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टेरिटोरियल आर्मी क्या है? जानें क्यों बनी चर्चा का विषय

टेरीटोरियल आर्मी

टेरीटोरियल आर्मी

Territorial Army: तनाव के बीच केंद्र सरकार ने एक नोटिफिकेशन जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि सेना प्रमुख चाहें तो वे टेरिटोरियल आर्मी के अफसरों-जवानों को बुला सकते हैं। उधर, गृह मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इमरजेंसी पावर का इस्तेमाल करने का आदेश दिया है।

Territorial Army: भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को मद्देनजर रखते हुए भारत ने बड़ा कदम उठाया है। रक्षा मंत्रालय के सैन्य मामलों के विभाग ने थलसेना प्रमुख को यह अधिकार दे दिया है कि वो टेरिटोरियल आर्मी के सभी अधिकारियों और सैनिकों को ड्यूटी के लिए सेवा में बुला सकते हैं। अब जरुरत पड़ने पर टेरिटोरियल आर्मी में शामिल लोगों की भी तैनाती हो सकती है। क्या आपको पता है कि टेरिटोरियल आर्मी क्या होती है तो आइए जानते हैं।

कैसे होती है भर्ती प्रक्रिया?

Territorial Army Recruitment Process: टेरिटोरियल आर्मी (Territorial Army) में भर्ती के लिए आम नागरिकों और पूर्व सैनिक दोनों के लिए अलग-अलग प्रक्रिया है। इसमें पूर्व सैनिकों को लिखित परीक्षा नहीं देना होती, जबकि आम नागरिकों को लिखित परीक्षा भी देना अनिवार्य होता है। इसमें 18 से 42 साल की उम्र के नागरिक, जो स्नातक हों और शारीरिक-मानसिक रूप से एकदम फिट हों, वे शामिल हो सकते हैं। इसके लिए महिला और पुरुष दोनों शामिल होने के पात्र हैं।

अब तक किन-किन युद्धों में हिस्सा ले चुकी है टेरिटोरियल आर्मी

टेरिटोरियल आर्मी (Territorial Army kya hai) को 1962, 1965 और 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध और 1999 के कारगिल युद्ध में शामिल किया गया था। इनका काम सेना को नियमित कर्तव्यों से मुक्त करना, प्राकृतिक आपदाओं से निपटना और जरूरी सेवाओं के संचालन में नागरिक प्रशासन की सहायता करना है। इसमें शामिल होने वालों सैनिकों को भारतीय सेना की तरह ही रैंक भी मिलती है। इन्हें नियमित अंतराल पर कुछ दिनों का सैन्य प्रशिक्षण भी दिया जाता है।

देश की शख्सियतें भी शामिल हैं टेरिटोरियल आर्मी में

भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर और क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर दोनों टेरिटोरियल आर्मी में हैं। महेंद्र सिंह धोनी को 2011 में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल की रैंक दी गई थी। इसके अलावा पूर्व कप्तान कपिल देव को भी टेरिटोरियल आर्मी में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल की रैंक मिली हुई है। निशानेबाज अभिनव बिंद्रा को 2011 में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल की रैंक दी गई थी। इसके अलावा कांग्रेस नेता सचिन पायलट 2012 में टेरिटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट के रूप में शामिल हुए थे।

सरकार ने नोटिफिकेशन जारी किया

तनाव के बीच केंद्र सरकार ने एक नोटिफिकेशन जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि सेना प्रमुख चाहें तो वे टेरिटोरियल आर्मी के अफसरों-जवानों को बुला सकते हैं। उधर, गृह मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इमरजेंसी पावर का इस्तेमाल करने का आदेश दिया है।

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