सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की दो नई क़िस्त जारी करने जा रही है. पहली क़िस्त 18-22 दिसंबर को खुलेगी। ऑनलाइन अप्लाय करने और डिजिटल पेमेंट करने पर प्रति ग्राम 50 रूपए का डिस्काउंट मिलेगा।
क्या है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड
Sovereign Gold Bond: सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड एक सरकारी बॉन्ड होता है. इसे डीमैट के रूप में परिवर्तित कराया जा सकता है. ये बॉन्ड 1 ग्राम सोने का होता है. यानी कि 1 ग्राम सोने की जितनी कीमत होगी, उतनी ही बॉन्ड की कीमत होगी। इसे आरबीआई की तरफ से जारी किया जाता है. ऑनलाइन अप्लाय करने और डिजिटल पेमेंट करने पर प्रति ग्राम 50 रुपए का डिस्काउंट मिलेगा।
अधिकतम 4 किलो सोने में कर सकते हैं निवेश
SGBs के जरिए कोई शख्स एक वित्त वर्ष में कम से कम 1 ग्राम और अधिकतम 4 किलोग्राम सोने में निवेश कर सकता है. जॉइंट होल्डिंग के मामले में 4 किलोग्राम की निवेश सीमा पहले आवेदक पर ही लागू होगी। वहीं किसी ट्रस्ट के लिए खरीद की अधिकतम सीमा 20 किलो है.
8 साल का मैच्योरिटी पीरियड
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का मैच्योरिटी पीरियड 8 साल रहता है. इसके पूरा होने के बाद इससे होने वाले लाभ पर कोई टैक्स नहीं लगता है. वहीं अगर आप 5 साल बाद अपना पैसा निकलते हैं, तो इससे होने वाले लाभ पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन (LTCG) के रूप में 20.80% टैक्स लगता है.
कैसे करें निवेश
RBI ने इसमें निवेश के लिए कई तरह के विकल्प दिए हैं. बैंक की शाखाओं, पोस्ट ऑफिस, स्टॉक एक्सचेंज और स्टॉक होल्डिंग कार्पोरेशन ऑफ़ इंडिया (SHCIL) के जरिए इसमें निवेश किया जा सकता है. निवेशक को एक आवेदन फॉर्म भरना होगा। इसके बाद आपके अकाउंट से पैसे कट जाएंगे और आपके डीमेट खाते में बॉन्ड ट्रांसफर कर दिए जाएंगे। निवेश के लिए पैन कार्ड होना अनिवार्य है.