मेंहदीपुर बालाजी मंदिर का रहस्य क्या है?

Interesting facts about Mehandipur Balaji Temple

Mehandipur Balaji: आप सभी ने कभी न कभी मेंहदीपुर बालाजी (Mehandipur Balaji) का नाम तो जरूर सुना होगा. ये एक धार्मिक स्थल है. जहां लोग अपनी समस्याओं से निजाद पाने के लिए बालाजी हनुमान की शरण में जाते हैं। ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर (Mehandipur Balaji) में जाने मात्र से आपके सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। इसी के साथ ये मंदिर प्रेत बाधा से मुक्ति दिलाने के लिए भी प्रसिद्ध है, इस मंदिर में लोग नकारात्मक शक्तियों से पीछा छुड़ाने और भगवान का आशीर्वाद लेने दूर दूर से जाते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि मेंहदीपुर बालाजी (Mehandipur Balaji) की कहानी क्या है, आखिर क्यों ये मंदिर हनुमान जी को समर्पित है, अगर नहीं तो आईए हम बताते हैं।

बालाजी ने दिया सपने में संकेत

Balaji gave a hint in the dream: राजस्थान के दौसा जिले में स्थित मेंहदीपुर बालाजी (Mehandipur Balaji) मंदिर की मान्यता है कि इस मंदिर में बालाजी महाराज ने महंत के सपने में दर्शन दिए और अपनी स्थापना का संकेत दिया। ऐसा कहा जाता है कि मंदिर में भगवान की मूर्ति अपने से ही प्रकट हुई थी। ये मंदिर करीब 1000 साल पुराना है। महंत जी को तीन देवताओं ने दर्शन दिया था. जिसने बालाजी हनुमान, प्रेत सरकार और भैरव बाबा की प्रतिमा मंदिर में स्थापित है। मूर्ति के स्वयं निर्माण के बाद मंदिर का निर्माण किया गया।

मेंहदीपुर बालाजी मंदिर के रोचक तथ्य

Interesting facts about Mehandipur Balaji Temple: इस मंदिर (Mehandipur Balaji) में हर रोज 2 बजे प्रेतराज सरकार के द्वार में कीर्तन होती है, मंदिर में मिला प्रसाद कभी भी अपने साथ घर लेकर नहीं जाना चाहिए। मंदिर (Mehandipur Balaji) से निकलते वक्त कभी भी पीछे पलट के नहीं देखना चाहिए. इस मंदिर में किसी से भी अनजान व्यक्ति से कुछ नहीं लेना चाहिए न ही खाना चाहिए। इस मंदिर (Mehandipur Balaji) में आने के बाद 1 हफ्ते तक मांस, शराब, अंडा, प्याज और लहसुन से परहेज करना है। इस मंदिर (Mehandipur Balaji) seमें किसी का भी मजाक नहीं उठाना चाहिए न ही किसी को टोकना चाहिए।

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