“Weekly worship based on days” सप्ताह के सातों दिन की पूजा विधि और महत्व: जीवन में सुख-समृद्धि का रहस्य

“Weekly worship based on days” सप्ताह के सातों दिन की पूजा विधि और महत्व: जीवन में सुख-समृद्धि का रहस्य – भारतीय संस्कृति में सप्ताह का हर दिन केवल समय मापने का साधन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक अवसर है। हर दिन एक विशेष ग्रह और देवता को समर्पित माना जाता है। इस परंपरा का उद्देश्य है जीवन में संतुलन, मानसिक शांति, सकारात्मक ऊर्जा और आत्मिक बल का विकास। रविवार से शनिवार तक प्रत्येक दिन की अपनी विशेष पूजा विधि, व्रत और नियम होते हैं, जो न केवल धार्मिक आस्था को गहरा करते हैं बल्कि हमारे जीवन में सुख-समृद्धि, स्वास्थ्य और मानसिक शांति भी लाते हैं।
इस आर्टिकल में हम दिन-प्रतिदिन की पूजा विधि, उसके महत्व, संबंधित मंत्र, सामग्री और विशेष नियमों को विस्तार से समझेंगे।

रविवार – सूर्य देव का दिन – इस दिन संबंधित ग्रह: सूर्य संबंधित देवता: सूर्य नारायण महत्व: सूर्य ऊर्जा, जीवन, स्वास्थ्य और आत्मविश्वास के कारक माने जाते हैं।
जिसकी पूजा विधि इस प्रकार करें की ब्रह्म मुहूर्त में स्नान कर पूर्व दिशा की ओर मुख करके सूर्य को अर्घ्य दें। जल में लाल पुष्प, अक्षत (चावल) और गुड़ डालें। सूर्य मंत्र “ॐ घृणि: सूर्याय नमः” का 11, 21 या 108 बार जाप करें।गेहूं और गुड़ का दान करें। इससे लाभ – स्वास्थ्य, आत्मबल और समाज में प्रतिष्ठा बढ़ती है।

सोमवार – भगवान शिव का दिन – इस दिन संबंधित ग्रह: चंद्र संबंधित देवता: भगवान शिव महत्व: है। यह दिन मन की शांति, वैवाहिक जीवन और मानसिक स्थिरता के लिए उत्तम है। इसकी पूजा विधि इस तरह करें की शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र चढ़ाएं,शिव मंत्र “ॐ नमः शिवाय” का जाप करें,सोमवार का व्रत रखने से चंद्र दोष शांत होते हैं। गरीबों को सफेद वस्त्र या चावल का दान करें। इससे लाभ -मानसिक शांति, वैवाहिक सुख और चंद्र दोष से मुक्ति।

मंगलवार – हनुमान जी का दिन – इस दिन संबंधित ग्रह: मंगल व संबंधित देवता: हनुमान जी की पूजा का महत्व: है इससे भक्त साहस, शक्ति और शत्रुओं पर विजय का दिन की कामना से करते हैं। इसकी पूजा विधि – हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करें। हनुमान जी को सिंदूर और चमेली का तेल अर्पित करें। मसूर की दाल, गुड़ और लाल वस्त्र का दान करें।
लाभ: भय और संकट से मुक्ति, आत्मविश्वास में वृद्धि होगी ।

बुधवार – गणेश जी का दिन – इस दिन के संबंधित ग्रह: व बुध संबंधित देवता: जैसे श्री गणेश महत्व: -बुध ग्रह बुद्धि, वाणी और व्यापार के कारक हैं इसलिए इस दिन इनकी पूजा होती है । पूजा विधि: – गणेश जी की प्रतिमा पर दूर्वा, हरी चीजें और मोदक अर्पित करें। मंत्र “ॐ गं गणपतये नमः” का जाप करें,गाय को हरा चारा खिलाएं। इसे लाभ: में बुद्धि, स्मरण शक्ति और व्यापार में वृद्धि के लिए किया जाता है ।

गुरुवार – विष्णु भगवान का दिन – संबंधित ग्रह: बृहस्पति संबंधित देवता: भगवान विष्णु महत्व: गुरु ग्रह ज्ञान, धर्म और समृद्धि का प्रतीक है। इसकी पूजा विधि में पीली वस्तुएं धारण करें,विष्णु सहस्रनाम या विष्णु मंत्र का जाप करें। पीले चने, हल्दी और केला का दान करें। इसके लाभ – शिक्षा, धन और परिवार में सुख-शांति इत्यादि के लिए ।

शुक्रवार – मां लक्ष्मी/दुर्गा का दिन – इसके संबंधित ग्रह: शुक्र से संबंधित देवी: लक्ष्मी जी या मां दुर्गा का पूजन होता है इसका महत्व: – धन, सौंदर्य और भौतिक सुख का प्रतीक है,इसकी पूजा विधि- घर को साफ-सुथरा रखें, दीप जलाएं। लक्ष्मी मंत्र “ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः” का जाप करें। सफेद मिठाई या खीर का भोग लगाएं। कन्याओं को भोजन कराएं।
इससे लाभ: में धन-वैभव में वृद्धि, घर में सुख-शांति की प्राप्ति होती है ।

शनिवार – शनि देव का दिन – इसके संबंधित ग्रह: शनि संबंधित देवता: होते हैं। इस दिन शनि देव और हनुमान जी महत्व मन जाता है। इस दिन न्याय व विजय की कामना से आराधना की जाती है क्योंकि शनि न्याय के देवता हैं, कर्मफल का दाता ।
इस दिन पूजा विधि:- में पीपल के पेड़ के नीचे दीप जलाएं,काले तिल और तेल चढ़ाएं। हनुमान चालीसा का पाठ करें। गरीबों को काला कपड़ा, उड़द या तेल दान करें इससे लाभ: शनि दोष शांति, जीवन में स्थिरता बानी रहती है ।

सामान्य पूजा विधि (सभी दिनों के लिए) – स्नान व शुद्धि: ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करें,संकल्प: जिस देवता की पूजा कर रहे हैं, उसका संकल्प लें। सामग्री अर्पण: फूल, कुमकुम, अक्षत, चंदन अर्पित करें। धूप-दीप: सुगंधित धूप और दीप जलाएं। मंत्र जाप: संबंधित वैदिक मंत्रों का जाप करें,भोग और आरती: प्रसाद चढ़ाकर आरती करें।

विशेष – सप्ताह के सातों दिन की पूजा विधि केवल धार्मिक क्रिया नहीं बल्कि जीवन को अनुशासित और संतुलित बनाने का मार्ग है। यह हमें हर दिन अलग-अलग सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करती है। जो व्यक्ति नियमित रूप से इन नियमों का पालन करता है, उसके जीवन में सुख, समृद्धि, मानसिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति बढ़ती है।

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