Which country has the highest number of deaths due to rabies: भारत में इस समय आवारा कुत्तों के काटने और उनके काटने से होने वाली मौतों ने आम नागरिक को झगझोर दिया है. सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली NCR से आवारा कुत्तों को पूरी तरह से हटाने और उनकी नसबंदी कर उन्हें शेल्टर होम में रखने के निर्देश दिए हैं, कुछ पशु प्रेमी इसका विरोध कर रहे हैं, एनिमल राइट्स एक्टिविट्स इसे अमानवीय बता रहे हैं. लेकिन यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि न सिर्फ दिल्ली बल्कि पूरे भारत के लोग आवारा कुत्तों के कारण दहशत में अपनी जिंदगी गुजार रहे हैं. आवारा कुत्तों के काटने से कई छोटे बच्चे अपनी जान गवां चुके हैं, बड़े और बुजुर्ग भी रेबीज के चलते मारे जा रहे हैं. आवारा कुत्ते अब समस्या नहीं एक बड़ी त्रासदी बन गए हैं.
भारत में रेबीज से हर साल कितनी मौतें होती हैं?
How many deaths occur every year due to rabies in India: विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) की एक रिपोर्ट के अनुसार, रेबीज (Rabies) से होने वाली वैश्विक मौतों (Global Rabies Deaths) में भारत का हिस्सा 36% है, जो इसे दुनिया में सबसे ज्यादा प्रभावित देश बनाता है। 2024 में भारत में रेबीज से 20,565 मौतें (Annual Rabies Fatalities In India) होने का अनुमान है, जो विश्व में कुल 59,000 रेबीज मौतों का एक तिहाई से अधिक है। यह बीमारी, जो मुख्य रूप से कुत्तों के काटने (Dog Bites) से फैलती है, भारत में एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या बनी हुई है। नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (NCDC) के अनुसार, 2024 में भारत में 37,17,336 कुत्तों के काटने के मामले (Dog Bite Cases) और 54 पुष्ट रेबीज मौतें (Rabies Deaths Cases In India) दर्ज की गईं। महाराष्ट्र इनमें सबसे आगे है, जहां 2024 में 14 मौतें हुईं।
अफ्रीका और नामीबिया से ज्यादा मौतें भारत में
Rabies Cases India Rank In The World: विश्व स्वास्थ्य संगठन की 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, रेबीज से होने वाली 59,000 वैश्विक मौतों में 99% कुत्तों के काटने से होती हैं। भारत के बाद अफ्रीकी देश जैसे नाइजीरिया (Nigeria) और इथियोपिया (Ethiopia) में रेबीज से मौतें अधिक हैं, लेकिन भारत का आंकड़ा सबसे बड़ा है। दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में भारत 65% रेबीज मौतों (Rabies Deaths Cases In India) के लिए जिम्मेदार है। कम जागरूकता और समय पर उपचार की कमी इसकी मुख्य वजह हैं। न्यूज18 की एक रिपोर्ट में बताया गया कि 2022 से 2024 तक रेबीज मौतें 21 से बढ़कर 54 हो गईं, जो 2.5 गुना वृद्धि दर्शाती है।
दुनिया में सबसे ज्यादा आवारा कुत्ते किस देश में हैं?
Which country has most stray dogs in the world?: भारत में आवारा कुत्तों की संख्या (Stray Dog Population In India 2025) लगभग 6.2 करोड़ है, जो दुनिया में सबसे ज्यादा है। बायोलॉजी इनसाइट्स की एक स्टडी में अनुमान लगाया गया कि यह संख्या 3.5 से 7 करोड़ तक हो सकती है। इसके बाद टॉप 5 देश हैं
- भारत (Stray Dog Population India): 6.2 करोड़ आवारा कुत्ते
- चीन (Stray Dog Population China): लगभग 4 करोड़
- रूस (Stray Dog Population Russia): 2.5-3 करोड़
- मेक्सिको (Stray Dog Population Mexico): 1.8-2.2 करोड़
- ब्राजील (Stray Dog Population Brazil): 1.5-2 करोड़
इन आंकड़ों का आधार विभिन्न सर्वे और एनजीओ रिपोर्ट्स हैं, जैसे ह्यूमेन वर्ल्ड फॉर एनिमल्स इंडिया (Humane World for Animals India)। भारत में उत्तर प्रदेश, ओडिशा, और महाराष्ट्र (Stray Dog Population InUttar Pradesh, Stray Dog Population In Odisha, Stray Dog Population In Maharashtra) में आवारा कुत्तों की संख्या सबसे ज्यादा है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में 22 लाख कुत्तों के काटने और 5 लाख अन्य पशु काटने (Dog Bite Cases In India 2024-25) के मामले दर्ज हुए, जिनमें 20% बच्चे शामिल थे।
सरकारी प्रयास और चुनौतियां
Government Budget For Stray Dogs In India: भारत सरकार ने नेशनल रेबीज कंट्रोल प्रोग्राम (National Rabies Control Programme) और एनिमल बर्थ कंट्रोल रूल्स 2023 (Animal Birth Control Rules 2023) लागू किए हैं, जो नसबंदी (Sterilization Of Stray Dogs In India) और टीकाकरण (Stray Dogs Vaccination In India) पर जोर देते हैं। 2024-25 में 80 लाख से अधिक रेबीज वैक्सीन डोज के लिए 1,423.41 लाख रुपये आवंटित किए गए। फिर भी, नगर निगमों की निष्क्रियता और अपर्याप्त शेल्टर के कारण यह समस्या बनी हुई है। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने दिल्ली में 5,000 आवारा कुत्तों को शेल्टर में स्थानांतरित करने का आदेश दिया, लेकिन संरक्षणवादियों ने इसे अव्यावहारिक (Impractical Solution) बताया।
भारत के किस राज्य में एक भी रेबीज का केस नहीं है?
Which state of India does not have any case of rabies: रिपोर्ट्स के अनुसार 70% कुत्तों का टीकाकरण रेबीज को खत्म करने के लिए जरूरी है। गोवा (Goa) इसका उदाहरण है, जहां शून्य रेबीज मामले (State Of India With Zero Rabies Cases) दर्ज किए गए। बिजनेस स्टैंडर्ड ने बताया कि बच्चों और बुजुर्गों को सबसे ज्यादा खतरा है, क्योंकि उनके सिर और चेहरे पर काटने की संभावना अधिक होती है। जागरूकता अभियान और तुरंत उपचार इस समस्या को कम कर सकते हैं।