Site icon SHABD SANCHI

क्या है सर्वाइकल कैंसर, कैसे होता है, कैसे बचें? सब जानें

क्या है सर्वाइकल कैंसर? (Cervical Cancer) काफी ट्रेंड हो रहा है. इसके तीन प्रमुख कारण है. पहला ये कि सर्वाइकल कैंसर महिलाओं को होने वाली दूसरी सबसे बड़ी बीमारी है दूसरा ये कि केंद्र सरकार ने सर्वाइकल कैंसर की वैक्सीनेशन का प्रोग्राम शुरू किया है और तीसरा कारण है मॉडल पूनम पांडे जिन्होंने सर्वाइकल कैंसर को लेकर जागरूकता फ़ैलाने के लिए अपनी मौत का ड्रामा रच दिया। ऐसे में अब लोग सर्वाइकल कैंसर के बारे में गहराई से जानना चाहते हैं. आज हम आपको बताने वाले हैं कि आखिर सर्वाइकल कैंसर है क्या?

What is Cervical Cancer in Hindi: व्यक्ति के शरीर के किसी भी पार्ट में कोशिकाओं का असामान्य और अनियंत्रित रूप से बढ़ना कैंसर होता है। और जब यह कोशिकाएं सर्विक्स एरिया (Cervix Area) यानि गर्भाशय ग्रीवा में बढ़ने लगती हैं तब गर्भाशय ग्रीवा कैंसर या सर्वाइकल कैंसर की शुरुआत होती है। बता दें कि सर्विक्स एरिया महिलाओं के गर्भाशय यानि यूटरस (Uterus) के ऊपरी हिस्से को कहा जाता है. यह हिस्सा वेजाइना को यूटरस से जोड़ता है।

क्यों होता है सर्वाइकल कैंसर?

Why does Cervical Cancer Occur: सर्वाइकल कैंसर होने का मुख्य कारण (Reason Of Cervical Cancer) ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) नामक एक वायरस होता है. दरअसल, यह वायरस यौन संपर्क या सेक्सुअल कांटेक्ट जैसे वेजाइनल, एनल और ओरल से फैलता है, जिससे कैंसर की संभावनाएं बढ़ जाती हैं. बता दें कि सभी महिलाएं HPV वायरस से एक न एक बार जरूर संक्रमित होती हैं. लेकिन आपकी बॉडी में मौजूद सेल्स उस वायरस से लड़कर उसे खत्म कर देती है। ऐसे में जिन महिलाओं की इम्युनिटी कम होती है, उनके सर्विक्स एरिया की कोशिकाएं, कैंसरस कोशिकाओं में बदल जाती हैं, जो आगे चलकर सरवाइकल कैंसर का रूप ले लेती हैं. इसके अलावा सर्वाइकल कैंसर के और भी अन्य कारण (Cause Of Cervical Cancer) होते हैं जो कि कुछ इस प्रकार हैं:-

क्या है सरवाइकल कैंसर के लक्षण?

Symptoms of Cervical Cancer: सर्वाइकल कैंसर के लक्षण (Cervical Cancer Ke Lakshan) कुछ इस प्रकार हैं:-

कैसे पता लगाएं कि आपको सर्वाइकल कैंसर है या नहीं?

Cervical Cancer Test: सर्वाइकल कैंसर का पता लगाने के लिए महिलाओं को एक टेस्ट करवाना होता है, जिसे PapSmear टेस्ट कहते हैं। इस टेस्ट को देश के किसी भी छोटे-बड़े क्लिनिक या अस्पतालों में कराया जा सकता है. इस PapSmear टेस्ट में सर्विक्स एरिया की सेल्स की टेस्टिंग की जाती है और ये चेक किया जाता है कि उनमें कोई असामान्य ग्रोथ तो नहीं हो रहा है। जब PapSmear टेस्ट पॉजिटिव आता है तो एक दूसरा टेस्ट किया जाता है, जिसे HPV PapSmear कहते हैं. जो इसकी जांच करता है कि सर्विक्स सेल्स में HPV वायरस मौजूद है या नहीं? अगर दोनों टेस्ट पॉजिटिव निकलते हैं तो इसके बाद बायोप्सी की जाती है.

सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए क्या करें?

Preventing Cervical Cancer: सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए महिलाएं समय-समय पर अपनी जांच करवाएं। वहीं, 9 साल से 15 साल तक की आयु वाली लड़कियों को सर्वाइकल कैंसर का टिका (Cervical Cancer Vaccination) यानि वैक्सीन लगवाना चाहिए। जबकि यह वैक्सीन (Cervical Cancer Vaccine) इससे अधिक उम्र की महिलाओं पर कोई असर नहीं करता। तो इससे बचने के लिए उन्हें सावधानी बरतनी चाहिए। जो कि कुछ इस प्रकार हैं:-

भारत में सर्वाइकल कैंसर पेशेंट्स के आकड़े

Data Of Cervical Cancer Patients in India: दुनिया में हर साल 1,23,907 महिलाओं को सर्वाइकल कैंसर होता है. जिनमें से 77,348 महिलाओं की इस बीमारी से मौत हो जाती है. वहीं, अगर बात सिर्फ भारत की करें तो लगभग 29% महिलाएं सर्वाइकल कैंसर से जूझती हैं.

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सर्वाइकल कैंसर पर क्या कहा?

Cervical Cancer Vaccine Budget 2024: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने गुरुवार, 1 फरवरी 2024 को कहा कि “हमारी सरकार गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर को रोकने के लिए 9 से 14 वर्ष की आयु वर्ग की लड़कियों के लिए टीकाकरण को प्रोत्साहित करेगी। बता दें कि इस अभियान की शुरुआत मिशन ‘इंद्रधनुष’ के अंतर्गत की जाएगी. इसके अलावा सरकार नए मेडिकल कॉलेज खोलने और आशा (मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता) और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को आयुष्मान भारत कवर देने पर भी ध्यान केंद्रित करेगी।

Exit mobile version