सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर तस्वीर साझा करते हुए IFS अफसर परवीन कासवान ने लिखा कि आप दुर्लभ तिब्बती भूरे भालू की पहली तस्वीर देख रहे हैं. इसके साथ ही भारतीय वन्य जीवों में एक और उप प्रजाति जुड़ गई है. इस जानवर को सिक्किम फॉरेस्ट डिपार्टमेंट और डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के संयुक्त प्रयास से सिक्किम के ऊंचे इलाकों में रिकॉर्ड किया गया है. यानी अभी पूरा भारत घूमना बाकी है.
अभी तक भारत में सबने काले रंग का भालू देखा है, जिसके शरीर पर लंबे-लंबे बाल होते हैं. लेकिन भारत में पहली बार तिब्बती भूरा भालू देखा गया है. सिक्किम फॉरेस्ट डिपार्टमेंट और डब्ल्यूडब्ल्यूएफ-इंडिया के कैमरों ने सिक्किम के पहाड़ी इलाकों में इस दुर्लभ के भालू की तस्वीर कैद की है. भारतीय वन सेवा के अधिकारी परवीन कासवान ने इसे दुर्लभ बताते हुए तस्वीर शेयर की.
सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर तस्वीर साझा करते हुए IFS अफसर परवीन कासवान ने लिखा कि आप दुर्लभ तिब्बती भूरे भालू की पहली तस्वीर देख रहे हैं. इसके साथ ही भारतीय वन्य जीवों में एक और उपप्रजाति जुड़ गई है. इस जानवर को सिक्किम फॉरेस्ट डिपार्टमेंट और डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के संयुक्त प्रयास से सिक्किम के ऊंचे इलाकों में रिकॉर्ड किया गया है. यानी अभी पूरा भारत घूमना बाकी है.
दुर्लभ है यह भालू
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ये कैमरे मंगन जिले के हाई एल्टीट्यूड वाले क्षेत्र पूचुंग लछेंपा में लगाए गए थे और दिसंबर 2023 में रात के समय इसमें भालू को रिकॉर्ड किया गया. यह भालू अपनी शक्ल और व्यवहार दोनों से अलग है, जो कि दुर्लभ है. यह काले भालू से बिल्कुल अलग है. यह जीव अत्यधिक ऊंचाई वाले अल्पाइन के जंगलों, घास के मैदानों और चार हजार मीटर से ऊपर के मैदानों में रहता है और पौधों को खाकर जिंदा रहता है.
भारत में पहली बार दिखा
यह तिब्बती भूरा भालू, नीले भालू के नाम से भी जाना जाता है. दुनिया में भालू की सबसे दुर्लभ उप-प्रजातियों में से एक है, इन्हें जंगलों में कभी नहीं देखा गया है. भारत में ये पहली बार देखा गया है. हालांकि नेपाल, भूटान और तिब्बती पठार में इसे कई बार देखा जा चुका है.