YoYo Test Kya Hai: क्रिकेट प्लेयर्स का होने वाला YoYo Test हाल ही में पॉपुलर हुआ है लेकिन इसकी शुरुआत बहुत समय पहले ही हो चुकी थी
YoYo टेस्ट क्या है: इंडियन क्रिकेट टीम में इस समय YoYo Test को बहुत अहमियत दी जा रही है. प्लेयर्स का फिटनेस लेवल परखने वाले इस YoYo टेस्ट के चलते विराट कोहली (Virat Kohli) को BCCI से फटकार भी सुननी पड़ी है. वैसे इंडियन क्रिकेट टीम के सबसे फिट माने जाने वाले खिलाडी Virat Kohli YoYo Test में 17.2 पॉइंट्स सेकंड पोजीशन पर हैं पहले स्थान में 18.7 पॉइंट्स के साथ शुभमन गिल का नाम है. अपने YoYo Points शेयर करने के चक्कर में ही कोहली को BCCI ने वार्निंग दी थी.
इंडियन क्रिकेट टीम के टॉप फिटनेस फ्रीक प्लेयर्स के YoYo पॉइंट्स के बारे में तो आप जान गए लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि YoYo Test है क्या? होता कैसे है? क्यों होता है? क्या सिर्फ क्रिकेट में होता है या दूसरे स्पोर्ट्स में भी? कब से और कहां से शुरू हुआ? आइये इन सवालों के जवाब जानते हैं
YoYo Test क्या है?
आज से 30 साल पहले डेनमार्क के फूटबाल फिजियोलॉजिस्ट डॉ जेंस बांग्सबो ने पहले Intermittent Recovery Test यानी YoYo Test की शुरुआत की थी.
YoYo Test पहले सिर्फ फूटबाल प्लेयर्स की फिटनेस और एरोबिक कैपेसिटी इंक्रीज करने के लिए होता था. तब इसमें लॉन्ग रेस शामिल नहीं थी.
कुछ समय बाद दूसरे स्पोर्ट्स में भी YoYo टेस्ट को अडॉप्ट कर लिया गया. फ़िलहाल क्रिकेट में यह सबसे पॉपुलर है.
योयो टेस्ट खिलाडियों की फिटनेस और स्टेमिना जांचने के लिए किया जाता है. यह पूरी तरफ सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पर बेस्ड है
वैसे तो योयो टेस्ट के 23 लेवल होते हैं लेकिन खिलाडियों का टेस्ट 5वें लेवल से शुरू होता है.
ICC से जुड़े हर क्रिकेट बोर्ड के खिलाडियों को इस टेस्ट से गुजरना होता है
YoYo टेस्ट कैसे होता है
योयो टेस्ट में दो कोन को 20 मीटर की दूरी पर रखा जाता है. सिटी की आवाज सुनते ही प्लेयर को एक कोन से दूसरे कोन तक दौड़ना होता है. खिलाडी को एक बीप बजने से पहले दूसरे कोन तक पहुंचना होता है और दूसरा बीप बजते ही खिलाडी दौड़ता है, तीसरा बीप बजने से पहले उसे अपनी पहली पोजीशन में आना पड़ता है.
एक कोन से दूसरे और वापस मूल जगह पर आने को एक ‘शटल’ कहते हैं. एक शटल होने पर बीप की आवाज आती है. एक शटल से दूसरे शटल के बीच खिलाडी को रेस्ट के लिए 10 सेकंड मिलते हैं.
YoYo Test की शुरुआत स्पीड लेवल 5 से होती है. इस लेवल में सिर्फ एक शटल होता है. स्पीड लेवल 10 तक भी सिर्फ एक शटल होता है
स्पीड लेवल 11 में दो, 12 में तीन और 13 में 4 शटल होते हैं. 14 से 23 लेवल तक हर लेवल में 8 शटल होते हैं.
Yoyo Test में सबसे कठिन लेवल 23 होता है जिसे आज तक कोई खिलाडी नहीं छू पाया है.
अगर कोई प्लेयर 16.6 की स्पीड लेवल में है तो मतलब है कि उसने 1120 मीटर की दूरी तय की है.
कुक का YoYo Score सबसे ज्यादा
न्यूजीलैंड के प्लेयर एलेस्टर कुक का योयो स्कोर आज तक कोई दूसरा प्लेयर नहीं छु पाया है. इंडियन प्लेयर्स के लिए इस लेवल तक पहुंचना असम्भव जैसा है. न्यूजीलैंड के प्लेयर्स YoYo Test के बॉस है जिनका एवरेज स्कोर 20.1 है और कुक का स्कोर 22.3 है.
ऑस्ट्रेलिया के प्लेयर्स को योयो टेस्ट में 20.1 पॉइंट लाना अनिवार्य है, साउथ अफ्रीका में 18, श्रीलंका में 17.4, पाकिस्तान में 17.4 जबकि इंडिया में 16.5 पॉइंट लाना अनिवार्य है.