India Charged in US: अमेरिका ने दो भारतीय नागरिकों पर खालिस्तानी चरमपंथी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की विफल साजिस में शामिल होने का आरोप लगाया है. निखिल गुप्ता और भारत सरकार में आधिकारिक CC-1 (कोड नेम). अमेरिका का ये भी दवा है कि यही आरोपी हरदीप सिंह निज्जर के मर्डर की प्लानिंग में भी शामिल थे.
अमेरिका की न्याय विभाग की ओर से भारतीय नागरिक पर लगाए गए आरोप पर भारत सरकार ने जवाब दिया है कि अमेरिका ने एक व्यक्ति की साजिश में भारतीय नागरिक का संबंध बताया जाना चिंताजनक और सरकारी नीतियों के विपरीत है.
अमेरिका न्याय विभाग ने कहा है कि 52 साल का एक भारतीय नागरिक जो भारत सरकार का कर्मचारी भी है. उसने न्यूयार्क शहर के निवासी की हत्या की साजिश रची थी. विभाग ने खालिस्तानी आतंकी गुरुपंतवंत सिंह पन्नू का नाम नहीं लिया है, लेकिन उसका इशारा पन्नू की ओर है क्योंकि गुरुपंतवंत सिंह पन्नू अमेरिका शहर न्यूयार्क में ही रहता है. विभाग के मुताबिक भारतीय नागरिक (निखिल गुप्ता) सुरक्षा प्रबंधन और ख़ुफ़िया सूचनाओं को देखता है.
निखिल गुप्ता पर यह भी आरोप लगाया है कि उसने पन्नू की हत्या के लिए एक लाख डॉलर देने की बात कही थी. इसमें से 15 डॉलर की एडवांस पेमेंट 9 जून 2023 को कर दी थी. लेकिन जिस शख्स को इस काम के लिए हायर किया गया था, वह अमेरिकी एजेंसी का ही ख़ुफ़िया एजेंट था.
निखिल गुप्ता कौन है(Who is Nikhil Gupta), और अब कहां है ?
Nikhil Gupta kaun hai: फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, CC-1 ने कथित तौर पर निखिल गुप्ता को इसलिए हायर किया था, क्योंकि उसके ऊपर भारत में कुछ केस दर्ज हैं. दोनों के बीच मई में संपर्क हुआ था. CC-1 ने गुप्ता को कहा था कि अगर वह इस मिशन को अंजाम करवा देता है, तो उसके ऊपर भारत में लगे आरोपों को हटवा दिया जाएगा. वहीं, गुप्ता के बारे में सिर्फ इतनी ही जानकारी है कि वह भारतीय नागरिक है और उसे 30 जून, 2023 को चेक रिपब्लिक में गिरफ्तार किया गया.
अमेरिका ने चेक रिपब्लिक के साथ प्रत्यर्पण समझौते के तहत निखिल गुप्ता की कस्टडी मांगी थी. इसके बाद निखिल को अमेरिका लाया गया. उसके ऊपर पैसे लेकर हत्या करवाने की साजिश करने का आरोप लगाया है. इन दोनों ही अपराधों के लिए उसे 10-10 साल की सजा हो सकती है. अगर गुप्ता को दोषी पाया जाता है, तो उसे अमेरिका की जेल में 20 साल काटना पड़ सकता है.
भारत ने अमेरिका को दिया जवाब
US-India Relations: भारत विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, ” अमेरिका के साथ द्विपक्षीय सुरक्षा सहयोग पर बातचीत के दौरान अमेरिकी पक्ष ने हमारे साथ कुछ इनपुट शेयर किए हैं. इस इनपुट में संगठित अपराधियों, बंदूकधारियों, आतंकवादियों और अन्य चरमपंथियों की बीच साठगांठ का जिक्र है. हम ऐसे इनपुट को बहुत गंभीरता से लेते हैं. साथ ही मामले के सभी प्रासंगिक पहलुओं को देखने के लिए एक उच्य स्तरीय समिति का गठन किया गया है. जांच समिति के निष्कर्षों के आधार पर ही आगे आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
अरिंदम बागची ने आगे कहा है कि जहां तक एक व्यक्ति के खिलाफ दर्ज किए गए मामले की बात है, अमेरिकी अदालत ने कथित तौर पर इसे एक भारतीय अधिकारी से जोड़ा है, जो की चिंता का विषय है. हमने कहा है कि यह सरकार की नीतियों के भी विपरीत है. संगठित अपराध, तस्करी,अंतर्राष्ट्रीय स्टार पर बन्दूकबाजी,कानून पवर्तन एजेंसियों और संगठनों के लिए एक गंभीर मुद्दा है. यही कारण है कि एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया गया है. हम इसके परिणामों पर आगे की कार्यवाही करेंगे।
वाइट हाउस की प्रवक्ता ने दी प्रतिक्रिया
वाइट हाउस की प्रवक्ता एड्रियन वॉटसन ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया दी थी. उन्होंने कहा था,’ भारत ने दोहराया है कि इस तरह की कार्यवाही उनकी पॉलिसी नहीं है. वॉटसन ने यह भी कहा कि हम समझते हैं कि भारत सरकार इस मामले की जांच कर रही है और आगामी दिनों में वह इस पर बहुत कुछ कहेगी। हमने उन्हें बता दिया है कि इसके लिए जिम्मेदार लोगों को बक्शा नहीं जाएगा।
कौन है गुरुपंतवंत सिंह पन्नू (Who is Gurupantwant Singh Pannu)?
kaun hai Gurupantwant Singh Pannu: भारत के खिलाफ हमेशा जहर उगलने वाले गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannun) को भारत सरकार ने डेजिग्नेटिड टेररिस्ट यानी आतंकी घोषित कर रखा है. भारत में उसके खिलाफ राजद्रोह के 3 मामलों सहित 22 आपराधिक केस दर्ज हैं. पन्नू सिख फॉर जस्टिस (SFJ) नाम का समूह भी चलाता है, जिसे गृह मंत्रालय ने प्रतिबंधित संगठन की सूची में डाल रखा है.
भारत को तोड़ने की हसरत रखने वाला खालिस्तानी आतंकी पन्नू विदेशी धरती पर कई बार खालिस्तान समर्थकों के साथ भारत विरोधी प्रदर्शन कर चुका है