अयोध्या में लाखों का हुआ तुलसी माला का व्यापार, इसे पहनने के बाद क्या नहीं करना चाहिए?

tulsi mala-

अयोध्या में जब से रामलला की मंदिर का निर्माण शुरू हुआ है तब से यहां लाखों श्रद्धालु रोज आते हैं. भगवान राम की नगरी में तुलसी की माला का व्यापार लाखों में हुआ है. व्यापारियों का कहना है कि सबसे ज्यादा माला की खरीद युवाओं ने की है. हाल ही में कार्तिक मेले में एक दिन में तुलसी की माला व्यापार लाखों रुपए का हुआ है. लेकिन शास्त्रों के अनुसार सबसे जरुरी बात ये भी है कि उसे पहनने से पहले कुछ प्रमुख बातों का भी ध्यान देना जरुरी होता है.

हाल ही में अयोध्या में कार्तिक मेले में एक दिन में लाखों रुपए का व्यापार सिर्फ तुलसी की माला का हुआ. जब से भगवान रामलला के मंदिर का निर्माण शुरू हुआ है, तभी से प्रतिदिन लाखों श्रद्धालु आने लगे हैं. साथ ही यहां आने वाले युवा तुलसी माला खरीदकर ले जाते हैं. पुजारियों ने बताया कि उनमें भगवान के प्रति श्रद्धा भाव देखने को मिल रहा है. व्यापारियों का कहना है कि कार्तिक मेले के दिन में एक लाख से ज्यादा लोगों ने माला खरीदी।

हनुमान गढ़ी के एक महंत ने बताया कि युवाओं द्वारा तुलसी माला को लेकर बहुत से सवाल भी किए जाते हैं कि इसे धारण करने के बाद क्या नहीं करना चाहिए। उनमें माला के नियमों को लेकर चिंता भी दिखाई दी कि कहीं कोई अनर्थ न हो जाए. सनातन में लोग तुलसी को पूजनीय मानते हैं. महंत ने बताया कि जबसे भगवान का मंदिर बनना शुरू हुआ है, तभी से लोगों की भीड़ लगनी शुरू हो गई है.

तुलसी की माला पहनने के बाद क्या नहीं करना चाहिए?

What should not be done after wearing Tulsi garland: 1. तुलसी की माला धारण करने के व्यक्ति को सात्विक भोजन करना चाहिए ऐसे व्यक्ति को को मांस मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। साथ ही तामसिक भोजन से भी परहेज करना चाहिए.

2. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिस व्यक्ति ने एक बार तुलसी की माला धारण कर ली है, उसे बार-बार नहीं उतारना चाहिए।

3 तुलसी माला पहनने से पहले उसका शुद्धीकरण करना बेहद जरूरी है, माला को गंगाजल से धो लें और सूखने के बाद उसे धारण कर लें.

4 तुलसी की माला धारण करने वाले व्यक्ति को भूलकर भी रुद्राक्ष की माला धारण नहीं करना चाहिए, इससे विपरीत प्रभाव पड़ता है.

5 यदि तुलसी माला गले में पहनने में परेशानी हो रही है, तो उसे दाएं हाथ में भी पहना जा सकता है. लेकिन नित्य क्रिया के समय उतारकर रख देना चाहिए, फिर गंगाजल से धोकर पहन लें.

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