When will Dhirendra Shastri get married: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री (Pandit Dhirendra Krishna Shastri) ने दावा किया कि पत्र लिखकर लड़कियां उन्हें धमकी दे रहीं हैं कि अगर आप बारात लेकर नहीं आए तो हम आत्महत्या कर लेंगे। इस पर उन्होंने कहा कि ऐसा कृत्य न करें। मैं माता-पिता और गुरु की आज्ञा लेकर जल्द ही विवाह करूंगा।
बगेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जल्द ही विवाह करने वाले हैं. उन्होंने अपने परिवार जनों से लड़की ढूढने के लिए भी बोल दिया है. पत्रकारों से चर्चा के दौरान खुद शास्त्री ने यह बात कही.
मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के बागेश्वर धाम में पत्रकारों ने सवाल किया कि आपकी शादी कब होगी? इस पर धीरेन्द्र शास्त्री ने मुस्कुराकर जवाब दिया कि शादी की चर्चा सुन-सुनकर हम परेशान हो गए हैं. अब हम खुद कहने लगे हैं कि माताजी बहू ढूंढ लो. अब शादी जल्दी करेंगे, क्योंकि अब कुछ पत्र आए हैं.
शास्त्री ने दावा किया है कि पत्रों में लड़कियों ने धमकी लिखी है कि अगर आप बारात लेकर नहीं आए तो हम आत्महत्या कर लेंगे। उन्होंने अपने मजाकिया अंदाज में कहा कि ऐसे-ऐसे लवेरिया भरे पत्र आ रहे हैं कि मैं खुद अब परेशान हो चुका हूं. इसलिए उन्होंने एक वीडियो जारी कर उसमें कहा कि आप ऐसा कृत्य न करें। हम माता-पिता और गुरु की आज्ञा मिलते ही जल्द शादी करेंगे। हालांकि धीरेन्द्र शास्त्री ने शादी की तारीख का जिक्र नहीं किया है.
कौन हैं चर्चा में रहने वाले धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री?
धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले स्थित बागेश्वर धाम सरकार मंदिर के मुख्य पुजारी हैं, जो बागेश्वर धाम महाराज के नाम से जाने जाते हैं. वह सभाओं में धार्मिक कथा किया करते हैं. धीरेन्द्र शास्त्री का जन्म 4 जुलाई 1996 को छतरपुर जिले में हुआ था. वह गरीब परिवार से आते हैं. उनकी प्रारंभिक शिक्षा सरकारी स्कूल से हुई है. धीरेन्द्र शास्त्री पर अंधविश्वास का विरोध करने वाले एक समूह ने महाराष्ट्र की एक सभा में अपनी चमत्कारी क्षमताओं का प्रदर्शन करने के लिए कहा.
नागपुर की अखिल भारतीय अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के श्याम मानव ने उन्हें दिव्य दरबार में चुनौती दी और उनकी आध्यात्मिक शक्तियों पर सवाल उठाया था. मानव ने धीरेन्द्र शास्त्री पर अंधविश्वास को बढ़ावा देने का भी आरोप लगाया है. जब मीडिया में विवाद शुरू हुआ, तो शास्त्री ने मानव को अपने दरबार में आमंत्रित किया और पूछा कि यह क्या जानना चाहता है? स्वामी रामदेव, सद्गुरु जग्गी वासुदेव, रामभद्राचार्य, साध्वी प्राची, प्रज्ञा ठाकुर और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह जैसे कई हिन्दू धार्मिक नेताओं ने धीरेन्द्र शास्त्री का समर्थन किया था.