प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने (PM Modi In rajysbaha) राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दिया। इस दौरान पीएम ने कहा कि भारत की लोकतांत्रिक यात्रा में ऐसा दशकों बाद हुआ है कि देश की जनता ने लगातार तीसरी बार किसी सरकार को सरकार चलाने का अवसर दिया है. लेकिन, कुछ लोग जानबूझकर इस उपलब्धि को नजरअंदाज कर रहे हैं, ये लोग इसे समझ नहीं पा रहे हैं। पीएम मोदी के भाषण के दौरान विपक्षी सांसदों ने भी हंगामा किया। पीएम मोदी के भाषण के बीच विपक्षी सांसदों को स्पीकर (Jagdeep Dhankar) द्वारा शांत कराते भी देखा गया।
PM Modi ने बीच सदन में राहुल को रोका
अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी (Narendra Modi) ने संविधान की प्रति संसद में लाने को लेकर भी बयान दिया। उनका कहना है कि जब हमारी सरकार की ओर से लोकसभा में कहा गया कि 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाएगा, तो आज संविधान की प्रति लेकर कूदने वाले लोग विरोध कर रहे थे। आज संविधान दिवस के जरिए संविधान के निर्माण और संविधान की व्याख्या स्कूल-कॉलेजों में पढ़ाई जा रही है।
विपक्षी सांसदों ने किया वॉकआउट
पीएम मोदी (Narendra Modi) के संबोधन के दौरान विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा से वॉकआउट भी किया। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने भी विपक्ष के वॉकआउट करने की निंदा की। धनखड़ ने कहा कि इससे देश के 140 करोड़ लोगों को ठेस पहुंचेगी। धनखड़ का कहना है कि आज वे सदन छोड़कर नहीं गए हैं बल्कि मर्यादा छोड़कर गए हैं। ये हमारा या आपका अपमान नहीं है, बल्कि सदन का अपमान है। वे मुझे पीठ दिखाकर नहीं गए हैं, वे भारत के संविधान को पीठ दिखाकर गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि मुझे बहुत दुख है, भारत के संविधान का इतना बड़ा अपमान, इतना बड़ा मजाक नहीं होना चाहिए। मुझे उम्मीद है कि विपक्षी सांसद इस पर आत्ममंथन करेंगे। पीएम मोदी ने विपक्षी सांसदों के वॉकआउट पर कहा कि सभापति जी मैं आपकी पीड़ा समझ सकता हूं। वे देश की जनता द्वारा दिए गए आदेश को पचा नहीं पा रहे हैं। कल उनकी सारी हरकतें विफल हो गईं। इसलिए आज वे मैदान छोड़कर भाग गए है.
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बंगाल में महिला के साथ मारपीट का जिक्र
इसके बाद पीएम मोदी (Narendra Modi) ने फिर बोलना शुरू किया. पीएम मोदी ने बंगाल में महिला के साथ हुई मारपीट का भी जिक्र किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं किसी राज्य के खिलाफ नहीं बोल रहा हूं. लेकिन कुछ देर पहले मैंने बंगाल से तस्वीरें देखीं, जिसमें एक महिला को पीटा जा रहा है. लोग वीडियो बना रहे हैं, कोई उसकी मदद करने नहीं आ रहा है. इससे दुखद तस्वीर क्या हो सकती है. विपक्ष इस पर चुप है. यह देश का दुर्भाग्य है कि ऐसे संवेदनशील मामलों में भी राजनीति होती है. महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों पर विपक्ष का रवैया पीड़ादायक है.
मणिपुर पर भी बोले पीएम
पीएम मोदी (Narendra Modi) ने राज्यसभा में मणिपुर पर भी बात की. उन्होंने मणिपुर पर बोलते हुए कहा कि हालात सामान्य बनाने के लिए सरकार कोशिश कर रही है.
मणिपुर में हिंसा की घटनाएं लगातार कम हो रही हैं। अब स्कूल-कॉलेज खुल गए हैं। जैसे देश में परीक्षाएं होती थीं, वैसे ही यहां भी परीक्षाएं होती थीं। केंद्र सरकार छोटे-छोटे समूहों से बात कर रही है। गृह मंत्री (Amit Shah) कई दिनों से वहां हैं। अधिकारी भी लगातार वहां जा रहे हैं। समस्या के समाधान के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
पीएम मोदी (Narendra Modi) ने आगे कहा कि मणिपुर में बाढ़ का संकट भी है। राज्य और केंद्र संयुक्त रूप से मणिपुर को लेकर चिंतित हैं। आज ही NDRF की दो टीमें वहां भेजी गई हैं। मैं उन सभी तत्वों को चेतावनी देना चाहता हूं जो मणिपुर में आग में घी डालने की कोशिश कर रहे हैं कि वे ऐसी गतिविधियां बंद करें।
परिवरवाद पर फिर से बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी (Narendra Modi) ने नाम लिए बिना गांधी परिवार पर निशाना साधा. पीएम मोदी ने कहा कि खड़गे जी ने कांग्रेस पार्टी की सेवा की है. क्योंकि जिन लोगों को इस हार के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए था, उन्हें उन्होंने बचाया और दीवार बनकर खड़े रहे. कांग्रेस का हमेशा से यही रवैया रहा है कि जब भी ऐसा मौका आता है, दलितों और पिछड़ों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है. परिवार को बचाया जाता है. 2022 में उपराष्ट्रपति पद के लिए भी यही हुआ. 2017 में हार निश्चित थी, इसीलिए मीरा कुमार को आगे किया गया और उन्हें हराया गया. कांग्रेस की एससी, ओबीसी विरोधी मानसिकता के कारण ही ये लोग पूर्व राष्ट्रपति कोविंद जी का अपमान करते रहे हैं. देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति का अपमान किया.