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डिप्टी सीएम बनने के बाद पहली बार जबलपुर पहुंचे राजेंद्र शुक्ल ने क्या कहा?

Deputy CM Rajendra Shukla in Jabalpur

Deputy CM Rajendra Shukla in Jabalpur

Deputy CM Rajendra Shukla in Jabalpur: मध्य प्रदेश में पहली मुख्यमंत्री साथ दो उपमुख्यमंत्री बनाए गए हैं. उप मुख्यमंत्री बनाने के बाद पहली बार जबलपुर पहुंचे राजेंद्र शुक्ल ने कल्याणकारी योजनाओं के बारे में क्या कहा आइए बताते हैं.

Jabalpur News: जबलपुर में मिडिया से चर्चा करते हुए डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल (Deputy CM Rajendra Shukla) ने कहा- सूबे की मोहन सरकर किसी भी जन कल्याणकारी योजनाओं को बंद नहीं करेगी। उन्होंने कहा पूर्व में भारतीय जनता पार्टी की जितनी योजनाए शुरू की गईं हैं, उन्हें सुचारु रूप से जारी रखा जाएगा। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने आगे कहा कि प्रदेश सरकार के पास धन की कमी नहीं हैं. जनता को लाभ पहुंचाने वाली जितनी भी स्कीम हैं जारी रहेंगी, क्योंकि प्रदेश की बीजेपी सरकार ने आर्थिक अनुशासन को राज्य में लागु किया हैं.

मंत्रियों के विभागों के बटवारे पर क्या बोले राजेंद्र शुक्ल?

जबलपुर में मिडिया से चर्चा के दौरान जब उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल से पुछा गया कि मंत्रिमंडल के सदस्यों को विभाग बटवारे में इतना समय क्यों लग रहा हैं. इस सवाल पर उन्होंने कहा-विभागों के बटवारे में कोई देरी नहीं हो रही है बहुत, जल्द विभागों का बटवारा कर दिया जाएगा।

कांग्रेस पर हमलावर हुए डिप्टी सीएम

उपमुख्यमंत्री बनाने के बाद पहली बार जबलपुर पहुंचे राजेंद्र शुक्ल ने सर्किट हाउस में पार्टी के नेताओं और पदाधिकारियों से मुलाकात की. इस प्रवास के दौरान राजेंद्र शुक्ल कांग्रेस पर खूब बरसे, उन्होंने कहा- कांग्रेस के पास अब न नेता हैं, न नियत है और न ही कोई निति है. कांग्रेस से लोगों का भरोसा टूट चूका है. कांग्रेस पर तंज कस्ते हुए राजेंद्र शुक्ल ने कहा देश में इतने सालों तक कांग्रेस ने शासन किया, विकास कर सकती थी लेकिन कांग्रेस के नेताओं ने सिर्फ अपना ही विकास किया। उन्होंने आगे कहा प्रदेश की जनता का विश्वास कांग्रेस से उठ चूका है और प्रदेश में कांग्रेस एक्सपोज हो चुकी है.

सीनियर नेताओं को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किए जाने पर क्या बोले डिप्टी सीएम?

मोहन कैबिनेट में कई वरिष्ठ विधायकों को मंत्री पद न दिए जाने के सवाल पर राजेंद्र शुक्ल ने कहा- ये निर्णय हमारा नहीं पार्टी आलाकमान और मुख्यमंत्री के बीच का विशेषाधिकार हैं. उन्होंने आगे कहा जिसे मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है वो भी भारतीय जनता पार्टी के ही विधायक हैं. पार्टी के अंदर कभी किसी को मौका मिलता है तो कभी किसी और को मौका मिल जाता है.

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