राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,उपराष्ट्रपति जगदीश धनकड़,लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कई बड़े नेता दिल्ली के राजघाट पहुंच कर पूज्य बापू को श्रद्धांजलि अर्पित की।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi ) की 154वीं जयंती के अवसर पर राष्ट्रपति (President of India) द्रौपदी मुर्मू ने दिल्ली के राजघाट पहुंचकर बापू को श्रद्धांजलि दी.वहीं उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Narendra Modi), कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खरगे (Mallikarjun kharge) लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला(Om Birla) राजघाट पहुंचे।
राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए नेताओ ने अपने विचार भी साझा किये।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बापू को श्रद्धांजलि अर्पित की
उनके विचार महज बेकार के विचार-विमर्श नहीं थे, बल्कि उनके निरंतर अभ्यास के परिणाम थे. जो फिलॉसफी जीवन का हिस्सा न हो,वो उनके लिए धूल की तरह थी. उनके विचार,कर्म, शब्द एक जैसे थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा-हम उनके सपनों को पूरा करने की दिशा में काम करते रहें
गांधी जयंती के विशेष अवसर पर मैं महात्मा गांधी को नमन करता हूं। उनकी कालजयी शिक्षाएँ हमारा पथ आलोकित करती रहती हैं। महात्मा गांधी का प्रभाव वैश्विक है, जो संपूर्ण मानव जाति को एकता और करुणा की भावना को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है। हम सदैव उनके सपनों को पूरा करने की दिशा में काम करते रहें।’ उनके विचार प्रत्येक युवा को उस परिवर्तन का वाहक बनने में सक्षम बनाएं जिसका उन्होंने सपना देखा था, जिससे सर्वत्र एकता और सद्भाव को बढ़ावा मिले।
उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा
गांधी जयंती पर, जब हम राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, तो आइए हम सत्य और अहिंसा के उनके सिद्धांतों को याद करें जिन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम का मार्गदर्शन किया। आइए हम भारत की सर्वाधित प्रगति के लिए आत्मनिर्भरता और सार्वभौमिक भाईचारे के उनके दृष्टिकोण को कायम रखने का संकल्प लें
मल्लिकार्जुन खरगे ने क्या कहा
“आप मुझे बेड़ियों से जकड़ सकते हैं, यातना दे सकते हैं, आप इस शरीर को ख़त्म भी कर सकते हैं, लेकिन आप मेरे विचारों को क़ैद नहीं कर सकते।” ~ महात्मा गाँधी संपूर्ण विश्व को सत्य-अहिंसा एवं शांति के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करने वाले, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के सूत्रधार, राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी के विचार व उनके आदर्श हमारे लिए आज भी प्रासंगिक हैं। सत्य, अहिंसा, शांति एवं समानता जैसे उनके विचारों को आज चुनौती मिल रही है, पर बापू के सिखाए गए मूल्यों पर चल कर ही हम इसका मुक़ाबला कर रहें हैं।
ओम बिरला ने कहा- बापू सदैव मानवता के लिए पूज्य रहेंगे
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर कोटि-कोटि नमन। सत्य, अहिंसा, प्रेम और शांति पर आधारित उनके आदर्शों ने स्वतंत्रता संग्राम को नई शक्ति प्रदान की। उनके सार्वभौमिक विचार प्रत्येक मानव के कल्याण को लक्षित थे। बापू सदैव मानवता के लिए पूज्य रहेंगे। #GandhiJayanti
अमेरिकी राजदूत ने कहा- उनकी स्थायी विरासत से प्रभावित हूं
महात्मा गांधी के जन्मदिन पर, मैं उनकी स्थायी विरासत से बहुत प्रभावित हूं। उनका अहिंसा का संदेश दुनिया भर में समानता और न्याय के लिए आशा की किरण बना हुआ है। डॉ. मार्टिन लूथर किंग और अमेरिकी नागरिक अधिकार आंदोलन पर #गांधी का गहरा प्रभाव हमें उनके आदर्शों की शक्ति की याद दिलाता है। #गांधीजयंती
फ्रेंच एम्बेसी ने कहा फ्रांस में गांधीजी की बहुत प्रशंसा की जाती है,
गांधीजयंती पर, नामित राजदूत थिएरी माथौ और दूतावास के सभी लोग महात्मा और शांति, सहिष्णुता और अहिंसा के मूल्यों को श्रद्धांजलि देते हैं जिनका उन्होंने दृढ़ता से पालन किया। फ्रांस में गांधीजी की बहुत प्रशंसा की जाती है, जैसा कि स्ट्रासबर्ग और वोरियल में लगी मूर्तियों से पता चलता है।