GST Reform Hindi News: जीएसटी रिफॉर्म के बाद क्या-क्या सस्ता होगा?

GST Reform News Hindi: स्वतंत्रता दिवस (PM Narendra Modi Independence Day Speech) के मौके पर लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने जीएसटी (GST – Goods and Services Tax Reform) में बड़े रिफॉर्म की घोषणा की है। इस कदम को देश की अर्थव्यवस्था (Indian Economy) को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है। पीएम ने कहा कि जीएसटी दरों (GST Rates Review) की समीक्षा की जाएगी, जिससे छोटे कारोबारियों और आम जनता को राहत मिलेगी।

लेकिन सवाल उठ रहे हैं कि GST रिफॉर्म क्या है (What is GST Reform In Hindi), यह कब होगा, इससे क्या बदलेगा (What will change with GST reform), और क्या-क्या सस्ता होगा (What will become cheaper due to GST reform)? इसके अलावा, हाल की रिपोर्ट में दी गई अन्य GST से जुड़ी जानकारियों को भी विस्तार से समझते हैं।

GST रिफॉर्म क्या है?

What is GST Reform Explain In Hindi: GST रिफॉर्म का मतलब जीएसटी संरचना (GST Structure) में बदलाव लाना है ताकि कर प्रणाली (Tax System) को और सरल , पारदर्शी, और कारोबारी-अनुकूल बनाया जा सके। पीएम मोदी ने कहा कि मौजूदा टैक्स स्लैब (Tax Slabs) में जटिलताएं हैं, और इन्हें कम करके छोटे व्यापारियों और मध्यम वर्ग को लाभ पहुंचाया जाएगा। यह रिफॉर्म GST काउंसिल (GST Council) के सुझावों और विशेषज्ञों की सलाह पर आधारित होगा, जिसमें दरों को तर्कसंगत करना और अनुपालन बोझ को कम करना शामिल है।

GST रिफॉर्म कब होगा?

When Will GST Reform Happen: पीएम ने स्पष्ट समयसीमा नहीं दी, लेकिन संकेत दिया कि यह प्रक्रिया 2025 के अंत तक शुरू हो सकती है, और 2026 की शुरुआत तक कुछ बदलाव लागू हो सकते हैं। GST काउंसिल की अगली बैठक (Next GST Council Meeting), जो सितंबर 2025 में होने की संभावना है, में इसकी रूपरेखा पर चर्चा होगी। यह रिफॉर्म चरणबद्ध तरीके से लागू होगा, जिसमें पहले पायलट प्रोजेक्ट और फिर पूरे देश में विस्तार होगा।

GST रिफॉर्म से क्या बदलेगा?

What Will Change with GST Reform: GST रिफॉर्म से कई बड़े बदलाव की उम्मीद है:

  • टैक्स स्लैब में कमी: वर्तमान 5%, 12%, 18%, और 28% के स्लैब को कम करके 3-4 स्लैब तक सीमित करने की योजना है, जो कराधान को आसान बनाएगी।
  • छोटे कारोबारियों को राहत: सालाना टर्नओवर 1.5 करोड़ तक के कारोबारियों के लिए टैक्स रेट 1% तक कम हो सकता है।
  • डिजिटल अनुपालन: ऑनलाइन टैक्स फाइलिंग और रिफंड प्रक्रिया को तेज करने के लिए नई तकनीक अपनाई जाएगी।
  • पेट्रोलियम और बिजली: इन क्षेत्रों को GST के दायरे में लाने की संभावना पर विचार हो रहा है, जो वर्तमान में बाहर हैं।

GST रिफॉर्म से क्या-क्या सस्ता होगा?

What Will Become Cheaper After GST Reform: रिपोर्ट के अनुसार, GST रिफॉर्म से निम्नलिखित वस्तुओं और सेवाओं पर कीमतें कम हो सकती हैं:

  • दैनिक उपयोग की वस्तुएं: साबुन, टूथपेस्ट, और डिटर्जेंट जैसे उत्पादों पर 18% से 12% या उससे कम टैक्स हो सकता है।
  • इलेक्ट्रॉनिक्स: मोबाइल फोन (Mobile Phones GST Rate) और लैपटॉप (Laptops GST Rate) पर 18% टैक्स घटाकर 12% करने की संभावना है।
  • कपड़ा और जूते: सस्ते कपड़ों और जूतों पर टैक्स 12% से 5% तक कम हो सकता है।
  • रेस्टोरेंट बिल: 5-स्टार होटलों को छोड़कर अन्य रेस्तरां के बिल पर 18% टैक्स कम होकर 12% हो सकता है। ये बदलाव उपभोक्ताओं को राहत देंगे और मांग को बढ़ावा देंगे।

अन्य GST से जुड़ी जानकारियां

  • जीएसटी कलेक्शन (GST Collection 2025): जुलाई 2025 में जीएसटी कलेक्शन (GST collection in July 2025) 1.82 लाख करोड़ रुपये (₹1.82 Lakh Crore) रहा, जो पिछले साल से 10.7% अधिक है, जो कर अनुपालन में सुधार दर्शाता है।
  • पिछले रिफॉर्म : 2017 में GST लागू होने के बाद से 8 बार टैक्स स्लैब में बदलाव हुए, जिसमें 28% स्लैब से कई वस्तुएं हटाई गईं।
  • चुनौतियां : विशेषज्ञों का कहना है कि पेट्रोलियम (GST On Petroleum) को GST में लाना राज्यों के लिए राजस्व हानि का कारण बन सकता है, जिस पर सहमति बनाना मुश्किल होगा।

आर्थिक क्रांति की शुरुआत पीएम मोदी का GST रिफॉर्म का वादा देश की आर्थिक नीति में एक बड़ा बदलाव ला सकता है। 2025 के अंत तक शुरू होने वाली यह प्रक्रिया 2026 में परिणाम दिखा सकती है, जिसमें दैनिक वस्तुओं से लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स तक सस्ते हो सकते हैं। हालांकि, राज्यों के साथ सहमति और विपक्ष की आलोचना चुनौती बनी रहेगी। आने वाला समय बताएगा कि क्या यह रिफॉर्म वास्तव में “दाम कम, दम ज्यादा” का मंत्र साकार कर पाएगा।

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