मुकेश अंबानी के एनिमल रेस्क्यू सेंटर ‘वनतारा’ में क्या-क्या होगा?

Vantara Animal Rescue Centre: कहा जा रहा है कि गुजरात के जामनगर में बना वनतारा दुनिया का सबसे बड़ा एनिमल रेस्क्यू सेंटर है. यहां सैंकड़ो हाथियों के साथ 300 से ज्यादा जानवर रेस्क्यू किए जा चुके हैं.

उद्योगपति मुकेश अंबानी और उनके बेटे अनंत अंबानी ने वन्य प्राणियों के संरक्षण और बचाव के लिए एक अभियान शुरू किया है. इसके लिए गुजरात के जामनगर में दुनिया का सबसे बड़ा एनिमल रेस्क्यू सेंटर बनाया गया है जिसका नाम है वनतारा यानी स्टार ऑफ़ दी फारेस्ट। वनतारा को दुनिया की कई बड़ी संस्थाओं द्वारा मिलकर चलाया जाएगा।

वनतारा में क्या-क्या होगा?

वनतारा में क्या-क्या होगा? कौन से जंगली जानवरों को यहां रखा जाएगा, ये हम आपको बताएंगे। लेकिन उससे पहले वनतारा प्रोग्राम के बारे में जान लेते हैं. वनतारा, भारत में अपनी तरह का पहला प्रोग्राम है. इस प्रोग्राम के तहत 2100 से ज्यादा लोगों का स्पेसिलाइज्ड स्टाफ काम करेगा. वनतारा को जामनगर रिफाइनरी कॉम्प्लेक्स के ग्रीन बेल्ट एरिया में बनाया गया है. ये एनिमल शेल्टर 3000 एकड़ के इलाके में फैला हुआ है. यहां रेस्क्यू और रिहैबिलेशन सेंटर भी है जो 650 एकड़ में बना है. यहां जानवरों के लिए 14000 वर्गफुट में फैला किचन भी है जहां वन्य प्राणियों को उनकी डायट के हिसाब से खाना दिया जाएगा।

यहां अस्पताल में MRI, CT स्कैन, इंडोस्कोपिक रोबोटिक सर्जरी का इंतजाम किया गया है. जानवरों के इलाज के लिए 6 सर्जिकल सेंटर और ICU की व्यवस्था की गई है.

इतना ही नहीं वनतारा में हेल्थ केयर सेंटर, रिसर्च एंड एकेडमिक सेंटर भी बनाया जाएगा। इस प्रोग्राम के तहत इंटरनेशनल यूनिवर्सिटीज, इंटरनेशनल सोसाइटीज, और इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ़ नेचर और वर्ल्ड वाइल्ड लाइफ फॉर नेचर मिलकर काम करेंगे।

हाल ही में अनंत अंबानी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की थी, जो काफी वायरल भी हुई थी. उन्होंने अपने इस प्रोजेक्ट को पशु सेवा बताया था. उन्होंने कहा था कि ‘वनतारा के लिए हम भारत की जू अथॉरिटी के साथ मिल कर काम करेंगे. इसके तहत हम भारत में मौजूद 150 से ज्यादा चिड़ियाघर के एनिमल केयर इंफ्रास्ट्रक्चर, और उन्हें रखने की क्षमताओं पर काम करेंगे.’

अब आप सोच रहे होंगे कि वनतारा में किन जानवरों को रेस्क्यू किया जाएगा? सब्र रखिये हम आपको सब कुछ बता कर ही छोड़ेंगे।

वनतारा प्रोग्राम के तहत अबतक 200 हाथियों को रेस्क्यू किया जा चुका है, साथ ही 300 से ज्यादा बड़े जानवर जैसे तेंदुआ, बाघ, शेर और जेगुआर को रेस्क्यू किया गया है. यहां 3000 से ज्यादा शाकाहारी जानवर और 1200 रेप्टाइल्स जैसे मगरमच्छ, बड़ी छिपकली, सांप और कछुए शामिल हैं.

यहां हाथियों की देखभाल आयुर्वेदिक तरीके से भी होगी। बीमार हाथियों की तेल और मुल्तानी मिट्टी से भी मालिश होगी। सिर्फ हाथियों के लिए 600 एकड़ का जंगल बनाया गया है. अंबानी परिवार के लिए वनतारा कोई नया बिज़नेस मॉडल नहीं है, बल्कि वो इसे पशु सेवा मान रहे है.

आपका इस प्रोजेक्ट को लेकर क्या कहना है? हमें कमेंट कर जरूर बताएं और वीडियो पसंद आया हो तो शेयर करें, ऐसे ही कंटेंट के लिए बने रहे शब्द साँची के साथ.

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