पाकिस्तान के इतिहास में कोई भी प्रधानमंत्री अपने कायर्काल के 5 साल पूरे नहीं कर पाया, हालांकि एक-दो बार सरकार का कार्यकाल पूरा हुआ है.
पाकिस्तान में क्या चल रहा: पाकिस्तान में संसद भंग हो गई है, अब शाहबाज शरीफ पाकिस्तान के प्रधान मंत्री नहीं हैं, बल्कि अब पाकिस्तान की जिम्मेदारी केयरटेकर प्रधान मंत्री Anwar-Ul-Haq Kakar पर आ गई है. पाकिस्तानी आम चुनाव होने तक देश प्रधान मंत्री विहीन न हो जाए इसी लिए यहां केयरटेकर प्रधान मंत्री बैठा दिया गया है.
”पाकिस्तान के बनने के बाद से ही यहां आधे समय तक सेना की हुकूमत रही है. जबकि बाकी आधे समय में सेना ने पर्दे के पीछे से देश की राजनीति को कंट्रोल किया है. यहां बनने वाली हर सरकार को सेना की मदद की जरूरत है. इमरान खान भी सेना की मदद से सत्ता में आए थे और यहां सेना की मदद के बिना सरकार नहीं बन सकती है ”
ये बात खुद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री ‘शाहबाज शरीफ’ ने न्यूज़ चैनल के सामने आकर कही, उन्होंने अपने मुल्क की अवाम को यह संदेश, पाकिस्तान की संसद भंग होने के एक दिन बाद 10 अगस्त को दिया था. 9 अगस्त की आधी रात को पाकिस्तान की संसद भंग कर दी गई थी.
पाकिस्तान की संसद भंग क्यों हुई
भारत की तरह पाकिस्तान में भी लोकसभा की तरह नेशनल असेंबली है, जिसका कार्यकाल 5 वर्षों का होता है. अगस्त 2018 में चुनी गई सरकार का कार्यकाल 12 अगस्त 2023 को खत्म हो गया है. पाकिस्तानी संविधान के अनुच्छेद 52 के तहत सरकार के 5 साल पूरे होने के बाद नेशनल असेंबली को भंग करना पड़ता है. यहीं से अगले चुनाव की प्रक्रिया शुरू होती है. नेशनल असेंबली भंग होने के बाद यहां प्रत्येक सांसद, प्रधान मंत्री और मंत्रिमंडल का सदस्य अपने पद से हट जाता है, उसकी शक्तियां खत्म हो जाती हैं.
पाकिस्तान में अब चुनाव होने तक कोई पीएम या मंत्री नहीं
जब पाकिस्तान की नेशनल असेंबली भंग होती है तो यहां का इलेक्शन कमीशन एक्टिव हो जाता है. पाकिस्तानी संविधान के आर्टिकल 244 के तहत चुनाव आयोग को 60 से 90 दिन के अंदर आम चुनाव आयोजित करना पड़ता है.
जबतक चुनाव नहीं होते और परिणाम सामने नहीं आते तबतक इस मुल्क में अंतरिम सरकार चलती है. इसके लिए सरकार और विपक्ष मिलकर केयरटेकर प्रधान मंत्री चुनते हैं. जिसके पास कोई पावर नहीं होती वो सिर्फ एक प्रक्रिया का हिस्सा होता है. ये सिर्फ देश में जरूरी कदम निष्पक्ष चुनाव के लिए बैठाए जाते हैं. फ़िलहाल पाकिस्तान के केयरटेकर प्रधानमंत्री के रूप में अनवार उल हक़ को चुना गया है.
पाकिस्तान आम चुनाव 2024
पाकिस्तान के मौजूदा हालातों को देखकर नहीं लगता है कि यहां का चुनाव आयोग 90 दिनों के अंदर आम चुनाव आयोजित कर पाएगा. पाकिस्तान में अभी चुनाव की तैयारी से पहले परिसीमन होना है जिसमे कम से कम 120 दिन का वक़्त लगेगा. ऐसे में 2024 से पहले यहां नेशनल असेंबली इलेक्शन नहीं हो सकता।
फिर नवाज शरीफ होंगे पाकिस्तान के पीएम?
जनता द्वारा चुनकर पाकिस्तान के पीएम बने इमरान खान ने अपना कार्यकाल पूरा नहीं किया, उनकी पार्टी के लोगों ने ही उन्हें धोखा दे दिया और शाहबाज शरीफ तख्तापलट कर प्रधान मंत्री बन गए. पाकिस्तान का पीएम बनते ही उन्होंने अपने बड़े भाई और पूर्व पीएम नवाज शरीफ पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों से मुक्त करवा दिया.
शाहबाज शरीफ पाकिस्तान के प्रधान मंत्री बने ही अपने भाई को बचाने के लिए थे. उन्होंने कहा है कि अब मेरे बड़े भाई नवाज शरीफ लंदन से लौटेंगे और फिर से चुनाव में पार्टी का नेतृत्व करेंगे. यानी अगर उनकी पार्टी जीती तो नवाज शरीफ ही प्रधान मंत्री की कुर्सी संभालेंगे जिसे पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने करप्शन केस में 10 साल की सज़ा सुनाई थी.