Cyclone Fengal: बंगाल की खाड़ी से आने वाला फेंगल मील अगले दो दिनों में तमिलनाडु की ओर बढ़ रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि 75-80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। दिलचस्प बात यह है कि फेंगल मील का सऊदी अरब से भी कनेक्शन है। फेंगल शब्द का भी अपना एक खास मतलब होता है। जानिए फेंगल शब्द का क्या मतलब है, सऊदी अरब से इसका क्या कनेक्शन है।
75-80 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलेंगी हावाएं।
फेंगल मील अगले दो दिनों में तमिलनाडु के तट से तमिलनाडु की ओर बढ़ रहा है। बंगाल की खाड़ी से आने वाले इस समुद्री क्षेत्र की वजह से चेन्नई, कांचीपुरम, चेंगलपेट, तिरुवल्लूर, कुड्डालोर, नागापट्टनम में बारिश हो रही है। मौसम विभाग का कहना है कि 75-80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। फ्लाइट्स देरी से पहुंच रही हैं और 6 स्कूटर के स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। इसका असर तमिलनाडु के साथ-साथ आंध्र प्रदेश, केरल और पुडुचेरी में भी पड़ेगा। दिलचस्प बात यह है कि फेंगल मील का सऊदी अरब से भी कनेक्शन है।
कहां से हुई फेंगल शब्द की उत्पत्ति ? Cyclone Fengal
फेंगल शब्द अरबी शब्द है। इस cyclone का नाम सऊदी अरब में रखा गया है। अरबी से लिया गया फेंगल शब्द का अर्थ है सांस्कृतिक पहचान और भाषाई परंपरा का मिश्रण। फेंगल शब्द संस्कृति में विविधता को अलग करता है। फेंगल शब्द सऊदी ने इसलिए दिया था ताकि वह अपनी विरासत और भाषा को दिखा सके। इसी तरह दूसरे देशों के लिए भी तूफानों के नाम प्रस्तावित किए जाते हैं। इससे किसी का अपमान नहीं होना चाहिए।
तूफानों के नाम कैसे जानें? Cyclone Fengal
यूक्रेन के लोगों का भी अपने नाम रखने का अपना तरीका है। 1953 से वर्ल्ड मेट्रोलॉजिकल ऑर्केस्ट्रेशन (WMO) तूफानों और समुद्री मीलों का नाम रखता आ रहा है, लेकिन उत्तरी हिंद महासागर में समुद्र को कोई नाम नहीं दिया गया। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि यहां नाम रखने वाला कोई व्यक्ति हो सकता है। संगठन नहीं चाहता था कि देश में किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचे।
फेंगल समुद्री मील कहां प्रभावी हैं? Cyclone Fengal
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि फेंगल के कारण 27 नवंबर को तमिलनाडु और पुडुचेरी में कई जगहों पर भारी बारिश हो सकती है। 28 और 29 नवंबर को तटीय इलाकों में भारी बारिश का अनुमान है। इसके अलावा 27 नवंबर को आंध्र प्रदेश में भी भारी बारिश और बर्फबारी देखने को मिलेगी। वहीं, 27 और 28 नवंबर को केरल में कुछ जगहों पर मध्यम और भारी बारिश का खतरा है।