भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के उस बयान पर, जिसमें उन्होंने कहा था कि अब भाजपा बड़ी हो गई है उसे आरएसएस की जरूरत नहीं है. इस पर सुनील आंबेकर ने कहा कि हमारे मिशन के बारे में मूल विचार सभी के लिए स्पष्ट हैं. अन्य मुद्दों को हल किया जाएगा। यह एक पारिवारिक मामला है.
केरल के पलक्क्ड़ में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत और छः संयुक्त महसचिवों की मौजूदगी में संघ की शनिवार, 31 अगस्त को तीन दिवसीय अखिल भारतीय समन्वय बैठक संपन्न हो गई है. आरएसएस के मुताबिक़ बैठक में संघ से प्रेरित 32 संगठनों के राष्ट्रीय स्तर के नेता भी शामिल हुए. इसमें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, इसके महासचिव बी.एल संतोष, VHP के प्रमुख आलोक कुमार और भारतीय मजदूर संघ के अध्यक्ष हिरण्मय पंड्या शामिल हुए.
इस बैठक के बाद संघ में मुख्य प्रवक्ता सुनील आंबेकर ने प्रेस कांफ्रेंस की और बताया कि बैठक के दौरान तमाम मुद्दों पर चर्चा की गई। संघ ने जातीय जनगणना को लेकर बड़ा बयान दिया और इसे एक संवेदनशील मुद्दा करार दिया।
नड्डा के बयान पर संघ ने क्या कहा?
जेपी नड्डा के उस बयान पर, जिसमें उन्होंने कहा था कि अब भाजपा बड़ी हो गई है, उसे RSS की जरूरत नहीं है. इस पर सुनील आंबेकर ने कहा कि ‘हमारे मिशन के बारे में मूल विचार सभी के लिए बहुत स्पष्ट हैं, अन्य मुद्दों को हल किया जाएगा, यह एक पारिवारिक मामला है. इसे हल किया जाएगा। तीन दिवसीय बैठक यहां हुई. सभी ने अच्छी तरह से भाग लिया और सब कुछ ठीक रहा.
नड्डा का बयान
बता दें कि 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा था कि भाजपा को संघ कि जररूत नहीं है. एक अख़बार को इंटरव्यू देते हुए उन्होंने कहा था कि शुरू में हम अक्षम होंगे। थोड़ा कम होंगे। तब RSS की जरूरत पड़ती थी. आज भाजपा सक्षम है, वह अपने आपको चला रही है. नड्डा के इस बयान के बाद काफी हंगामा हुआ था. RSS के कई पदाधिकारी उनके बयान से नाराज थे. लेकिन किसी ने अपने विचार खुलकर साझा नहीं किए थे. हालांकि चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद ऐसी भी चर्चाएं सामने आईं कि अब भाजपा संघ की बात को ध्यान में रखकर काम कर रही है.