फेसबुक के मालिक जुकरबर्ग ने बीजेपी को क्या कहा की मांगनी पड़ी माफ़ी?

meta CEO

meta के CEO मार्क जुकरबर्ग एक अरबपति इंसान जब किसी भी इंडियन पोलिटिकल पार्टी को लेकर कोई बयान देंगे तो बवाल तो होगा ही और भारतीय नेता भी इसको लेकर चुप नहीं बैठेंगे जैसे अश्विनी वैष्णव ने किया जो काफी एक्सपेक्टेड भी था। क्योंकि मार्क जुकरबर्ग ने BJP को लेकर ऐसा दावा कर दिया की सभी हैरान हो गए। उन्होंने दावा कर दिया की भारत की मौजूदा पार्टी सभी प्रमुख चुनाव हार गई है……….मार्क ज़ुकररबर्ग के इन्ही दावों को गलत सूचना बताते हुए केंद्रीय रेल मंत्री ने कहा की जुकरबर्ग जैसे अरबपति को ऐसी गलत सूचना देते देखना बेहद निराशाजनक है।

जुकरबर्ग ने बीजेपी को लेकर कही बात :

दरअसल शुक्रवार को पॉडकास्टर जो रोगन के साथ एक इंटरव्यू में ,जुकरबर्ग ने कहा था की 2024 में दुनिया भर में एक बड़ा सवाल था. भारत जैसे और भी देशों में प्रमुख पार्टियों ने चुनाव हारे. यानी की हर सत्ताधारी पार्टी चुनाव हारी है. वैश्विक स्तर पर कुछ न कुछ हुआ है. वो चाहे इकोनॉमिक पॉलिसी हो या फिर कोरोना सा निपटना. इसका विश्व स्तर पर असर देखने को मिला है. इससे सत्ताधारी पार्टियों को लेकर लोगों में विश्वास की कमी आई है.” उन्होंने कहा की पूरे साल में किसी न किसी तरह की वैश्विक घटना हुई। चाहे वो मुद्रास्फीति के कारण हो। कोविड से निपटने के लिए आर्थिक नीतियों के कारण या सरकारों द्वारा कोविड से निपटने के तरीके के कारण। ऐसा लगता है कि इसका प्रभाव वैश्विक था। लोगों की नाराजगी और गुस्से ने दुनिया भर में चुनाव परिणामों को प्रभावित किया।

केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दिया जवाब :

जुकरबर्ग की इसी टिप्पड़ी पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री ने लम्बाचौड़ा एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि भारत की जनता ने मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए पर भरोसा जताया है. भारत में 2024 में 640 मिलियन लोगों ने पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए पर भरोसा जताया…केंद्रीय मंत्री ने बताया कि एनडीए ने 2024 के चुनावों में निर्णायक जीत हासिल की है, जिससे लगातार तीसरी बार उनकी सत्ता में वापसी हुई है..तो मार्क जुकरबर्ग का ये दावा है कि 2024 में भारत समेत अधिकांश मौजूदा सरकारें कोविड के कारण हार गईं, जो की तथ्यात्मक रूप से गलत है.

मंत्री ने गिनाए प्रधानमंत्री के काम :

साथ ही कोरोना महामारी के दौरान मोदी सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए वैष्णव ने मार्क जुकरबर्ग से फैक्ट और विश्वसनीयता को बनाए रखने को कहा. कोविड के दौरान मोदी सरकार के प्रयासों के बारे में बताते हुए उन्होंने “80 करोड़ लोगों के लिए मुफ्त भोजन, 220 करोड़लोगों के लिए मुफ्त टीके और कोविड के दौरान दुनियाभर के देशों को सहायता करने से लेकर भारत की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बनाने तक की बात कही. उन्होंने कहा कि जुकरबर्ग जैसे अरबपति को ऐसी गलत सूचना देते देखना बेहद निराशाजनक है. न केवल भारत बल्कि अन्य सभी देशों को लेकर उन्होंने ये बात कही है.

मेटा इंडिया ने मांगी माफ़ी :

इस मामले पर मेटा इंडिया के उपाध्यक्ष शिवनाथ ठुकराल ने मार्क जुकरबर्ग की तरफ से की गयी बातों पर माफी मांगी है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि भारत मेटा के लिए एक अविश्वसनीय रूप से महत्वपूर्ण देश है. हम इस अनजाने में हुई गलती के लिए माफी मांगना चाहते हैं.

https://twitter.com/shivithukral/status/1879226796941750731

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