरीदीं, जिनमें बंगले, शोरूम और लग्जरी गाड़ियां शामिल हैं। जांच में पाया गया कि उसके और उसकी संस्थाओं के 40 से अधिक बैंक खातों में 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का लेन-देन हुआ। इनमें से कई खाते फर्जी या दस्तावेजविहीन संस्थाओं के नाम पर थे। विदेशी फंडिंग, खासकर खाड़ी देशों से, इस रैकेट को आर्थिक ताकत प्रदान कर रही थी। इसके अलावा, छांगुर बाबा ने मधपुर में डिग्री कॉलेज खोलने की योजना बनाई थी, जिसके लिए भवन निर्माण भी शुरू हो चुका था।
बुलडोजर कार्रवाई और ईडी-एनआईए की जांच
छांगुर बाबा की बलरामपुर के मधपुर गांव में बनी आलीशान कोठी, जो सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बनाई गई थी, पर प्रशासन ने बुलडोजर चलाया है। यह कोठी नीतू उर्फ नसरीन के नाम पर थी, जो छांगुर की करीबी सहयोगी है। कोठी को ध्वस्त करने से पहले प्रशासन ने सात दिन का नोटिस जारी किया था। इस कार्रवाई में भारी पुलिस बल तैनात रहा। साथ ही, इस मामले में अब ईडी और एनआईए की जांच शुरू होने की संभावना है। ईडी मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत वित्तीय लेन-देन की गहराई से जांच करेगी, जबकि एनआईए इस रैकेट के राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रभावों की पड़ताल करेगी।
सीएम योगी की प्रतिक्रिया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले पर सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि उनकी सरकार कानून-व्यवस्था को लेकर कोई ढिलाई नहीं बरतेगी। उन्होंने सोशल मीडिया पर बयान जारी कर कहा कि छांगुर बाबा और उसके गिरोह से जुड़े सभी अपराधियों की संपत्तियां जब्त की जाएंगी और सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में शांति, सौहार्द और महिलाओं की सुरक्षा को भंग करने वालों के लिए कोई जगह नहीं है।