क्या होता है अघोर जीवन? मृत शरीर के साथ बनाते है शारीरिक संबंथ

aghori ki aghor sadhana

Aghori: संसार की मोहमाया से दूर अपनी एक अलग दुनिया और अपने खुद के कानून के मालिक होते हैं अघोरी। इन पर न किसी का बस चलता न ही इन पर कोई नियम लगाए जाते हैं. श्मशान घाट ही इनकी दुनिया है शवों की राख ही इनके वस्त्र हैं, इसका अघोर रूप जितना भयानक और डरावना होता है उससे कहीं ज्यादा डरावना होता है, इनके जीवन जीने का तरीका जिसकी आम व्यक्ति कल्पना भी नहीं कर सकता है. जिनके साथ रहते तो आम आदमी हैं लेकिन जीवित नहीं मुर्दा जो इनका परिवार है. अघोर जीवन उतना ही मुश्किल है जितना ये देखने में आसान है.

अघोरी क्या होते हैं? क्या होता अघोर जीवन ?

अघोर बनने की विधि जानने से पहले ये जानना जरूरी है की आखिर एक अघोरी होता क्या है? अघोरी शब्द संस्कृत शब्द अघोर से आया है जिसका अर्थ है जो भयानक या डरावना न हो लेकिन ये इसके विपरीत ही प्रतीत होता है. क्युकी एक अघोरी का जीवन देखने में बड़ा ही भयानक दिखता है. अघोरी मनुष्यों द्वारा त्यागे गए चीज़े जैसे मृत शरीर, माला, वस्त्र फेका हुआ भोजन या वे भोजन जो मृतक की आत्मा के लिए छोड़े जाते हैं इन सब से अपना जीवन व्यतीत करते हैं. एक अघोरी जीवन नहीं बल्कि मृत्यु के बाद के जीवन की खोज करता है. एक अघोरी जीवन अपनाने के लिए शारीरिक और मानसिक दोनों की स्थितियों में मजबूत होना आवश्यक है, अघोर साधक सिर्फ वही बन सकता है जिसे दुनिया की मोहमाया, परिवार से कोई मोह न हो. अघोरी के लिए मल-मूत्र, शव, मांस, मृत्यु से कोई घिन नहीं है क्यूंकि उनके लिए सब कुछ शिव है. एक अघोरी भय और भोग दोनों परे सोच रखता है. वो सिर्फ शिव की खोज में अपना जीवन व्यतीत करता है, मृत्यु के बाद का जीवन एक अघोरी का जीवन होता है वो भी जीवित अवस्था में शब्दों में एक अघोरी जीवन को व्यक्त करना बेहद मुश्किल है. उनके लिए कुछ भी अपवित्र नहीं है. इस लिए आत्माये और पिसाच इनके खास होते हैं।

अघोरियों के कुछ भयानक रहस्य

एक अघोरी रहस्यों की पोटली बांध कर चलता है, उनके रहस्य जानना उतना ही मुश्किल है जितना ये जानना मुश्किल है की मृत्यु के बाद आत्मा के साथ क्या होता है. लेकिन कुछ ऐसे रहस्य या ये कहें की ऐसे राज़ जो न चाहते हुए भी बाहर आ गए पर जिसने भी ये राज़ बाहर लाने की कोशिश की थी वो खुद मृत्यु के रास्ते चल दिए. ये हैं कुछ अघोरी के डरावने राज़

  • अघोरी मृत शरीर के साथ शारीरिक संबंध बनाते हैं।
  • अघोरी अपना मल मूत्र को शुद्ध मानते हैं और वहीं खाते हैं।
  • अघोरी मृत लोगों की आत्माओं को सिद्ध करते हैं।
  • एक असली अघोरी कभी भी भीड़ भाड़ वाली जगह पर नहीं मिलता।
  • एक असली अघोरी बेहद डरावना दिखता है।
  • अघोरी स्वयं अपनी मृत्यु का समय निश्चित करता है।
  • एक अघोरी खुद को जमीन में गड़वा देता है ताकि कीड़े मकोड़े जानवर उसके शरीर को खाए और वो मृत्यु लोक छोड़ सके
  • अघोरी मनुष्य के शरीर को बिना पकाए खा सकते हैं।

अघोरी की अघोर सिद्धियां

कर्णपिशाचनी सिद्धि (पिशाचनी)

प्रेत सिद्धि (मृतकों के आत्मा की सिद्धि)

मनः संवाद सिद्धि (सामने वाले व्यक्ति के दिमाग को पढ़ना)

अग्नि स्फुलिंग सिद्धि (अग्नि से न जलने की सिद्धि)

काया स्थिर सिद्धि (भूख, प्यास, गर्मी ठंडी, दर्द से फर्क न पड़ने की सिद्धि)

माया सिद्धि (अदृश्य होने की सिद्धि)

काल ज्ञान और पूर्वाभास सिद्धि(भूत, भविष्य, जानने की सिद्धि)

मृत संजीवनी सिद्धि (पुनः जीवन देने की सिद्धि)

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