विंध्य क्षेत्र प्रतिभाओं से भरा हुआ है.क्षेत्र के लिए एक और बड़ा गर्व का मौका है.सतना जिले के अमरपाटन के छोटे से गांव महुडर के रहवासी वाईस एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने भारतीय नौसेना के उपप्रमुख के रूप में अपना पदभार गुरूवार के दिन यानि 4 जनवरी को संभाल लिया है.
दिनेश त्रिपाठी रीवा के सैनिक स्कूल के साल 1981 बैच के पासआउट हैं.इससे पहले दिनेश त्रिपाठी नेवल ऑपरेशन्स के डायरेक्टर जनरल और पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफीसर कमांडिंग इन चीफ रह चुके हैं.नौसेना में उनका लम्बा अनुभव उन्हें इस पद के लिए सर्वश्रेष्ठ बनाता है.
दिनेश त्रिपाठी 1 जुलाई 1985 को भारतीय नौसेना में शामिल हुए थे.भारतीय नौसेना में उनका करियर काफी विस्तारित रहा है. इस दौरान उन्होंने कई सफल ऑपरेशन का नेतृत्व किया है.आइये एक नज़र डालते हैं नौसेना में उनके करियर पर
दिनेश त्रिपाठी कम्युनिकेशन और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर स्पेशलिस्ट हैं जिन्होंने अपने नौसेना में करियर के दौरान आईएनएस किर्च और आईएनएस त्रिशूल जैसे युद्धपोतों की कमांडिंग की है.इसके साथ ही इन्होने कई जरुरी सञ्चालन और स्टाफ की नियुक्तियां भी की हैं.रियर एडमिरल के पद पर पद्दोनति होने पर दिनेश त्रिपाठी में मुख्यालय में प्रमुख नौसेना सहायक और पूर्वी बेड़े के फ्लैग अफसर के रूप में काम किया है.
जून 2019 में वाईस एडमिरल के पद से पद्दोनति होने के बाद इन्हे केरल के एझिमाला में प्रतिष्ठित भारतीय नौसेना अकादमी का कमांडेंट बनाया गया.दिनेश त्रिपाठी जुलाई 2020 से 2021 तक नौसेना सञ्चालन के महानिदेशक रहे थे जिस दौरान इन्होने नौसेना के कई समुद्री सञ्चालन देखे।बाद में जून 2021 से फरवरी 2023 तक इन्होने कार्मिक प्रमुख के रूप में काम किया है.दिनेश के त्रिपाठी को अपनी ड्यूटी और डिवोशन के लिए अति विशिष्ट मैडल और नौसेना मैडल मिल चुका है.
पदभार सँभालने के साथ ही इन्होने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर के देश के लिए बलिदान देने वाले जवानों को श्रद्धांजलि दी है.इसके साथ ही इन्होने सुनिश्चित किया है की नौसेना युद्ध के लिए हमेशा तैयार,विश्वसनीय,एकजुट और भविष्य के लिए सक्षम बल बनी रहे जो कोविड [covid] महामारी के समय आयी समस्या के बावजूद कई जटिल सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार रही.
दिनेश के त्रिपाठी ने वाईस एडमिरल संजय जे सिंह की जगह ली है जो पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ बने हैं.