BRICS क्या है, कब और क्यों बना, भारत इस संगठन में पाकिस्तान को क्यों शामिल नहीं करना चाहता? 

BRICS Summit 2023

What Is BRICS Explained In Hindi: 22 अगस्त से साऊथ अफ्रीका में BRICS की समिट शुरू होने वाली है. प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) भी इसमें शामिल होने के लिए जा रहे हैं. 

BRICS Summit 2023: दुनिया के तीसरे सबसे बड़े आर्थिक संगठन ‘BRICS’ में Pakistan शामिल होना चाहता है. लेकिन भारत ऐसा नहीं होने देना चाहता। मंगलवार 22 अगस्त को साऊथ अफ्रीका में 15वीं BRICS Summit होने वाली है जिसमे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) भी शामिल होने के लिए सोमवार को रवाना होंगे. 

सिर्फ पाकिस्तान ही नहीं है जो दुनिया की 5 आर्थिक महाशक्तियों के संगठन ‘BRICS’ में शामिल होना चाहता है. बल्कि दुनिया के 40 देश इस संगठन का हिस्सा बनना चाहते हैं. चीन इन देशों को BRICS में शामिल करने के लिए उत्साहित है मगर बाकी देश अभी अपने संगठन के विस्तार और इसके सदस्यों की संख्या बढ़ाने को लेकर हिचकिचा रहे हैं. 

BRICS क्या है? 

BRICS एक 5 देशों का संगठन है, जिसमे ब्राजील, रूस, इंडिया, चाइना साउथ अफ्रीका शामिल है. इस संगठन की स्थपना 1990 में तीन देशों ने की थी. तब इसका नाम BRICS नहीं सिर्फ RIC था. 1990 में रूस, इंडिया और चीन ने दुनिया की फॉरेन पॉलिसी में USA के बढ़ते दबदबे को चुनौती देने के लिए और अपने संबंधों को मजबूत करने के लिए इस संगठन की नीव रखी थी. इस संगठन का नेतृत्व रूसी नेता येवगेनी प्रिमाकोव ने किया था.

Russia, India और China के संगठन RIC में चौथा देश ब्राजील 2009 में जुड़ गया. और इसका नाम BRIC रखा गया. 2001 में इन्वेस्टमेंट बैंक Goldman Sachs ने इन चारों देशों को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती इकोनॉमी बताया था. 

2010 में BRIC से एक और देश South Africa जुड़ गया और इसका नाम BRICS रखा गया. आज BRICS युरोपीन यूनियन (EU) को पीछे छोड़कर दुनिया का तीसरा ताकतवर आर्थिक संगठन बन गया है. 

BRICS में नए मेंबर्स शामिल होने से भारत को क्या दिक्क्त है

पाकिस्तान समेत 40 देश BRICS में शामिल होना चाहते हैं. चीन इस संगठन में पाकिस्तान को जोड़ना चाहता है. लेकिन भारत इसका विरोध कर रहा है।  22 अगस्त को होने वाली BRICS Summit में यही तय किया जाएगा कि नए सदस्यों को आर्थिक आधार पर इस ग्रुप में शामिल किया जाए या फिर जियोग्राफी के आधार पर. 

भारत का मानना है कि BRICS में ज्यादा देशों के शामिल हो जाने से इसके मैनेजमेंट और डिसीजन मेकिंग में कठिनाइयां होंगी. चीन और रूस दूसरे देशों को इसमें शामिल करने पश्चिमी देशों के खिलाफ खड़ा होने वाला संगठन बनाना चाहते हैं।  अगर ये 40 देश भी BRICS में शामिल हो गए तो चीन उनकी मदद से अपनी विस्तारवादी मंसूबों को भारत के खिलाफ इस्तेमाल कर सकता है. चीन भारत के लिए खतरा है और BRICS में चीन के इशारों पर चलने वाले देशों का जुड़ना भारत के लिए और भी बड़ा खतरा पैदा कर सकता है. 

पाकिस्तान BRICS में क्यों शामिल होना चाहता है? 

पाकिस्तान को भारत से बराबरी करनी है, इसके अलावा उसे ये भी लगता है कि BRICS से जुड़ने के बाद उसे आर्थिक मदद मिल सकेगी. चीन BRICS का सहारा लेकर पाकिस्तान को World Bank से लोन दिलवा सकता है और इस संगठन से जुड़ कर चीन और पाकिस्तान मिलकर भारत के खिलाफ कोई कदम उठा सकते हैं.

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